मर्दों में बढ़ती नपुंसकता से 100 प्रतिशत महंगा हुआ इलाज!

punjabkesari.in Sunday, Jan 31, 2016 - 12:32 PM (IST)

नई दिल्ली: पिछले करीब 5 वर्षों में भारत में शुक्राणुदाताओं द्वारा दिए गए शुक्राणुओं की कीमत में गजब का उछाल देखा गया है। अधिकतर फटलिटी क्लीनिकों के अनुसार शुक्राणुओं की कीमत में पिछले 5 सालों की अपेक्षा करीब 50 से 100 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक इसका कारण पुरुषों में बढ़ रही नपुंसकता एवं महंगा इलाज है।

 

सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि अमरीका में भी शुक्राणुओं की कीमत आसमान छू रही है। जानकारी के मुताबिक हाल ही में अमरीका में शुक्राणुदाता एक शीशी शुक्राणु के लिए 370 डॉलर से लेकर 890 डॉलर तक ले रहे हैं। यहां इन शुक्राणुओं की कीमत 2000 से 5000 रुपए प्रति शीशी के दाम पर वसूली जा रही है जो कि 5 साल पहले तक 1200 से 1500 रुपए थी।

 

डाक्टरों के अनुसार मैडीकल और इंजीनियरिंग डिग्री होल्डर दाताओं के शुक्राणुओं की कीमत सबसे ज्यादा है। पिछले चक्र में आई.वी.एफ. के लिए एक शीशी शुक्राणु रखने के बाद दूसरे और तीसरे चक्र में दपतियों ने ऐसे ही और शुक्राणुओं से गर्भधारण करने की इच्छा जताई।

 

दक्षिणी दिल्ली में डा. रीता बक्शी फटलिटी क्लीनिक में एक डाक्टर ने बताया कि जल्द ही इन शुक्राणुओं की कीमत 10,000 रुपए प्रति शीशी तक हो जाएगी। उन्होंने बताया कि हम क्लीनिक में जल्द ही शुक्राणुओं के लिए व्यापक प्रजनन एवं आनुवांशिक परीक्षण शुरू करेंगे।शुक्राणुओं के सैंपल का परीक्षण शुक्राणु बैंक में होगा। इन सारी प्रक्रियाओं के बाद कीमत बढ़ जाएगी। 

 

राजकोट में अगस्तया शुक्राणु बैंक के संचालक योगेश चोकसी ने बताया कि पहले तो शुक्राणुदाताओं की संया करीब 25-30 थी लेकिन अब उच्च गुणवत्ता के शुक्राणुओं में कमी आई है। उन्होंने बताया कि पहले भारतीय पुरुषों में 10 में से 6 के शुक्राणु उच्च गुणवत्ता (80-90 एम.एन. प्रति मिली) के होते थे। इनकी गुणवत्ता गिरकर अब 20 एम.एन. प्रति मिली तक पहुंच गई है। जानकारी के मुताबिक 10 एम.एन. प्रति मिली शुक्राणु की गुणवत्ता अच्छी नहीं मानी जाती।

 

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