रत्नलाल कटारिया ने लोकसभा व राज्यसभा से कृषि कानूनों की वापसी देश हित में लेने पर पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया

punjabkesari.in Monday, Nov 29, 2021 - 03:59 PM (IST)

चण्डीगढ़, (अर्चना सेठी)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अम्बाला लोकसभा भाजपा सांसद रत्नलाल कटारिया ने बताया कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन लोकसभा में पास होने के बाद कृषि कानून विधेयक, 2021 फार्म लाँ रिपील बिल 2021 को राज्यसभा में भी  पास हो गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानून वापसी बिल को पेश किया। संसद का यह सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले की घोषणा थी और इसके बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन तीनों कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को मंजूरी दे दी थी।

 

सांसद रत्नलाल कटारिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच शुरू से ही किसानों के समर्थन में रही है,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनो कृषि बिल वापस लेने का बड़े मन से फैसला किया अब किसान भाइयों को बड़े मन के साथ वापस घर लौटना चाहिए,भाजपा की मोदी मनोहर सरकार के लिए किसानों के हित सदा ही सर्वोपरि रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले का स्वागत किया व धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच सदा किसानों के समर्थन में रही है,किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं बनाकर प्रभावी ढंग से लागू की गई है।

पीएम किसान सम्मान निधि ,किसान क्रेडिट कार्ड ,पशुधन क्रेडिट कार्ड ,उत्तम किस्म के खाद ,बीज, नीम कोटेड यूरिया, मंडी प्रणाली, सॉयल हेल्थ कार्ड, अटल किसान पेंशन योजना, भावांतर भरपाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है,किसानों को बाजार की मांग के अनुसार नगद फसल की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं बनाकर लागू की जा रही हैं,सांसद रत्नलाल कटारिया ने कहा कि छोटे किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मोदी सरकार ने फसल विविधीकरण, दूध उत्पादन, मछली पालन मधुमक्खी पालन योजना को लागू किया है। भाजपा की केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार व हरियाणा की मनोहर लाल सरकार किसानों के हितों के लिए समर्पित है। सांसद कटारिया ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा सवाल का जवाब देने को तैयार है संसद में सवाल भी हो और शांति भी हो,सरकार के खिलाफ, नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज होनी चाहिए वह हो लेकिन संसद की गरिमा ,स्पीकर पद की गरिमा, चेयर की गरिमा के विषय में हम चिंतन करें जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।


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News Editor

Archna Sethi

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