रायपुररानी का एक स्कूल ऐसा भी जहां 1 या दो बच्चे ही होते हैं पास

punjabkesari.in Sunday, Jul 02, 2017 - 10:52 AM (IST)

रायपुररानी(संजय) : शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों का रिजल्ट सुधारने के लिए अपनी ओर से हरसंभव प्रयास में लगा हुआ है, लेकिन आज भी कई स्कूल 10वीं का जीरो फीसदी रिजल्ट लेने पर पंचकूला जिला की नाक कटवाने में लगे हैं। इस वर्ष 2016-17 के 10वीं के रिजल्ट में एक भी बच्चा पास नहीं हुआ है। पिछले वर्ष 2015-16 के रिजल्ट में 5 बच्चे ही पास हुए। 

 

रायपुररानी में गांव रैहणा का स्कूल इन दिनों लोगों के लिए तो सुर्खियों का विषय बना हुआ है, लेकिन शिक्षा विभाग की अभी तक इस स्कूल के खराब रिजल्ट पर रहमत बनी हुई है। जीरो रिजल्ट होने पर अभी तक स्कूल से जवाब तक नहीं मांगा गया है। स्कूल अपग्रेड होने के बाद स्कूल का रिजल्ट जीरो ही है। 

 

पिछले साल स्कूल में स्टाफ की कमी का बहाना बनाया गया तो स्कूल में पूरा स्टाफ मुहैया करवाया दिया लेकिन इसके बावजूद भी स्कूल का रिजल्ट जीरो ही आया। इस बार उम्मीद थी की विभाग की सख्ती से आगे सुधार होगा और विभाग ने खराब रिजल्ट की पूर्ति के लिए टीचर भी लगाए, लेकिन वर्ष 2016-2017 के दसवीं के रिजल्ट में तो एक भी बच्चा पास नहीं हो पाया। 

 

तीन बच्चों ने भरा है री-चैकिंग फॉर्म :
रैहणा गांव के स्कूल का रिजल्ट आया तो उसके बाद से कई बच्चों को अपनी दी परीक्षा के बाद शक हुआ और उन्होंने री-चैकिंग के फार्म भरे। सुत्रों के अनुसार करीब 3 बच्चों के री-चैकिंग में पास होने की बात सामने आ रही है। तीन बच्चों के पास होने से कम-से-कम स्कूल की जीरो फीसदी रिजल्ट आने से लाज तो बच जाएगी लेकिन इस दावे पर अभी तक अधिकारिक तौर पर मोहर नहीं लगी। 

 

प्रिंसीपल से करेंगे इस मामले पर बात : सरपंच 
ग्राम पंचायत रैहणा के सरपंच आलमीगर ने कहा कि इस बार भी गांव के स्कूल का रिजल्ट खराब आया है। पिछली बार भी खराब रिजल्ट आया था और स्कूल में केवल पांच बच्चे ही पास हुए थे। तब भी तत्कालीन प्रिंसीपल से सुधार की बात कही गई थी और अब छुट्टियां खत्म होने के बाद नई आई प्रिंसीपल से मामले को लेकर पंचायत बात करेगी। गांव के कुछ बच्चों ने री-चैकिंग भरी थी और 2-3 बच्चों के पास होने की बात भी सामने आ रही है। 


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