विपक्ष चर्चा में हिस्सा लेता तो सरकार को कमियों की जानकारी मिलती : मनोहर लाल

Saturday, Nov 07, 2020 - 12:04 AM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल/पांडेय): मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि कृषि कानूनों के समर्थन में धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष चर्चा करने की बजाय भाग गया। चर्चा से भागे विपक्ष को जनता माफ नहीं करेगी। विपक्ष चर्चा में हिस्सा लेता तो सरकार को भी कमियों के बारे में जानकारी मिलती और उन्हें दुरुस्त करने में आसानी होती। विपक्ष का केवल एक ही एजैंडा है जनता को बहकाना और विरोध जताना।

 

मुख्यमंत्री मानसून सत्र की कार्रवाई खत्म होने के बाद हरियाणा निवास में पत्रकारों से बातचीत कर थे। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष विरोध जता रहा है। जब सदन में कृषि कानूनों के खिलाफ विपक्ष प्राइवेट बिल लेकर आया तो उस पर कानूनी सहमति न बनने पर अस्वीकार कर दिया। इसके विरोध में विपक्ष ने हंगामा कर सदन का समय बर्बाद किया। मुख्यमंत्री ने सदन में हंगामा करने पर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि कृषि बिलों को लेकर विपक्ष राजनीति कर रहा है।


उन्होंने उदाहरण दिया कि जर्मनी में हिटलर के प्रोपगैंडा मिनिस्टर थे उनका एक एजैंडा था एक झूठ को 100 बार कहें, ताकि वो सच हो जाएगा, यही एजैंडा विपक्ष का भी है। कृषि कानूनों पर विपक्ष ने कहा कि हमें चर्चा करनी है और प्राइवेट बिल के माध्यम से एक संशोधन लाए जिस पर एल.आर. से राय ली गई जो तकनीकी पहलुओं पर सही नहीं पाया गया। इसके बाद विपक्ष ने रैज्युलेशन लाने की बात कही उसके भी भाषा कानूनों के खिलाफ थी हमने चर्चा के लिए विपक्ष को कहा लेकिन विपक्ष चर्चा में शामिल नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसा कि बरौदा का चुनाव अगर यह हार गए तो इनको आत्मङ्क्षचतन करना चाहिए हार जीत बाद बात है पर बात सीमा में रहकर करनी चाहिए। ख्वाब लेना बुरी बात नहीं पर वहम पालना सही नहीं है।

Ajesh K Dharwal

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