हरियाणा सरकार की अनूठी पहल, अब पहली और दूसरी कक्षा में ‘नो होमवर्क’

punjabkesari.in Thursday, May 25, 2017 - 10:46 AM (IST)

चंडीगढ़ (सनमीत): नो स्कूल बैग डे, ज्वॉयफुल एक्टिीविटी, कैचअप और स्किल बुक जैसी गतिविधियों के बाद अब हरियाणा शिक्षा विभाग प्रदेश के सभी जिलों में 119 प्राइमरी स्कूलों को नो होमवर्क स्कूल बनाने जा रहा है। इन मॉडल स्कूलों में विद्यार्थियों को अपना बैग कंधों पर ढोकर घर ले जाने की जरूरत नहीं होगी, काम करने के बाद अपना बैग स्कूल में रखेंगे। उन्हें लॉकर उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिसमें विद्यार्थी बैग सहित अपना अन्य सामान रख सकेंगे। विद्यार्थी सप्ताह में केवल दो दिन ही अपना बैग घर लेकर जाएंगे। 

 

बाकी पांच दिन उन्हें स्कूल स्टाफ स्कूल में ही होम वर्क करवाएगा। स्कूल का एकेडमिक कैलेंडर भी दूसरे स्कूलों से अलग होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग के एकेडमिक सैल ने पूरी तैयारियां कर ली है और 1 जुलाई से यह पायलट प्रोजैक्ट स्कूलों में शुरू किया जा रहा है। शुरूआत में शिक्षा विभाग ने अभी पहली और दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए यह नियम लागू किया है। अभिभावक, टीचर और स्कूल मैनेजमैंट सदस्यों की काऊंसलिंग  की जाएगी, ताकि उनके मन में बच्चों की शिक्षा संबंधी कोई भ्रांति पैदा न हो। 


 

स्कूल चयन का ये है नियम
शिक्षा विभाग ने जिला और ब्लॉक मुख्यालय में ये मॉडल स्कूल बनाने का फैसला किया है। प्रदेश में 119 ब्लॉक हैं। हर ब्लॉक के मुख्यालय पर स्थित स्कूल का चयन किया गया है। स्कूल के चयन के लिए अच्छी इमारत होनी चाहिए। 30 छात्रों पर एक शिक्षक, स्कूल में प्रिंसिपल और हैड मास्टर का पद खाली नहीं होना चाहिए। सीनियर सैकेंडरी और हाई स्कूल से प्राइमरी स्कूल की दूरी 300 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए और कैंपस के मध्य ही स्थापित प्राइमरी स्कूल को प्राथमिकता दी जाएगी। स्कूल में कम्प्यूटर लैब और इलैक्ट्रिसिटी अनिवार्य है। 

 

होम वर्क करवाने का होगा ये कंसैप्ट
शिक्षा विभाग ने नो होम वर्क स्कूलों में विद्यार्थियों के होम वर्क करवाने का भी कंसैप्ट तैयार किया है। पहली कक्षा में तीन विषय होते हैं। शिक्षक एक विषय का होम वर्क 10 मिनट में करवाएगा। ऐसे में तीन विषयों का होम वर्क 30 मिनट में ही हो जाएगा। दूसरी कक्षा में प्रत्येक विषय के लिए 20 मिनट होम वर्क के लिए निर्धारित किए गए है। 


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