CM की घोषणा के 11 महीने बाद भी नहीं बनी लैपर्ड सैंक्चुरी

Wednesday, Apr 05, 2017 - 12:27 PM (IST)

चंडीगढ़ (सनमीत): हरियाणा के मोरनी क्षेत्र में लैप्यर्ड सैंक्चुरी बनाने की संभावनाएं हैं। लेकिन वाइल्ड लाइफ विभाग हरियाणा नहीं चाहता कि क्षेत्र में सी.एम. मनोहर लाल खट्टर की घोषणा को पूरी किया जा सके। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले वर्ष 5 मई को अपने जन्म दिन पर मोरनी प्रवास पर लैप्यर्ड सैंक्चुरी बनाने के लिए सर्वे करवाने के आदेश वाइल्ड लाइफ विभाग हरियाणा को दिए थे। लेकिन इस घोषणा को एक साल पूरा होने को है, लेकिन वाइल्ड लाइफ हरियाणा ने अभी तक वाइल्ड लाइफ इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया के प्रस्ताव पर कोई जवाब ही नहीं दिया। 

 

खट्टर की घोषणाओं को सरकार के अफसर कितना महत्व देते हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। सी.एम. की घोषणा के बाद वन विभाग की तत्कालीन पी.सी.सी.एफ. डा. अमरेंद्र कौर ने वाइल्ड लाइफ इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर मोरनी में सैंक्चुरी बनाने के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए पत्र लिखा था। तत्पश्चात वाइल्ड लाइफ इंडिया के वैज्ञानिक बिलाल हबीब ने वाइल्ड लाइफ हरियाणा को पत्र लिखकर लैप्यर्ड सैंक्चुरी बनने की संभावनाएं जताई थी। लेकिन बिलाल हबीब के पत्र का वाइल्ड लाइफ विभाग ने कोई जवाब नहीं दिया। 


 

दो फेज में होना था काम: साइंटिस्ट बिलाल हबीब
वाइल्ड लाइफ इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया के साइंटिस्ट बिलाल हबीब का कहना है कि मोरनी में लैप्यर्ड सैंक्चुरी बनने की संभावनाएं है। इस संबंध में हमने वाइल्ड लाइफ हरियाणा को पत्र भी लिखा था। प्रोजैक्ट पर दो फेज में काम होना था। पहले फेज में करीब 20 लाख का खर्च था। लेकिन वाइल्ड लाइफ हरियाणा ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। 

 

मैंने अभी चार्ज संभाला है: पी.सी.सी.एफ. 
वाइल्ड लाइफ  हरियाणा के पी.सी.सी.एफ. गुलशन आहुजा का कहना है कि उन्होंने अभी कुछ दिन पहले ही यह चार्ज संभाला है। इस प्रोजैक्ट का उन्हें अभी पता नहीं है।

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