विश्वविद्यालयों में ''जोब प्लेसमेंट सेंटर'''' स्थापित करें

punjabkesari.in Friday, May 13, 2022 - 04:37 PM (IST)

चंडीगढ़, (अर्चना सेठी): हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालयों का आहवान किया है कि विश्वविद्यालय परिसरों में ‘‘जोब प्लेसमेंट सेंटर‘‘ स्थापित कर सिस्टम एप्लिकेशन उत्पाद (SAP) से जुड़कर छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के लिए तैयार करे और प्लेसमेंट करवाएं। ‘सेप‘ दुनिया भर की कंपनियों को बिजनेस साफ्टवेयर और संबंधित सेवाएं प्रदान करती है। विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के लिए सैप से जुड़ने पर विश्व स्तरीय रोजगार की अपार संभावनाएं बढ़ेगी। दत्तात्रेय शुक्रवार को चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के कुलपति  अजमेर सिंह मलिक से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में चल रही एकेडमिक गतिविधियों का ब्यौरा भी लिया।

 

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शोध और प्रेक्टिकल पर ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए विश्वविद्यालय अपनी प्रयोगशाला को नवीनतम रूप दें, जहां उच्च स्तरीय शोध का कार्य हो। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसरों में इन्क्यूबेशन और इनोवेशन सेंटरों को सशक्त करने की आवश्यकता है जिससे शोधार्थी को अपने उत्पाद पैटेंट करवाने और बाजार तक ले जाने में सुविधा प्राप्त होगी। इससे लोकल से ग्लोबल के विचार को बल मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण टूल होगा।

 

दत्तात्रेय ने कहा कि विश्वविद्यालयों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि संसाधनों की कमी से कोई भी मेधावी छात्र उच्च शिक्षा से वंचित न रहे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षा में मानवीय और नैतिक मूल्यों का समावेश नितान्त जरूरी है जिससे छात्र स्वावलंबन, अनुशासन, नैतिकता और स्वरोजगार के प्रति जागरूक होंगे और समृद्ध समाज का निर्माण होगा।

 

इस मुलाकात में कुलपति  अजमेर सिंह मलिक ने बताया कि इस समय विश्वविद्यालय में छः विषयों में फॉर ईयर डिग्री कोर्स शुरू किए जा चुके हैं। निकट भविष्य में पांच और डिग्री कोर्सिस शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में एडमिशन, परीक्षा और परिणामों की प्रक्रिया को डिजिटल रूप दिया गया है जिससे इन प्रक्रियाओं में पूरी पारदर्शिता बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की शत-प्रतिशत कक्षाएं ऑफ लाईन शुरू है। इस समय विश्वविद्यालय परिसर में 3700 से भी अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक छात्राएं हैं।


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News Editor

Archna Sethi

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