विधानसभा में विपक्ष की मांग को अनसुना कर प्रजातंत्र का घोंटा गया गला: हुड्डा

Saturday, Nov 07, 2020 - 09:42 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सदन की कार्रवाई में कृषि कानूनों पर रेज्युलेशन पर कांग्रेस की अमैंडमैंट को स्वीकार नहीं किया गया। कांग्रेस की ओर से कृषि बिलों को लेकर की गई वोटिंग की मांग को भी स्वीकार नहीं किया गया, बल्कि कांग्रेस के विधायकों को नेम कर सदन से बाहर करने का काम किया गया, जिससे सरकार ने बिना किसी रुकावट के उन्हें पास करने का काम किया। हुड्डा ने कहा कि विधानसभा की रूल बुक के सैक्शन नंबर 183 के अनुसार किसी भी बिल पर चर्चा से पहले वोटिंग होनी चाहिए, लेकिन दो दिन के सत्र में विपक्ष की बात को अनसुना कर प्रजातंत्र का गला घोंटने का काम भाजपा सरकार की ओर से किया गया है। 

 


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा-जजपा जनहित के मुद्दों पर चर्चा से भाग रही हैं। इसीलिए विपक्ष की मांग को नजरअंदाज करते हुए महज दो दिन का विधानसभा सत्र रखा। कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर को 3 कृषि कानूनों, किसानों के खिलाफ दर्ज झूठे मुकद्दमों, सोनीपत में जहरीली शराब से मौत, प्रदेश में बढ़ते अपराध, 1983 पी.टी.आई., 1518 ग्रुप डी कर्मचारियों, शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, धान घोटाला जैसे कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा के लिए प्रस्ताव दिए थे, लेकिन सरकार ने ज्यादातर मुद्दों पर चर्चा करने से ही इन्कार कर दिया। कांग्रेस विधायकों के कई ध्यानाकर्षण और स्थगन प्रस्तावों को खारिज कर दिया।

 


भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वे विधानसभा अध्यक्ष का सम्मान करते हैं, लेकिन सत्र के दौरान जिस प्रकार से उन्होंने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया, वो सही नहीं था। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इन तीन कानूनों के साथ एक चौथा कानून लाकर किसान को उसकी फसल के एम.एस.पी. की गारंटी और उससे कम पर खरीदने वाले के लिए सजा का प्रावधान कर देती है तो वे इसका विरोध बंद कर देंगे।
 

Vikash thakur

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