जमीन अधिग्रहण के रेटों को लेकर नैना ने दुष्यंत से की बहस

Thursday, Nov 05, 2020 - 07:01 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल/पांडेय): हरियाणा विधानसभा में आज बाढड़ा से जजपा विधायक नैना चौटाला और डिप्टी सी.एम. दुष्यंत चौटाला के बीच जमीन अधिग्रहण के भावों को लेकर बहस हुई। नैना चौटाला ने बाढड़ा में उपमंडल भवन बनाने और कब तक पूरा करने के सवाल किया था। उनके सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पहले जमीन उपलब्ध हो जाए फिर निर्माण कार्य शुरू होगा। नैना चौटाला ने कहा कि किसी किसान की जमीन अधिग्रहण की जाती है तो उसे बाजार भाव मिलना चािहए। इसी बीच कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि एन.सी.आर. को क्षेत्र होने के चलते गुरुग्राम की तर्ज पर भाव मिलना चाहिए। दुष्यंत ने कहा कि यह संभव नहीं है कि गुरुग्राम जितना जमीन भाव दिया जाए लेकिन यह आश्वासन दिया कि वहां के मार्कीट रेट के अनुसार भाव तय किया जाएगा। नैना चौटाला ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह सवाल तो आप दुष्यंत से घर पर भी कर सकती थीं। दुुष्यंत चौटाला ने पहले 6 माह का समय दिया लेकिन नैना ने जब जिरह की तो उन्होंने एक माह का समय दिया कि इतने समय में जमीन संबंधी कार्य पूरा कर लिया जाएगा। जजपा विधायक ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी आग्रह किया कि जिला प्रशासन ने उपमंडल भवन के निर्माण खातिर बाढड़ा में जमीन देख रखी है, जिसे सी.एम. अनुमति देकर इमारत निर्माण के लिए कार्य शुरू करवाए।

 


विधायक प्रदीप चौधरी ने मोरनी को कंट्रोल एक्ट से बाहर करने की मांग उठाई 
कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने सदन में माग उठाई कि मोरनी को कंट्रोल एक्ट से बाहर किया जाए, ताकि वहां पर्यटन के अवसर पैदा हो सके। पेराफेरी एक्ट होने के चलते वहां लोग होटल या टूरिज्म संबंधी अन्य कामों को शुरू नहीं कर सकते। पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने आश्वसन दिया कि इस मांग पर सरकार अध्ययन करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार मोरनी में पैरागलाङ्क्षडग केंद्र तथा ट्रैङ्क्षकग रैंक बनाने को लेकर अध्ययन कर रही है। उन्होंने बताया कि मोरनी इलाके को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां पर्यटकों को अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि हरियाणा पर्यटन निगम द्वारा मोरनी माउंटेन क्वैल नामक एक सुव्यवस्थित पर्यटन परिसर विकसित किया गया है, जिसमें अतिथि कक्ष, रैस्तरां, लॉबी, सिट-आउट टेरेस, सम्मेलन कक्ष इत्यादि की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। यह मोरनी की पहाडिय़ों में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है। एक अन्य प्रश्न का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि प्रदेश में करीब 40 किलोमीटर के दायरे में लॉ कालेज चल रहे हैं। बिलासपुर/यमुनानगर के आसपास अम्बाला, बबैन, बरवाला इत्यादि में विधि महाविद्यालय चल रहे हैं। इसके अलावा, प्रदेश में 15 विश्वविद्यालय तथा डा. बी.आर. अम्बेडकर नैशनल लॉ यूनिवॢसटी, राई (सोनीपत) चल रही है। 

Vikash thakur

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