हरियाणा में कोविड होगा बेअसर, 76.3 फीसदी लोगों में मिली एंटीबॉडी : विज

punjabkesari.in Monday, Oct 18, 2021 - 07:40 PM (IST)

चंडीगढ़, (पांडेय): हरियाणा के लोगों को कोविड की संभावित तीसरी लहर से घबराने की खास जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के तीसरे सीरो सर्वे में प्रदेश के 76.3 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है। यह सर्वे राज्य के अलग-अलग उम्र के लोगों में किए गए जिसमें 36,520 लोगों के सैंपल लिए गए थे। यह खुलासा हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सीरो सर्वे की रिपोर्ट जारी करते हुए किया है। उन्होंने बताया कि सीरो पॉजिविटी दर 76.3 प्रतिशत में से (शहरी 78.1 प्रतिशत और ग्रामीण 75.1 प्रतिशत) पाई गई जबकि पहले सीरो राउंड में 8 प्रतिशत तथा दूसरे सीरो राउंड में 14.8 प्रतिशत पॉजिविटी दर पाई गई थी। इस सर्वें में स्वास्थ्य विभाग के लगभग 2200 अधिकारियों व कर्मचारियों को लगाया गया और एक स्तरीकृत बहुस्तरीय यादृच्छिक नमूनाकरण तकनीक  (स्ट्रटीफाइड मल्टीस्टेज रैंडम सै पलिंग टैक्नीक) का उपयोग किया गया और हरियाणा के सभी जिलों से 36,520 नमूने एकत्र करने के लिए कुल 913 कलस्टरों की पहचान की गई। उन्होंने तीसरे दौर के सीरो सर्वेक्षण में शामिल सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की सराहना की।


पत्रकारों से बातचीत में विज ने बताया कि सीरो सर्वे के दौरान पुरषों में 75.3 प्रतिशत, महिलाओं में 77.1 प्रतिशत, 6 से 9 वर्ष के बच्चों में 69.8 प्रतिशत, 10 से 17 वर्ष के बच्चों 73.2 प्रतिशत की पॉजिविटी पाई गई है जबकि टीकाकरण के पश्चात लोगों में 81.6 प्रतिशत, नॉन-वैक्सीनेटेड लोगों में 75.5 प्रतिशत की पॉजिविटी पाई गई। उन्होंनें कहा कि यह सीरो सर्वेक्षण कोविड-19 टीकाकरण के परिणामस्वरूप या प्राकृतिक संक्रामक द्वारा सार्स एंड कोव-2 के खिलाफ एंटीबॉडी की उपस्थिति का आंकलन करने के लिए किया गया था। इस सर्वें में प्राकृतिक एवं टीकाकरण से उत्पन्न हुई एंटीबॉडी का पता लगाने का सर्वेक्षण किया गया और टीकाकरण के बाद बनने वाली एंटीबॉडी का स्पाइक प्रोटीन का टैस्ट भी हुआ है।  


सीरो सर्वें का 36,520 था सै पल साइज :
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक चिकित्सा विभाग, पीजीआईएमएस, रोहतक के सहयोग से हरियाणा के सभी जिलों में यह सर्वेक्षण किया गया। सीरो सर्वेक्षण के इस दौर में सै पल का साइज 36,520 तक बढ़ाया गया। राज्य में किए गए पिछले सीरो सर्वेक्षणों की तुलना में यह सै पल साइज बहुत बड़ा था जबकि पहले दौर में 18,700 और दूसरे दौर में 15,840 का सै पल साइज था। विज ने बताया कि गत 16 जनवरी, 2021 से स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा कोविड-19 के खिलाफ पात्र आबादी का टीकाकरण करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है और इस सीरो सर्वेक्षण का संचालन करके, राज्य में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम की प्रभावकारिता के बारे में एक आंकलन किया गया है।


नागरिक अस्पताल पंचकूला की लैब में किया गया सै पलों का परीक्षण :
उन्होंने कहा कि सीरो सर्वेक्षण का यह दौर पिछले दौर से बिल्कुल अलग था क्योंकि इस बार विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती 36,520 के बढ़े हुए सै पल के आकार की थी और दूसरा इन सभी नमूनों का परीक्षण जिला नागरिक अस्पताल, पंचकूला की लैब में किया गया, जोकि बहुत बडा कार्य था। उन्होंने इस अध्ययन को संचालित करने के लिए राज्य और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और फील्ड टीमों की सराहना की।


कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा तो फरीदाबाद में सबसे कम :
विज ने बताया कि सीरो प्रसार अध्ययन से पता चलता है कि हरियाणा राज्य में सार्स एंड कोव-2 की समग्र सीरो-पॉजिविटी 76.3 प्रतिशत (शहरी 78.1 प्रतिशत और ग्रामीण 75.1 प्रतिशत) पाई गई है। उन्होंने बताया कि जिला कुरुक्षेत्र में सबसे अधिक 85 प्रतिशत सीरो-पॉजिटिविटी देखी गई और सबसे कम फरीदाबाद में 64.2 प्रतिशत देखी गई। लेकिन फरीदाबाद में 14 प्रतिशत सै पल का निष्कर्ष किन्हीं कारणों से नहीं निकल पाया, इसलिए फरीदाबाद जिला का दौबारा सीरो सर्वें करवाया जाएगा।


राज्य में अब तक लगभग 2.47 करोड लोगों को किया वैक्सीनेट :
विज ने बताया कि हरियाणा में 76 प्रतिशत की पॉजिविटी मिलना एक प्रकार से सुकुन देने वाली बात है और ऐसे सभी लोगों को एक सुरक्षा कवच मिल चुका है। श्री विज ने वैक्सीनेशन के संबंध में बताया कि राज्य में अब तक लगभग 2.47 करोड लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है जिसमें लगभग 1.74 करोड लोगों पहली डोज और 73 लाख से अधिक लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। वहीं केन्द्र सरकार ने 18 साल से नीचे की आयु वर्ग के बच्चों हेतू वैक्सीन स्वीकृत कर दी हैं और जब भी इस आयु के बच्चोंं को वैक्सीन देने का कार्य शुरू होगा, उसके लिए हरियाणा ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।

 


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News Editor

Archna Sethi

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