बुलंदियों पर नाम लिखने के बावजूद ऋतु व बीता को नहीं मिली पहचान

Tuesday, Jul 07, 2015 - 10:22 PM (IST)

कलायत (कुलदीप): खेल जगत में राष्ट्र का नाम चमकाने वाली प्रतिभाएं मटौर गांव के ऊबड़-खाबड़ मैदान में ही दम तोड़ रही है। गांव से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अल्पायु में ही बीता कबड्डी और ऋतु खो-खो खेल में अनगिनत मैडलों पर अपनी बुलंदी का नाम लिख चुकी है। इस सबके बावजूद भी उनकी सुध न ले जाने से दोनों ही युवा महिला खिलाड़ी बेहद हताश व निराश है। 
 
उन्हें रंज है तो इस बात का कि आड़े आ रही समस्याओं से हर कदम पर लोहा लेने के बाद भी खेल विभाग द्वारा उन्हें आगे बढऩे की बजाय पीछे धकेला जा रहा है। गरीब परिवार से संबंध रखने वाली दोनों खिलाड़ी करीब 6 वर्षों से भेदभाव का कड़वा घूंट पी रही हैं। बीता ने बताया कि वर्ष 2009 में उसने राज्य स्तर पर खिताब जीता था। 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी वह इस सम्मान से दूर है। इसकी पीड़ा खिलाडिय़ों के कोच मनोज कुमार और रमेश कुमार को भी है। 
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