फोर्थ क्लास ने दी दवाई, परिजनों को रास न आई

Friday, Jul 03, 2015 - 10:47 PM (IST)

चरखी दादरी (पंकेस): गांव सांवड़ स्थित पी.एच.सी. में गंभीर रूप से घायल हुआ एक बच्चा चिकित्सकों की लापरवाही के कारण घंटों तड़पता रहा। बच्चे की नाक से चोट के कारण खून बह रहा था मगर पी.एच.सी. में उपचार के लिए चिकित्सक मौजूद नहीं था। स्टाफ नर्स ने घायल किशोर को पेन किलर दवाई देकर पल्ला झाड़ लिया आखिर वह करती भी क्या क्योंकि इससे ज्यादा उसको नॉलेज भी नहीं थी। करीब 2 घंटे बाद फोर्थ क्लास कर्मचारी ने रैफर स्लिप बनाई। 
 
इसके बाद परिजन घायल को भिवानी सामान्य अस्पताल लेकर गए। जहां उसका उपचार चल रहा है। गांव सांवड़ में वीरवार देर सायं स्कूली बच्चों की आपसी कहासुनी के बाद झगड़ा हो गया। झगड़े में गांव ङ्क्षहडोल निवासी दीपक को नाक पर चोट लगी गई। बच्चे की नाक से लगातार खून बह रहा था, परिजन घायल बच्चे को लेकर गांव सांवड़ स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए मगर वहां एक स्टाफ नर्स को छोड़कर कोई चिकित्सक नहीं था। 
 
स्टाफ नर्स ने घायल बच्चे को दर्द निवारक गोली देकर घर भेज जाने को बोल दिया मगर घायल बच्चे के परिजन रैफर करने की मिन्नत स्टाफ नर्स से करते रहे मगर नर्स के पास रैफर करने की पावर नहीं थी। पी.एच.सी. से बिना रैफर दूसरे सामान्य अस्पताल में दाखिल नहीं किया जाता सकता। ऐसे में किशोर के परिजनों ने नर्स को खरी-खोटी सुनाई। परिजनों के गुस्से को भांपते हुए नर्स ने चिकित्सक को फोन किया। 
 
चिकित्सक ने पी.एच.सी. पहुंचकर उपचार करने की बजाए नर्स को पेन किलर दवाई देकर घर भेजने व सुबह आकर दूसरे अस्पताल की रैफर करवाने की सलाह परिजनों को देने के लिए बोल दिया। जब नर्स ने परिजनों के समक्ष ये बात बताई तो वे भड़क उठे। एक परिजन ने चिकित्सक का मोबाइल नम्बर लेकर फोन किया। इस बार भी चिकित्सक ने उसको सुबह आने के लिए बोला और फोन काट दिया। 
 
जब परिजन ने इस बात का विरोध किया तो चिकित्सक ने फोन कर एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को अस्पताल में भेज दिया। फोर्थ क्लास कर्मचारी ने आकर युवक की चोटें देखी मगर परिजन घायल को रैफर करने की मांग पर अड़ गए। फोर्थ क्लास कर्मचारी ने दोबारा चिकित्सक से बात करने के बाद किशोर को भिवानी चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल रैफर कर दिया। जब तक घायल बच्चा दर्द में पी.एच.सी. प्रांगण में कहराता रहा।
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