B''Day Special: जमीन से जुड़े खट्टर का सीएम तक का सफर ( तस्वीरें)

punjabkesari.in Tuesday, May 05, 2015 - 03:43 PM (IST)

रोहतक: हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का जन्‍म 5 मई, 1954 में रोहतक के निदाना गांव में हुआ था। साधारण से किसान परिवार से आने वाले खट्टर पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। खट्टर का परिवार 1947 के भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान से आकार रोहतक जिले के निदाना गांव में बस गया था। 

26 अक्तूबर 2014 को उन्होंने हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। खट्टर हरियाणा के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो गैर जाट समुदाय से आते हैं, 18 वर्ष बाद वे इस पद पर विराजमान होने वाले पहले गैर जाट नेता हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रह चुके हैं।

हरियाणा विधानसभा में वे करनाल का प्रतिनिधित्व करते हैं। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की विजय के पश्चात् विधायक दल द्वारा उन्हें नेता चुना गया तथा मुख्यमंत्री पद हेतु नामित किया गया।
 
बनना चाहते थे डॉक्टर
सीएम खट्टर के पिता चाहते थे कि वे परिवार के अन्य सदस्यों की तरह खेतीबाड़ी करें लेकिन खट्टर डॉक्टर बनना चाहते थे। उन्होंने अपनी मां से कुछ पैसे लिए और रोहतक स्थित नेकी राम शर्मा सरकारी कॉलेज में दाखिला लिया। मैडिकल कॉलेज में दाखिले की परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली का रुख किया। पढ़ाई के इसी शौक के चलते खट्टर अपने परिवार में 10वीं पास करने वाले पहले सदस्य बने। मनोहर लाल खट्टर दसवीं पास करने के बाद दिल्ली में सदर बाज़ार में दुकानदारी करने लगे। साथ ही उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। खट्टर की दुकान चल निकली और उन्होंने अपने माता-पिता का सारा पैसा लौटाया व साथ ही अपनी छोटी बहन की शादी कराई और अपने दो भाई बहन को दिल्ली अपने पास बुला लिया।
 
RSS से जुड़ाव
खट्टर 1977 में ही बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंयेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए थे। 1980 में 27 साल की उम्र में वह संघ प्रचारक बन गए। संघ के लिए 14 साल काम करने के बाद वह भाजपा से जुड़े।
 
भाजपा ज्वाइन की
जिन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा में भाजपा के प्रभारी होते थे, तब खट्टर संगठन मंत्री थे, तभी से दोनों के अच्छे रिश्ते हैं। लोकसभा चुनावों में यूपी में अमित शाह के साथ खट्टर ने संगठन का जिम्मा संभाला था। मनोहर लाल खट्टर को 14 साल संघ के विस्तार कार्य के बाद 1994 में भाजपा संगठन में पहली जिम्मेदारी सौंपी गई। मनोहर लाल खट्टर 2000 से 2004 तक हरियाणा में भाजपा के संगठन सचिव रहे।
 
वैवाहिक जीवन
वैवाहिक जीवन की बात करें तो मनोहर लाल खट्टर और नरेंद्र मोदी दोनों ही वैवाहिक दृष्टि से कमोबेश एक ही पाले में हैं। नरेंद्र मोदी ने विवाह तो किया, मगर कभी वैवाहिक जीवन नहीं जिया। वहीं मनोहर लाल ने संघ के कार्य को केंद्र में रखते हुए विवाह ही नहीं किया।

राज्य के पहले पंजाबी सीएम 
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में भाजपा ने 47 सीटें हासिल कर बहुमत हासिल किया। हरियाणा विधायक दल ने उन्हें अपना नेता चुना। 60 साल के मनोहर लाल खट्टर ने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और करनाल से 63,773 मतों से चुनाव जीते। वह हरियाणा के पहले पंजाबी मुख्यमंत्री और 18 वर्ष बाद इस पद पर आसीन होने वाले पहले गैर जाट नेता हैं। खट्टर अपने राजनीतिक कौशल के लिए मशहूर रहे हैं और उन्होंने अपनी पार्टी के लिए कई चुनाव अभियान की रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभाई। 
 
खट्टर सरकार के 6 महीने का लेखा-जोखा 
खट्टर सरकार ने हाल ही में अपने 6 महीने का कार्यकाल पूरा किया है। इस मौके पर उन्होंने वर्तमान सरकार के 6 महीने के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन उपलब्ध करवाने के साथ-साथ सड़क, बिजली, रेलवे, औद्योगिक विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने पर विशेष बल दिया और सरकार के कार्यों की उपलब्धियों को भी गिनाया।

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