प्रेम व भाईचारे का संदेश देता है होला-मोहल्ला : खट्टर

Friday, Mar 06, 2015 - 04:14 AM (IST)

लाखनमाजरा/रोहतक/यमुनानगर: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सिख समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला होला-मोहल्ला कार्यक्रम आपसी प्रेम व भाईचारे का संदेश देता है। खट्टर आज मंजी साहिब गुरुद्वारा लाखनमाजरा रोहतक में आयोजित 65वें सालाना होला-मोहल्ला कार्यक्रम में उपस्थित साध संगत से रू-ब-रू हो रहे थे। उन्होंने गांव लाखनमाजरा की गलियों आदि केविकास के लिए एक करोड़ रूपए की राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिन्द सिंह ने आनंदपुर साहिब से होला-मोहल्ला कार्यक्रम की शुरूआत की थी और इसका उद्देश्य यही था कि सभी जाति-धर्म व सम्प्रदाय के लोगों में आपसी भाईचारा बढ़े और वे समाज व देश के विकास में सामूहिक योगदान दें।

उन्होंने कहा कि यह परम्परा उसी दौरान से चली आ रही है और इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी धर्मों व वर्गों के लोगों को एक स्थान पर इकट्ठा होने का अवसर मिलता है। मुख्यमंत्री ने अपने बचपन की याद को ताजा करते हुए कहा कि वे इसी धरती पर पैदा हुए है और यही से शिक्षा व ज्ञान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि आज वे जिस महत्वपूर्ण पद पर है उसके लिए वे इस जमीन को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1962-63 वे बचपन में अपने पिता व चाचा के साथ होला-मोहल्ला कार्यक्रम में आए और उन्हें मेले में 3 पैसे के सिक्के के बदले 5 पैसे का नया सिक्का लेने की घटना आज भी याद है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेन रोड से गुरुद्वारे तक की सड़क, तालाब में स्वच्छ पानी की व्यवस्था व गांव के गंदे पानी की निकासी के लिए सीवर लाइन की व्यवस्था करवाई जाएगी। वहीं यमुनानगर के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में किसानों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार किसानों के हितों के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सरस्वती शूगर मिल को बन्द नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर किसानों की पेमैंट और गन्ने के उठान के बारे में पूरी जानकारी अधिकारियों से ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बेमौसमी बरसात के कारण खराब होने वाली गेहूँ की फसल की गिरदावरी के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की सहकारी बैंकों के पास गिरवी जमीनों को नीलाम नहीं होने दिया जाएगा।

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