पुलिस का कारनामा: पम्प ड्राइवर को बनाया PA

Thursday, Mar 05, 2015 - 10:57 AM (IST)

करनाल (लाम्बा): भ्रष्टाचार का आरोप झेल रहे नगर निगम में कार्यरत पम्प ड्राइवर को सरकार की बिना मंजूरी के निगम के कमिश्नर ने अपना पी.ए. बना लिया है। यही नहीं कमिश्नर की तरफ से उसे स्थान भी उपलब्ध करवाया गया है मगर करनाल के रहने वाले सुरेंद्र नरवाल ने सी.एम. को शिकायत की है कि पम्प ड्राइवर ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर ली हैं। इसकी ड्यूटी ठेकेदारों के बिल पास करवाने के लिए वर्षों से लगी हुई है और इसने बेनामी सम्पत्ति कमा ली है।

उसने शिकायत में कहा कि एक साल पहले इसके पास अपना रोड रोलर भी था जो कई स्थानों पर चलाता था। बाद में बेनामी कमाई से इसने कई प्लाट रिश्तेदारों के नाम खरीद लिए। चूंकि यह तकनीक ब्रांच में काम करता है। इसलिए शहर में नक्शे पास करने के नाम पर इनसे करोड़ों रुपए एकत्र किए हैं। अब कमिश्नर ने इसे अपना पी.ए. तक बना लिया। शिकायत में कहा गया है कि हैरानी की बात है एक पम्प ड्राइवर के पद पर कार्यरत कर्मचारी को महत्वपूर्ण सीट किस अधिकारी द्वारा दी गई है।

उसने आरोप लगाया कि पम्प ड्राइवर अशोक कुमार नवनियुक्त आयुक्त को भी बदनाम कर रहा है। उसने आरोप लगाया कि जितने ई.ओ., सचिव और एक्स-ई.एन. ट्रांसफर हुए हैं उनकी कमीशन पम्प ड्राइवर ने हड़पनी शुरू कर दी है। आरोप लगाया गया है कि निगम में कार्यरत एक अन्य कर्मी से भी मिलीभगत है। यह उसके घर जाकर बिल पास करवाकर लाता है और उसकी कमीशन भी ठेकेदारों से लेकर यही देता है। बिल पास करवाने पर भी कमीशन लेता है। सुरेंद्र नरवाल ने सी.एम. को भेजी शिकायत में कहा कि ईश्वर कुमार और पम्प ड्राइवर अशोक कुमार के कार्यों की जांच करवाई जाए क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में निगम में 800 करोड़ के कार्य हुए हैं।

किसी से रिश्वत नहीं ली : अशोक
पम्प ड्राइवर अशोक कुमार कहा कि हां वह पी.ए. लगा हुआ है लेकिन पी.ए. कैसे लगा यह वह नहीं बता सकता। अशोक ने कहा कि उसने किसी से कोई रिश्वत नहीं ली। यदि कोई कहता है तो वह साबित करके दिखाए कि उसने एक रुपया भी किसी से लिया हो। आजकल सरकारी बिल आसानी से कहां पास होते हैं। वह न तो बिल को घटा सकता है और न ही बढ़ा सकता है।

 
 
 
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