उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा रेल बजट

Friday, Feb 27, 2015 - 07:29 AM (IST)

फरीदाबाद(सूरजमल):  मोदी सरकार के पहले रेल बजट से यात्रियों को जो उम्मीदें थी, वह उन पर खरी नहीं उतर पाई है। यही नहीं लंबित योजनाओं पर भी रेलमंत्री ने कोई घोषणा नहीं की है। इससे यात्रियों में मायूसी है। यात्रियों को उम्मीद थी कि ट्रेनों में भीड़ को कम करने के लिए रेलमंत्री ईएमयू ट्रेनों की घोषणा कर सकते हैं, मगर ऐसा नहीं हुआ। फरीदाबाद से रोजाना लगभग 50 हजार यात्री दिल्ली आते-जाते हैं। लगातार बढ़ती रेल यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर यात्रियों ने ईएमयू गाडिय़ों की संख्या बढ़ाने की मांग रखी थी। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इस बावत रेलमंत्री को पत्र लिखा था।

इसके अलावा यात्रियों ने फरीदाबाद से पूर्वांचल के लिए नई ट्रेन चलाए जाने की मांग रखी थी। मथुरा से होडल की तरफ आने वाली ईएमयू में दैनिक यात्रियों की बहुत भीड़ होती है। नई दिल्ली से पलवल के बीच चलने वाली शटल नंबर-64076 का होडल स्टेशन तक विस्तार किए जाने तथा महाकौशल एक्सप्रेस का फरीदाबाद स्टेशन पर ठहराव करने की मांग की थी। यात्रियों की वर्षों पुरानी मांग थी कि दिल्ली से आगरा जाते वक्त ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर श्रीधाम, केरला, जीटी एक्सप्रेस का ठहराव हो।

यात्रियों को ये थी उम्मीदें

ईएमयू ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए।
मौजूदा ईएमयू ट्रेनों में कोच की संख्या 9 से बढ़ाकर 12 या 15 तक किए जाएं।
फरीदाबाद से पूर्वाचल के लिए नई ट्रेन चलाई जाएं।
नई दिल्ली से पलवल के बीच चलने वाली शटल नंबर-64076 का होडल स्टेशन तक विस्तार किए जाएं।
टिकट विंडों पर भीड़ कम करने के लिए खिड़की तथा स्टाफ बढ़ाया जाए।
स्टेशनों पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध हो।
ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन से पार्सल की सुविधा शुरू की जाए।
फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर श्रीधाम, केरला, जीटी एक्सप्रेस का ठहराव हो।

योजनाएं जो अधूरी हैं

पिछले रेल बजट में पलवल-अलीगढ़ मेमो ट्रेन चलाने की घोषणा हुई थी। जो आज तक नहीं चली।
2013-14 के रेल बजट में घोषित सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा भी अभी तक पूरी नहीं हुई है।
रेलवे स्टेशनों पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर पहुंचने के लिए बनाए गए ऊपरगामी पुलों को बेहतर बनाने के लिए घोषणाएं हुई, लेकिन अभी तक पुलों को बनाने का काम शुरू नहीं किया गया है।
वर्ष 2009-10 में तुगलकाबाद से पलवल तक चौथी रेलवे लाइन बिछाने के लिए रेल बजट में घोषणा हुई थी। काम रुका हुआ है।

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