ऐसे जाल में फंसा ए.एस.आई.!
punjabkesari.in Thursday, Feb 05, 2015 - 02:58 AM (IST)

हिसार (अनिल असीजा): उकलाना-सुरेवाला मोड़ पर यमुनानगर सी.आई.ए. का ए.एस.आई. अशोक 2 बार विजीलैंस टीम के हत्थे चढऩे से बचा। दोनों बार उसने शिकायतकत्र्ता तोशाम निवासी राजेश को खुद के पुलिस द्वारा दबोचे जाने की आशंका भी जताई थी, इसलिए फंसे जाने के डर से वह रुपए लेने की जगह बदलता रहा। उसे 20 लाख रुपए हाथ से जाते दिखाई दिए इसलिए पकड़े जाने के डर के बावजूद उसने 30 किलोमीटर दूर एकांत जगह चुनी। अशोक फिर भी अरैस्ट हो गया। जानकारी के अनुसार अशोक बीती शाम हिसार के बस अड्डा क्षेत्र के बार में पहुंचा था।
शिकायतकत्र्ता राजेश के अनुसार अशोक पहले यमुनानगर आकर रिश्वत देने की मांग कर रहा था, मगर राजेश के मना करने पर वह हिसार से 20 लाख रुपए की नकदी लेने पहुंचा था। इस दौरान आरोपित पुलिस कर्मचारी और रिश्वत देने वाले तोशाम निवासी राजेश के बीच मध्यस्थता करवाने वाला दादरी हलके के गांव घसौला निवासी राजेश भी था। यहां सबने बस स्टैंड क्षेत्र के बार में शराब पी। इससे पहले शिकायतकत्र्ता ने विजीलैंस टीम को सारे मामले की जानकारी सबूतों के साथ दे दी थी। बार और उसके बाहर निकलकर अशोक को रुपए देने की पेशकश की गई, मगर पकड़े जाने के भय से अशोक ने दोनों को बस स्टैंड मिलने को कहा। इसके साथ ही अशोक ने कहा कि पैदल ही बस अड्डे जाएगा।
बस अड्डे पर भी अशोक को लगा भी कि पुलिस उसके कहीं आसपास है। शिकायतकत्र्ता राजेश के अनुसार अशोक ने उसे 2-3 बार कहा, मुझे लगता है कि पुलिस आसपास मंडरा रही है, इसलिए 20 लाख रुपए की नकदी यहां नहीं लूंगा। इसके बाद अशोक ने दोनों को बरवाला स्थित सतलोक आश्रम के बाहर मिलने को कहा। राजेश विजीलैंस विभाग के अधिकारियों के साथ सम्पर्क में रहा और चोरी-छिपे मामले की सारी जानकारी उन्हें देता रहा।
उधर, अशोक सतलोक आश्रम के बाहर रुपए लेने के लिए पहुंच गया। विजीलैंस टीम ने 2 बार हत्थे चढऩे से बच रहे ए.एस.आई. अशोक से इस बार दूरी बना ली। सतलोक आश्रम के समीप किसी की मौजूदगी नहीं होने पर अशोक ने राजेश से 20 लाख रुपए ले लिए। यह नकदी एक बैग में रखी थी। आश्रम से 3 किलोमीटर दूर सुरेवाला मोड़ पर इंस्पैक्टर भूपेंद्र शर्मा की अगुवाई वाली विजीलैंस टीम ने अशोक को रिश्वत की राशि के साथ दबोच लिया।