खाद के लिए महिलाएं खा रहीं दर-दर की ठोकरें

punjabkesari.in Wednesday, Jan 28, 2015 - 01:59 AM (IST)

गुहला-चीका (नंदलाल): गुहला-चीका क्षेत्र में यूरिया खाद के लिए जहां किसान मारा-मारा फिर रहा है, वहीं महिलाएं भी दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं। मंडी में खाद लेने आई सतविंद्र कौर, हरभजन कौर, सुषमा, शीला देवी, बिंद्र कौर, परमजीत कौर, निर्मला देवी, रोशनी देवी, कमलेश रानी, धन्नो, बंतो रानी व भागवंती ने कहा कि उन्हें पर्याप्त यूरिया खाद न मिलने की वजह से रोज चीका के चक्कर काटने पड़ते हैं। उनके घर में ऐसा कोई बड़ा व्यक्ति नहीं जो शहर आकर लाइनों में लगकर खाद ले सके। वे कई दिनों से खाद लेने के लिए शहर के चक्कर काट रही हैं परंतु खाद न उपलब्ध होने के कारण पूरा दिन मंडी में बैठकर वापस खाली हाथ घर लौटना पड़ता है।

किसानों ने आरोप लगाया कि गुहला-चीका में खाद के 3 लाख से ऊपर थैले आ चुके हैं परंतु ज्यादातर यूरिया खाद विक्रेताओं द्वारा कथित रूप से ब्लैक में पंजाब के किसानों को बेचा गया है जिसके चलते क्षेत्र के किसानों को खाद की दिक्कत से रू-ब-रू होना पड़ रहा है। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द पर्याप्त यूरिया खाद उपलब्ध करवाया जाए। इस संबंध में उपमंडल कृषि अधिकारी डा. रामनिवास ने बताया कि गुहला-चीका में 3 लाख से भी ज्यादा यूरिया खाद के थैले आ चुके है और अब किसानों का भी लगभग कोटा पूरा हो चुका है। आज भी चीका स्थित 1 खाद विक्रेता बृजलाल एंड कम्पनी के पास 1,800 थैले यूरिया खाद के आए थे जिन्हें किसानों में 5 थैले प्रति बंटवा दिया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News