विश्व में भारत का लोकतंत्र सबसे विशाल : राज्यपाल

Monday, Jan 26, 2015 - 06:14 AM (IST)

करनाल (ब्यूरो): राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि विश्व में भारत का लोकतंत्र सबसे विशाल है। देश के संविधान में नागरिकों को वोट का अधिकार मिला है, वोट ऐसी ताकत है जिससे जनता द्वारा शासक को बदला जा सकता है। हर नागरिक वोट के अधिकार को समझकर इसका सही प्रयोग करके लोकतंत्र को मजबूत करे। राज्यपाल रविवार को दयाल सिंह कालेज के सभागार में 5वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राज्य स्तरीय मतदाता कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए मतदाता दिवस का विशेष महत्व है।

26 जनवरी को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था और 25 जनवरी को उस निर्वाचन आयोग का गठन हुआ था जिसके माध्यम से जनता अपने शासक को चुनती है। निर्वाचन आयोग ऐसा माध्यम है जो जनता को सरकार चुनने का अवसर देता है। उन्होंने बताया कि परिणाम स्वरूप लोकसभा में करीब 72 प्रतिशत व विधानसभा में 77 प्रतिशत मतदान हुआ और संभव है कि आने वाले दिनों में इसका प्रतिशत और बढ़ेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरियाणा श्रीकांत वाल्गद ने बताया कि निर्वाचन विभाग ने भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मतदाता पंजीकरण को आसान तथा समावेशी बनाने के लिए बहुत सारे कदम उठाए हैं। राज्यपाल द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित करके किया और इससे पहले राज्यपाल द्वारा स्कूली छात्राओं की जागरूकता रैली को झंडी देकर रवाना किया।

कैथल के गौरव बंसल को मिला पहला पुरस्कार : राज्यपाल ने निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया। निबंध प्रतियोगिता में कैथल के गौरव बंसल को प्रथम, फरीदाबाद के मंजीत मुकुल को दूसरा स्थान व पंचकूला की रजनी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में कैथल की नमीता रानी प्रथम, गुडग़ांव के विनित शेखावत द्वितीय और करनाल की अंकिता संधू ने तीसरा, हिसार की इंकुम को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। स्कूल वर्ग की निबंध प्रतियोगिता में कुरुक्षेत्र की संगीता को प्रथम, रेवाड़ी की मधुशाला ने दूसरा व रेवाड़ी की पूजा को तीसरा स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।

जिला स्तर पर निबंध प्रतियोगिता में तरावड़ी की कोमल ने प्रथम, सांभली की वंदना शर्मा द्वितीय, फफड़ाना के भीष्म शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में तरावड़ी की ज्योति को प्रथम, ब्याना की नीतू को द्वितीय तथा पाढ़ा की कविता को तृतीय स्थान मिला। कॉलेज कैडर के निबंध प्रतियोगिता में फलिका अरोड़ा को प्रथम, असंध की नेहा चौहान को दूसरा तथा करनाल की प्रिया पाहवा को तृतीय स्थान मिला। वाद-विवाद प्रतियोगिता में करनाल की अंकिता संधू को प्रथम, रावर का निशा भोजगी को द्वितीय तथा रावर की ही रूबी शफी को तृतीय स्थान मिला।

बूथ स्तर पर अच्छा कार्य करने वाले बी.एल.ओ. को भी सम्मानित किया गया जिनमें नीलोखेड़ी से संडीर स्कूल के अध्यापक सुखविन्द्र, इन्द्री से सैयद छपरा स्कूल के अध्यापक प्रेम सिंह, करनाल से लोकनाथ, घरौंडा से राम कुमार और असंध से भाम्बरेहड़ी स्कूल के अध्यापक बलकार सिंह को भी प्रशंसा पत्र व नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रोहतक मंडल के आयुक्त राजीव रंजन, गवर्नर की सचिव नीलम प्रदीप कासनी, आई.जी. हनीफ कुरैशी, डी.सी. जे.गणेशन, एस.पी.अभिषेक गर्ग, मेयर रेणु बाला गुप्ता, सी.ई.ओ. जयवीर सिंह आर्य, गुलशन गांधी, ए.डी.सी. गिरीश अरोड़ा, नगराधीश आशुतोष राजन, दयाल सिंह कालेज महाप्रबंधक डा. बी.आर..गुलाटी, कालेज के पिं्रसीपल डा. राकेश भारद्वाज, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज बाला गुर समेत कई लोग मौजूद थे।

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