जिले में साक्षर भारत मिशन फ्लॉप!

punjabkesari.in Friday, Jan 16, 2015 - 06:30 AM (IST)

फतेहाबाद (पंकेस): जिले में साक्षर भारत मिशन प्रेरकों की तनख्वाह न मिलने के कारण यह मिशन दम तोड़ता दिखाई दे रहा है। पिछले 17 महीनों से प्रेरकों को वेतन नहीं मिला है। जिले में कुल 496 प्रेरक हैं। यह हालात फतेहाबाद जिले के ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा प्रदेश के भी हैं। जिला संयोजक अपने स्तर पर प्रेरकों को मार्गदर्शन करके कुछ काम ले रहे हैं लेकिन लंबी अवधि तक वेतन न आने के कारण अधिकतर प्रेरक इस कार्य में रुचि नहीं ले पाएंगे। पूरे जिले में डेढ़ लाख के करीब निरक्षर हैं और अब तक साक्षर भारत मिशन के तहत लगभग 12,000 लोगों को अक्षर ज्ञान दिया जा चुका है। इस नवसाक्षरों को बाकायदा प्रमाण पत्र भी दिए गए हैं। निरक्षरों को साक्षर करने के लिए प्रेरकों को उन्हें बाकायदा गांव के स्कूलों में लाने की हिदायत भी दी गई है।

इस वर्ष में मात्र 5400 पंजीकरण
साक्षर भारत मिशन के तहत चालू वर्ष में 5400 निरक्षरों का ही पंजीकरण हुआ है जबकि अभी तक भी 1 लाख 40 हजार के करीब निरक्षरों को साक्षर किया जाना बाकी है। निरक्षरों की वाॢषक परीक्षा मार्च महीने के तीसरे सप्ताह में होनी है और इसी माह के अंत तक परिणाम भी आ जाएगा।

3 साल पहले शुरू हुआ था साक्षर भारत मिशन
फतेहाबाद जिले में 13 अगस्त 2012 को साक्षर भारत मिशन की शुरूआत की गई थी। हालांकि देश में इससे पहले ही यह मिशन 8 सितम्बर 2009 को शुरू हो चुका था। हरियाणा प्रदेश में इसे 2011 में लागू किया गया था। इस मिशन के तहत निरक्षरों को साक्षर करने का काम प्रेरकों को सौंपा गया था।


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