कांग्रेस ने विरोध के बावजूद शहजाद खान को अहमदाबाद नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया
punjabkesari.in Wednesday, Jan 12, 2022 - 10:39 AM (IST)
अहमदाबाद, 11 जनवरी (भाषा) कांग्रेस ने पार्टी के कुछ पार्षदों के विरोध के बावजूद मंगलवार को शहजाद खान पठान को अहमदाबाद नगर निगम में एक साल के लिए नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया। पिछले साल हुए नगर निकाय के चुनाव के करीब 11 महीने बाद यह नियुक्ति की गई है।
अल्पसंख्यक समुदाय के नेता की नियुक्ति के फैसले को भाजपा शासित गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि एआईएमआईएम की चुनौती को देखते हुए कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को एकजुट रखने के मद्देनजर पठान की नियुक्ति का फैसला लिया।
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने घोषणा की है कि वह अहमदाबाद से विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए जब पठान के नाम पर निर्णय लिया, तो कम से कम 11 पार्षदो ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के पास पहुंच गए। इन पार्षदों ने ठाकोर को इस्तीफा देने तक की धमकी दे डाली। 192 सदस्यीय अहमदाबाद नगर निगम में कांग्रेस के 24 पार्षद हैं।
राज्य में कांग्रेस विधायक एवं नियुक्तियों के पर्यवेक्षक सी जे चावड़ा ने बताया, ‘‘समुचित विचार विमर्श और पार्टी के सभी नेताओं एवं हाईकमान को विश्वास में लेने के बाद पठान को एएमसी में नेता प्रतिपक्ष, नीरव बख्शी को उप नेता प्रतिपक्ष और जगदीश राठौड़ को मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति केवल एक वर्ष के लिए हैं (यद्यपि अगला नगर निगम चुनाव चार वर्ष बाद होगा)। पार्टी सुत्रों के अनुसार अनुसार नियुक्तियों में विलंब पार्टी के अंदर चल रहा घमासान और आम सहमति नहीं होने के कारण हुआ।
पठान 2019 में उस समय सुर्खियों में आये थे, जब वह नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तार किये गये थे। सितंबर 2021 में उन्होंने कुछ अन्य मुस्लिम पाषर्दों के साथ एआईएमआईएम प्रुख असदुद्दीन औवेसी से मुलाकात की थी जिसके बाद यह अटकल लगायी जाने लगी कि वह कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अल्पसंख्यक समुदाय के नेता की नियुक्ति के फैसले को भाजपा शासित गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि एआईएमआईएम की चुनौती को देखते हुए कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को एकजुट रखने के मद्देनजर पठान की नियुक्ति का फैसला लिया।
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने घोषणा की है कि वह अहमदाबाद से विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए जब पठान के नाम पर निर्णय लिया, तो कम से कम 11 पार्षदो ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के पास पहुंच गए। इन पार्षदों ने ठाकोर को इस्तीफा देने तक की धमकी दे डाली। 192 सदस्यीय अहमदाबाद नगर निगम में कांग्रेस के 24 पार्षद हैं।
राज्य में कांग्रेस विधायक एवं नियुक्तियों के पर्यवेक्षक सी जे चावड़ा ने बताया, ‘‘समुचित विचार विमर्श और पार्टी के सभी नेताओं एवं हाईकमान को विश्वास में लेने के बाद पठान को एएमसी में नेता प्रतिपक्ष, नीरव बख्शी को उप नेता प्रतिपक्ष और जगदीश राठौड़ को मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति केवल एक वर्ष के लिए हैं (यद्यपि अगला नगर निगम चुनाव चार वर्ष बाद होगा)। पार्टी सुत्रों के अनुसार अनुसार नियुक्तियों में विलंब पार्टी के अंदर चल रहा घमासान और आम सहमति नहीं होने के कारण हुआ।
पठान 2019 में उस समय सुर्खियों में आये थे, जब वह नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तार किये गये थे। सितंबर 2021 में उन्होंने कुछ अन्य मुस्लिम पाषर्दों के साथ एआईएमआईएम प्रुख असदुद्दीन औवेसी से मुलाकात की थी जिसके बाद यह अटकल लगायी जाने लगी कि वह कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
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