समुद्री जैव विविधता के लिहाज अति संवेदनशील कच्छ की खाडी के पास दो वाणिज्यिक पोत टकराए
punjabkesari.in Saturday, Nov 27, 2021 - 07:44 PM (IST)
अहमदाबाद, 27 नवंबर (भाषा) कच्छ की खाड़ी में दो वाणिज्यिक पोतों के बीच शुक्रवार रात टक्कर हो गई, जिनमें चालक दल के 44 सदस्य सवार थे। ये सदस्य भारत और फिलीपीन के नागरिक हैं। इस दौरान किसी के हताहत होने या तेल रिसाव होने की कोई सूचना नहीं मिली है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जहां पर पोत टकराए हैं, उस इलाके को समुद्री जैव विविधता के लिहाज से अति संवेदनशील माना जाता है।
उन्होंने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) लगातार उस इलाके की निगरानी कर रहा है ताकि तेल रिसाव का पता लगाया जा सके।
आईसीजी ने यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि तेल/रसायन टैंकर एमवी अटलांटिक ग्रेस की विशाल मालवाहक पोत एमवी एविएटर से 26 नवंबर की रात करीब साढ़े नौ बजे उस इलाके में टक्कर हुई, जिसे समुद्री जैव विविधता के लिए अति संवेदनशील माना जाता है।
बयान में बताया गया कि आईसीजी के जहाज और हेलीकॉप्टर को इलाके में आकलन के लिए तैनात किया गया था, जिन्होंने दुर्घटनाग्रस्त दोनों पोतो से तेल रिसाव या अन्य समुद्री प्रदूषण की जानकारी नहीं दी है।
आईसीजी ने बताया कि एमवी अटलांटिक ग्रेस (हांगकांग मूल का) के चालक दल में 22 भारतीय सवार थे जबकि एमवी एविएटर (मार्शल आइलैंड में पंजीकृत) पर चालक दल के 22 सदस्य सवार थे जो फिलीपीन के निवासी हैं।
बयान में बताया कि सूचना मिलते ही आईसीजी ने इलाके का आकलन करने के लिए दो जहाजों को भेजा, क्योंकि इलाका ‘‘ अति संवेदनशील समुद्री जैव विविधता रिजर्व है।’’
बयान के मुताबिक, तटरक्षक बल के प्रदूषण नियंत्रण पोत आईसीजीएस समुद्र पावक को हादसे की जगह पर भेजा गया और समुद्री तेल प्रदूषण को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए। आईसीजी के हेलीकॉप्टर भी प्रदूषण का आकलन कर रहे हैं और सहायता कर रहे हैं।
इससे पहले गुजरात रक्षा जन संपर्क अधिकारी ने ट्वीट किया, ‘‘वाणिज्यिक पोतों ‘एविएटर’ और ‘अटलांटिक ग्रेस’ के बीच 26 नवंबर की रात को कच्छ की खाड़ी में टक्कर हो गई। इस दौरान किसी के हताहत होने या तेल रिसाव की कोई जानकारी नहीं मिली है। प्रदूषण नियंत्रण समेत भारतीय तटरक्षक पोतों को पास ही तैयार रखा गया है और हालात पर नजर रखी जा रही है।’’
आईसीजी के मुताबिक, हादसे के शिकार दोनों पोत कांडला बंदरगाह पर रुके थे और इसके बाद उन्हें क्रमश: फजुयिराह और टूना पोर्ट पर लंगर डालना था। पहले पोत की कुल लंबाई 183 मीटर है जबकि दूसरे पोत की लंबाई 140 मीटर है। दोनों पोतों की चौड़ाई क्रमश: 32 और 25 मीटर है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
जहां पर पोत टकराए हैं, उस इलाके को समुद्री जैव विविधता के लिहाज से अति संवेदनशील माना जाता है।
उन्होंने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) लगातार उस इलाके की निगरानी कर रहा है ताकि तेल रिसाव का पता लगाया जा सके।
आईसीजी ने यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि तेल/रसायन टैंकर एमवी अटलांटिक ग्रेस की विशाल मालवाहक पोत एमवी एविएटर से 26 नवंबर की रात करीब साढ़े नौ बजे उस इलाके में टक्कर हुई, जिसे समुद्री जैव विविधता के लिए अति संवेदनशील माना जाता है।
बयान में बताया गया कि आईसीजी के जहाज और हेलीकॉप्टर को इलाके में आकलन के लिए तैनात किया गया था, जिन्होंने दुर्घटनाग्रस्त दोनों पोतो से तेल रिसाव या अन्य समुद्री प्रदूषण की जानकारी नहीं दी है।
आईसीजी ने बताया कि एमवी अटलांटिक ग्रेस (हांगकांग मूल का) के चालक दल में 22 भारतीय सवार थे जबकि एमवी एविएटर (मार्शल आइलैंड में पंजीकृत) पर चालक दल के 22 सदस्य सवार थे जो फिलीपीन के निवासी हैं।
बयान में बताया कि सूचना मिलते ही आईसीजी ने इलाके का आकलन करने के लिए दो जहाजों को भेजा, क्योंकि इलाका ‘‘ अति संवेदनशील समुद्री जैव विविधता रिजर्व है।’’
बयान के मुताबिक, तटरक्षक बल के प्रदूषण नियंत्रण पोत आईसीजीएस समुद्र पावक को हादसे की जगह पर भेजा गया और समुद्री तेल प्रदूषण को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए। आईसीजी के हेलीकॉप्टर भी प्रदूषण का आकलन कर रहे हैं और सहायता कर रहे हैं।
इससे पहले गुजरात रक्षा जन संपर्क अधिकारी ने ट्वीट किया, ‘‘वाणिज्यिक पोतों ‘एविएटर’ और ‘अटलांटिक ग्रेस’ के बीच 26 नवंबर की रात को कच्छ की खाड़ी में टक्कर हो गई। इस दौरान किसी के हताहत होने या तेल रिसाव की कोई जानकारी नहीं मिली है। प्रदूषण नियंत्रण समेत भारतीय तटरक्षक पोतों को पास ही तैयार रखा गया है और हालात पर नजर रखी जा रही है।’’
आईसीजी के मुताबिक, हादसे के शिकार दोनों पोत कांडला बंदरगाह पर रुके थे और इसके बाद उन्हें क्रमश: फजुयिराह और टूना पोर्ट पर लंगर डालना था। पहले पोत की कुल लंबाई 183 मीटर है जबकि दूसरे पोत की लंबाई 140 मीटर है। दोनों पोतों की चौड़ाई क्रमश: 32 और 25 मीटर है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।