गोवा : ‘अपवित्र गठबंधन है’ राहुल गांधी और जीएफपी विधायकों की मुलाकात - तृणमूल कांग्रेस

punjabkesari.in Wednesday, Dec 01, 2021 - 07:17 PM (IST)

पणजी, एक दिसंबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर उनके और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के दो विधायकों के बीच हुई बैठक को तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को ‘‘अपवित्र गठबंधन’’ करार दिया।

जीएफपी के विधायकों विजय सरदेसाई, विनोद पालीकर और निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर ने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात कर गोवा के अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ देने का वादा किया और आरोप लगाया था कि राज्य की भाजपा नीत सरकार ‘‘भ्रष्ट’’ हो गई है। इस बैठक के बाद कांग्रेस और जीएफपी के बीच गठबंधन की संभावना को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।

तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने पत्रकारों को बताया, ‘‘मंगलवार को कुछ हुआ जिसके बारे में गोवा के सभी लोगों को सोचना चाहिए। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई फिर से कांग्रेस के संपर्क में हैं और गोवा चुनाव के लिए गठबंधन की संभावना जाहिर की है।’’
उन्होंने कहा कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ‘‘अपवित्र गठबंधन’’ की वजह से ही गोवा में सत्ता में आयी, हालांकि उसने 13 सीटें जीती थीं।

तृणमूल कांग्रेस ने पहली बार गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है।

बनर्जी ने कहा, ‘‘जीएफपी ने भाजपा के साथ सौदा किया और उन्हें सरकार बनाने दिया, जबकि उन्हें जनादेश नहीं मिला था।’’
पलटवार करते हुए सरदेसाई ने कहा कि भाजपा को हराने को लेकर जो भी गंभीर और प्रतिबद्ध हैं, उन्हें साथ आना चाहिए और टीम गोवा के साझा मंच पर लड़ना चाहिए।

सरदेसाई ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने 2017 के चुनाव में पार्टी के एकमात्र विधायक को भाजपा का समर्थन करने का निर्देश दिया था, जिसके कारण मणिपुर में पहली बार बिरेन सिंह के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी, जबकि वहां की जनता भाजपा को नहीं चाहती थी।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लोग आसानी से यह बात भूल जाते हैं कि पिछली बार गोवा में कांग्रेस के साथ हमारा चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं हुआ था। हमने अपने विधानसभा क्षेत्रों में उनका मुकाबला किया था। इस बार यह शीर्ष के लोगों की ओर से संदेश है कि जो लोग भाजपा को हराने को लेकर गंभीर हैं उन्हें साथ आना चाहिए और टीम गोवा के साझा मंच पर मिलकर लड़ना चाहिए।’’
सरदेसाई ने कहा कि जीएफपी राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को हराने के लिए एकजुट विपक्ष के कांग्रेस के अभियान का समर्थन करता है।

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ परोक्ष हमले में सरदेसाई ने दावा किया कि विपक्षी दलों द्वारा मंगलवार को बयान पर संयुक्त हस्ताक्षर से तृणमूल से खुद को अलग रखा क्योंकि वह किसी और की महत्वाकांक्षा को पूरा नहीं करना चाहती है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह विपक्ष की एकता की कीमत पर स्वार्थ का हावी होना कहा जायेगा । किसको लाभ होगा? उसी पार्टी को जिसे गोवा में भाजपा-विरोधी वोट का बंटवारा करके होगा।’’

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