गूगल ने लॉन्च किया Emergency Location Service? क्या है ये और कैसे करेगा काम, जानें

punjabkesari.in Tuesday, Dec 23, 2025 - 08:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क : Google ने भारत में Android यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक नया और अहम सेफ्टी व इमरजेंसी फीचर Emergency Location Service (ELS) लॉन्च किया है। यह फीचर इमरजेंसी की स्थिति में यूजर्स को पुलिस, स्वास्थ्य सेवाओं और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं से तेजी से जोड़ने में मदद करेगा। खास बात यह है कि इमरजेंसी कॉल या मैसेज के दौरान यह फीचर यूजर की सटीक लोकेशन भी स्वतः साझा कर देगा, जिससे राहत और बचाव कार्यों में समय की बचत हो सकेगी।

सबसे पहले इस राज्य में शुरू हुई सेवा
Google की Emergency Location Service को भारत में सबसे पहले उत्तर प्रदेश में शुरू किया गया है। यह फीचर Android 6 और उससे ऊपर के वर्जन वाले कम्पैटिबल स्मार्टफोन्स पर उपलब्ध कराया गया है। हालांकि, इस सेवा को पूरी तरह से सक्रिय करने के लिए राज्य की संबंधित अथॉरिटी को इसे अपनी इमरजेंसी सेवाओं के साथ इंटीग्रेट करना होता है।

इमरजेंसी में कैसे करेगा काम
कंपनी के अनुसार, भारत में Android स्मार्टफोन्स पर ELS फीचर को एक्टिवेट कर दिया गया है। इसके जरिए यूजर्स इमरजेंसी की स्थिति में पुलिस, मेडिकल स्टाफ और फायरफाइटर्स जैसे इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को कॉल या SMS कर सकते हैं। जैसे ही यूजर इमरजेंसी नंबर पर संपर्क करता है, यह फीचर अपने आप यूजर की लोकेशन साझा कर देता है।

50 मीटर तक सटीक लोकेशन की क्षमता
Emergency Location Service यूजर की लोकेशन पता करने के लिए GPS, WiFi और सेल्युलर नेटवर्क से डेटा इकट्ठा करता है। Google का दावा है कि यह फीचर लगभग 50 मीटर तक की सटीकता के साथ किसी व्यक्ति की लोकेशन का पता लगा सकता है, जिससे इमरजेंसी सेवाओं को सही जगह तक पहुंचने में आसानी होगी।

उत्तर प्रदेश बना पहला राज्य
ELS फीचर को पूरी तरह लागू करने के लिए लोकल वायरलेस और इमरजेंसी इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपरेटर्स का सपोर्ट जरूरी होता है। भारत में उत्तर प्रदेश ऐसा करने वाला पहला राज्य बन गया है। यूपी पुलिस ने पर्ट टेलीकॉम सॉल्यूशंस के साथ मिलकर इस सेवा को राज्य के इमरजेंसी नंबर 112 के साथ इंटीग्रेट किया है।

पूरी तरह मुफ्त है यह सेवा
Google ने स्पष्ट किया है कि Emergency Location Service पूरी तरह फ्री सर्विस है। यह फीचर यूजर की लोकेशन तभी ट्रैक करता है, जब Android फोन से इमरजेंसी नंबर 112 डायल किया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में यूजर की लोकेशन को ट्रैक नहीं किया जाता, जिससे प्राइवेसी भी सुरक्षित रहती है।


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Content Editor

Shubham Anand

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