एलन मस्क बनाने जा रहे दुनिया का सबसे ताकतवर AI, OpenAI और Google को मिलेगी कड़ी टक्कर
punjabkesari.in Wednesday, Dec 31, 2025 - 03:02 PM (IST)
नेशनल डेस्क : दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और टेक्नोलॉजी क्षेत्र के दिग्गज एलॉन मस्क ने अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप xAI को और मजबूत करने के लिए एक और अहम फैसला लिया है। मस्क ने मंगलवार को घोषणा की कि xAI ने अपनी बुनियादी ढांचा क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से एक तीसरी इमारत का अधिग्रहण किया है। इस विस्तार का मुख्य लक्ष्य कंपनी की कंप्यूटिंग पावर को बढ़ाकर 2 गीगावाट तक पहुंचाना है, जिससे उन्नत AI मॉडल के प्रशिक्षण और विकास में तेजी लाई जा सके।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी, नाम को लेकर चर्चा
एलॉन मस्क ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि xAI ने “MACROHARDRR” नामक तीसरी इमारत खरीदी है। हालांकि उन्होंने इस इमारत के सटीक स्थान का खुलासा नहीं किया। टेक जगत में यह चर्चा है कि “MACROHARDRR” नाम के जरिए मस्क ने माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष किया है, क्योंकि वह अक्सर बड़ी टेक कंपनियों को लेकर अपने चुटीले और व्यंग्यात्मक अंदाज के लिए जाने जाते हैं।
मेम्फिस के पास बनेगा नया डेटा सेंटर
रिपोर्ट्स के अनुसार, xAI का यह नया डेटा सेंटर अमेरिका के मेम्फिस शहर के बाहरी इलाके में स्थापित किया जाने की योजना है। कंपनी का मौजूदा सुपरकंप्यूटर क्लस्टर “कोलोसस” (Colossus) पहले से ही दुनिया के सबसे बड़े सुपरकंप्यूटर क्लस्टर्स में गिना जाता है। अब xAI की योजना कोलोसस का और विस्तार करने की है, ताकि इसमें कम से कम 10 लाख ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) को स्थापित किया जा सके और AI मॉडल को अधिक प्रभावी ढंग से प्रशिक्षित किया जा सके।
2026 से शुरू होगा डेटा सेंटर का निर्माण कार्य
मीडिया रिपोर्ट ‘द इंफॉर्मेशन’ के मुताबिक, xAI वर्ष 2026 से इस नई इमारत को पूर्ण रूप से डेटा सेंटर में बदलने का काम शुरू करेगी। यह नया डेटा सेंटर और प्रस्तावित “कोलोसस 2” दोनों ही एक प्राकृतिक गैस आधारित बिजली संयंत्र के नजदीक स्थित होंगे। बताया जा रहा है कि यह पावर प्लांट भी xAI द्वारा उसी क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है, ताकि बड़े पैमाने पर आवश्यक ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
OpenAI और Google को मिलेगी कड़ी चुनौती
इस बड़े विस्तार के साथ एलॉन मस्क की xAI अब सीधे तौर पर OpenAI (ChatGPT), Anthropic (Claude) और Google जैसी प्रमुख AI कंपनियों को कड़ी चुनौती देने की तैयारी में है। विशेषज्ञों का मानना है कि अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए भारी मात्रा में कंप्यूटिंग पावर की आवश्यकता होती है, और 2 गीगावाट की क्षमता xAI को वैश्विक AI प्रतिस्पर्धा में एक मजबूत स्थिति में खड़ा कर सकती है।
पर्यावरण को लेकर बढ़ी चिंताएं
AI इंफ्रास्ट्रक्चर के इस तेजी से हो रहे विस्तार को लेकर पर्यावरण से जुड़े सवाल भी उठने लगे हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि इतने बड़े डेटा सेंटर अत्यधिक मात्रा में बिजली और प्राकृतिक संसाधनों की खपत करते हैं, जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि xAI ऊर्जा उपयोग को किस तरह संतुलित करती है और पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के लिए क्या कदम उठाती है।
