Review: पॉलिटिकल ड्रामा और देशभक्ति का कॉम्बो है Article 370, यामी से नहीं हटेंगी नजरे

Friday, Feb 23, 2024 - 09:43 AM (IST)

फिल्म - आर्टिकल 370 (Article 370 )
निर्देशक- आदित्य सुहास झांबले (Aditya Suhas Jambhale)
स्टारकास्ट- यामी गौतम (Yami Gautam) प्रियामणि ( Priya Mani) अरुण गोविल (Arun govil) किरण करमकर (kiran karmarkar)
रेटिंग- 3.5*/5

 

Article 370 -  एक बार फिर दमदार किरदार के साथ यामी गौतम ने फिल्म 'आर्टिकल 370' के साथ सिनेमाघरों में वापसी की है। फिल्म आदित्य सुहास जंभाले के डायरेक्शन में बनी है और इसे यामी के पति आदित्य धर और ज्योति देशपांडे ने मिलकर प्रोड्यूस किया है।  यामी के अलावा फिल्म में साउथ एक्ट्रेस प्रिया मणि भी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में भारतीय संविधान के आर्टिकल 370 से जुड़ी कहानी को दिखाया गया है कि किस तरह कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी, वो भी बिना किसी हिंसा के। साथ ही इस आर्टिकल के हटने से पहले कश्मीर में क्या स्थिति थी। यह भी फिल्म में प्रमुखता से दिखाया गया है। 

कहानी
फिल्म की कहानी की बात करें तो कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के पीछे की पूरी रणनीति क्या थी और इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे। इस घटनाक्रम को बखूबी दिखाया गया है। कश्मीर में हालात खराब हो रहे थे और हिंसा हो रही थी। मासूम लोगों की जाने जा रही थीं। ऐसे में सरकार को बिना किसी खूनखराबे के इस प्रावधान को हटाना था। इसकी पहली शुरुआत 2016 में आतंकी बुरहान वानी का एनकाउंटर से हुई। बुरहान का एनकाउंटर करने वाली ऑफिसर जूनी हकसर जिसका किरदार यामी गौतम ने निभाया है उन पर अनुशासन भंग करने का आरोप लगता है क्योंकि बुरहान के एनकाउंटर के बाद कश्मीर में अशांति और उथल पुथल मच जाती है।

 

इसके बाद PMO की एक अधिकारी राजेश्वरी स्वामीनाथन (प्रियामणि) के जूनी को NIA का एजेंट बनाकर जिम्मेदारी देती हैं कि वो वहां के राजनेताओं, अलगाववादियों और उपद्रवियों से निपटकर हालात को संभाले। इधर दिल्ली में आर्टिकल 370 को हटाने के लिए नियम और कानूनी तरीका निकाला जाता है। 

 

 

एक्टिंग
फिल्म में यामी और प्रियमणि अहम भूमिका में हैं। यामी गौतम एक बार फिर ऑफिसर के रोल में खूब जंची हैं। NIA एजेंट बनकर यामी ने शानदार काम किया है साथ ही यामी का जबरदस्त एक्शन भी देखने लायक है। वहीं प्रियामणि PMO की सेक्रेटरी के रूप में अपने सादगी भरे अंदाज में बेहतरीन लगी हैं। इसके अलावा आर्मी ऑफिसर के रोल में वैभव तत्ववादी ने बढ़िया काम किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका में अरुण गोविल थोड़े हल्के लगे हैं लेकिन गृह मंत्री अमित शाह का रोल किरण करमकर ने स्क्रीन पर कमाल किया है। 

 

 

निर्देशन
आदित्य सुहास फिल्म के निर्देशक है। किसी सच्ची घटना को सिनमाई अंदाज के साथ-साथ वास्तविकता को जोड़ने का अच्छा प्रयास किया गया है। वहीं फिल्म में पूरे घटनाक्रम को चरणों में बांट कर दिखाया गया है जो दर्शकों को कन्फ्यूज नहीं होने देगा। हालांकि कई जगह ऐसा लगता है मानों तथ्यों को जल्दी-जल्दी समेटने की कोशिश की गई है।

Jyotsna Rawat

Advertising