Review: हाई-टेक थ्रिल और दमदार अभिनय से सजी ‘स्पेशल ऑप्स 2’,हिम्मत सिंह की दमदार वापसी
punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 03:44 PM (IST)

सीरीज- स्पेशल ऑप्स (Special Ops)
स्टारकास्ट- केके मेनन (K K Menon),करण टैकर (Karan Tacker), ताहिर राज भसीन (Tahir Raj Bhasin),प्रकाश राज (Prakash Raj),सैयामी खेर (Saiyami Kher),गौतमी कपूर (Gautami Kapoor)
डायरेक्शन- नीरज पांडे (Neeraj Pandey)और शिवम नायर (Shivam Nair)
प्लेटफॉर्म- डिज़्नी+हॉटस्टार (Disney+ Hotstar)
रेटिंग- 3.5*
OTT प्लेटफॉर्म Disney+ Hotstar की चर्चित एक्शन-थ्रिलर फ्रैंचाइजी ‘स्पेशल ऑप्स’ अपने नए सीजन ‘स्पेशल ऑप्स 2’ के साथ लौट आई है। नीरज पांडे द्वारा निर्मित और शिवम नायर द्वारा निर्देशित यह सीरीज एक बार फिर रॉ अधिकारी हिम्मत सिंह की दुनिया में ले जाती है, लेकिन इस बार आतंकवाद नहीं, बल्कि साइबर युद्ध इसकी कहानी का केंद्र है। आइए जानते हैं कैसी है सीरीज।
कहानी
कहानी की शुरुआत होती है भारत के मशहूर वैज्ञानिक डॉ. पीयूष भार्गव (आरिफ जकारिया) के रहस्यमयी अपहरण से, जिसके कुछ ही समय बाद एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी की हत्या हो जाती है। इन दो घटनाओं के बाद सरकार एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाती है और मिशन सौंपा जाता है हिम्मत सिंह (के के मेनन) को। अब हिम्मत सिंह और उनकी टीम के पास न तो किडनैपर्स का कोई सुराग है, न ही इसके पीछे के मास्टरमाइंड की जानकारी। मिशन में वक्त कम है और दांव पर बहुत कुछ है। पूरी कहानी एक इंटरनेशनल सेटअप में फैली है, जिसमें कई देश, बड़ी तकनीकी साजिशें और मनोवैज्ञानिक थ्रिल जुड़ा हुआ है। कुल 7 एपिसोड्स की यह सीरीज आपको स्क्रीन से बांधे रखती है और आखिरी एपिसोड तक रोमांच कायम रहता है।
निर्देशन
नीरज पांडे और शिवम नायर ने अपने ट्रेडमार्क स्टाइल में इस सीजन को भी बांधकर रखा है। हालांकि इस बार एक्शन थोड़ा कम है, लेकिन स्क्रिप्ट और सस्पेंस में कोई कमी नहीं। साइबर वॉर और इंटेलिजेंस मिशन की दुनिया को जिस बारीकी और रियलिज्म के साथ दिखाया गया है, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। सिनेमैटोग्राफी बेहद दमदार है, जो सीरीज को इंटरनेशनल लुक देती है। लोकेशंस, कैमरा मूवमेंट और बैकग्राउंड स्कोर–सब कुछ सीरीज को बड़ा और स्टाइलिश बनाता है।
अभिनय
के के मेनन (हिम्मत सिंह) – हमेशा की तरह अपने किरदार में जान डाल दी है। बिना ज़्यादा हावभाव के, अपनी आंखों और डायलॉग डिलिवरी से पूरी स्क्रीन पर छा जाते हैं।
करण टैकर – इस बार काफी डैशिंग लगे हैं, और उनका अभिनय यह सवाल उठाता है कि उन्हें इतने साल टीवी तक क्यों सीमित रखा गया। ताहिर राज भसीन – एक अनोखे विलेन के रूप में सामने आते हैं जो खौफ बिना खून-खराबे के पैदा करता है। प्रकाश राज – एक आम आदमी की बेचारगी को दिल से निभाया है। उनका किरदार अलग लेकिन असरदार है। विनय पाठक, मुजम्मिल इब्राहिम, परमीत सेठी, सैयामी खेर, शिखा तलसानिया – सभी ने अपनी भूमिकाओं में अच्छा काम किया है, हालांकि सैयामी के लिए स्कोप थोड़ा कम रहा।