Sky Force Review: देशभक्ति, शौर्य और बलिदान की भावुक कहानी है फिल्म स्काई फोर्स, पढ़ें रिव्यू
punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2025 - 05:02 PM (IST)
आकाश में तांडव
स्काई फोर्स (Sky Force)
रेटिंग : 4
स्टारकास्ट : अक्षय कुमार (Akshay Kumar), निमरत कौर (Nimrat Kaur), वीर पहाड़िया (Veer Pahariya), सारा अली खान (Sara Ali Khan) और शरद केलकर (Sharad Kelkar)
निर्देशक :संदीप केवलानी (Sandeep Kewlani), अभिषेक अनिल कपूर (Abhishek Anil Kapoor)
निर्माता : दिनेश विजन (Dinesh Vijan), ज्योति देशपांडे (Jyoti Deshpande) और अमर कौशिक (Amar Kaushik)
स्काई फोर्स: गणतंत्र दिवस निकट है और ऐसे में देशभक्ति पर आधारित फिल्म 'स्काई फोर्स' दर्शकों में देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए तैयार है। भारत और पाकिस्तान में जब से बंटवारा हुआ है या यूं कहें कि जब से दोनों देश अलग अलग हुए हैं तब से ही दोनों देशों की सीमाओं पर तनाव का माहौल बना रहता है और पाकिस्तान भारत में अशांति फैलाने की कोशिश करता रहा है , हालांकि भारत ने जब कभी भी पाकिस्तान ऐसा दुःसाहस करता है तो भारत ने मुहतोड़ जवाब दिया है। इसी विषय पर दिनेश विजन, ज्योति देशपांडेय और अमर कौशिक एक नई फिल्म ' स्काई फोर्स ' लेकर आ रहे हैं जो 24 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। सत्य घटना पर बनी यह फिल्म 1965 में हुए भारत-पाक युद्ध पर आधारित है जब भारत ने पाकिस्तान पर पहली एयर स्ट्राइक की थी। इस युद्ध में भारत का एक बहादुर सिपाही लापता हो गया था। फिल्म के हवाई एक्शन सीन्स में कमाल का वीएफएक्स देखने को मिलता है ।
कहानी
पाकिस्तान के इरादों के नेस्ताबूद करने के लिए भारत उसके सरगोधा एयरबेस पर हवाई हमला कर देता है । इसे 'स्काई फोर्स' मिशन नाम दिया गया जिसकी एक टीम में विंग कमांडर के. ओ . आहूजा (अक्षय कुमार ) और स्क्वार्डन लीडर टी. विजया (नवोदित कलाकार वीर पहाड़िया ) थे । इस युद्ध में भारतीय एयर फोर्स ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया और भारत की तरफ से कई फ़ौजी शहीद भी हो गए, लेकिन स्क्वार्डन लीडर टी. विजया इस युद्ध में कहीं लापता हो गए। स्क्वार्डन लीडर टी. विजया की पत्नी का किरदार सारा अली खान ने निभाया है जिसे बताया जाता है कि उनके पति लापता हैं । क्या वो युद्ध में ही कहीं शहीद हो गए थे या फिर पाकिस्तान ने उन्हें बंदी बना लिया है। विंग कमांडर के. ओ . आहूजा भी अपनी तरफ से भारतीय राजनेताओं पर टी. विजया को ढूंढ़ने के लिए पाकिस्तान से वार्ता का सुझाव देते है। क्या यह वार्ता सफल होती है , या विफल होती है इन सब प्रश्नों के जवाब आपको फिल्म देखने पर मालूम होंगे ।
एक्टिंग
विंग कमांडर के. ओ . आहूजा के किरदार में अक्षय कुमार ने कमाल का अभिनय किया है, वे अभी भी एकदम फिट हैं इस फिल्म में तो उनके डायलाग भी कमाल के हैं। अभिनेता के रूप में उनके फेस एक्सप्रेशन और डायलाग डिलवरी सब कुछ उत्कृष्ट है। एयर फोर्स ऑफिसर के रूप में उनकी फिटनेस उनके किरदार को पूरी तरह सपोर्ट करती है। कई जगह उन्होंने हृदय स्पर्शी भावुक सीन भी दिए हैं। कुल मिलाकर उनके एक्टिंग बेमिसाल है। नवोदित कलाकार वीर पहाड़िया ने भी अपना किरदार बखूबी निभाया है और उनकी भी डायलाग डिलवरी शानदार है। सार अली खान ने वीर पहाड़िया की पत्नी का किरदार निभाया है जो इमोशनल है लेकिन सारा अली खान ने भी बेमिसाल एक्टिंग का परिचय दिया है। कई जगह वे अपनी मां अमृता सिंह की तरह लगी और एक्टिंग भी उनकी तरह ही की है। वे दिखने में खूबसूरत लगी हैं, चुलबुली लड़की से इतर एक गंभीर किरदार उन्होंने बखूबी निभाया है। बाकी कलाकारों ने भी अपने अपने किरदार बखूबी निभाए हैं और फिल्म को पूरी तरह से सपोर्ट किया है।
डायरेक्शन
फिल्म की कथा को निर्देशक संदीप केवलानी ने बड़ी ही खूबसूरती से परदे पर पेश किया है। कलाकारों के चयन से लेकर उनसे बेहतरीन काम लेने तक, संदीप केवलानी पूरी तरह सफल हुए हैं। पटकथा भी इस तरह तैयार की है कि कहीं भी दर्शक को बोरियत महसूस न हो और देशभक्ति की भावना भी बरकरार रहे। डायलाग भी कमाल के लिखे हैं जैसे अक्षय कुमार द्वारा बोला गया यह डायलाग कि दूसरा गाल नेता दिखाते हैं , फौजी नहीं। डायलाग छोटे और प्रभावी हैं। फिल्म के अंत तक जॉनर को बहुत ही मजबूती के साथ पकड़ कर रखा गया है और कहानी को भी बड़े है प्रभवि ढंग से ब्यान किया गया है।
म्यूज़िक
स्काई फोर्स फिल्म में संगीत तनिष्क बागची का है और काफी मधुर है। फिल्म में कुल मिलाकर पांच गाने हैं और लता जी द्वारा गया गीत 'ए मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी ' भी पृष्ठभूमि में चलता है जो भावुक पलों में काफी प्रभावी बन पड़ा है, इस गीत के गीतकार वास्तव में कवि प्रदीप थे। मनोज मुन्तशिर द्वारा लिखा और बी. पराक द्वारा गया गीत ' माए', इरशाद कामिल द्वारा लिखा और विशाल मिश्रा द्वारा गाया गीत 'क्या मेरी याद आती है ' , श्लोक लाल द्वारा लिखा और सतिंदर सरताज और जहराह एस खान द्वारा गया गीत 'रंग' और इरशाद कामिल द्वारा लिखा और अर्जित सिंह और अफसाना खान द्वारा गाया गीत 'तू है तो मैं हूँ ' काफी अच्छे बन पड़े हैं जो सुनने में भी कर्णप्रिय हैं। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक कहानी की लय के साथ पूरी तरह से तालमेल बैठाता है और सभी गीतों को कर्णप्रिय बनाने में सफल हुआ है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है की मनोरंजन के हिसाब से फिल्म पूरी तरह से पारिवारिक एंटरटेनर है। सत्य घटना पर आधारित फिल्म की कहानी सशक्त है कर देशभक्ति की भावना जगाने में भी पूरी तरह से सफल हुई है। गणतंत्र दिवस पर जहां प्र्तेक देशवासी देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होता है ऐसे में यह फिल्म समस्त देशवासियों के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं ।