Movie Review: संघर्ष से लेकर मंदिर निर्माण की गाथा सुनाती हैं 695, फिल्म देखने से पहले जरूर पढ़ें रिव्यू

Saturday, Jan 20, 2024 - 02:37 PM (IST)

फिल्म- सिक्स नाइन फाइव (six nine five)
निर्देशक- योगेश भारद्वाज (Yogesh Bhardwaj) और रजनीश बैरी (Rajneesh Berry)
निर्माता- श्याम चावला (Shyam Chawla)
स्टारकास्ट- अरुण गोविल (Arun Govil), अशोक समर्थ (Ashok Samarth), गोविंद नामदेव (Govind Namdeo), मुकेश तिवारी (Mukesh Tiwari) , अखिलेंद्र मिश्रा (Akhilendra Mishra)
रेटिंग- 2.5*/5

 

six nine five: इन दिनों देशभर में राम के नाम की भक्तिमय गूंज सुनाई दे रही है। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हिंदू धर्म के लोगों के लिए किसी महोत्सव की तरह है। इसी बीच अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के 500 सालों के संघर्ष को बयां करती फिल्म '695' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में अरुण गोविल, गोविंद नामदेव, मुकेश तिवारी और अखिलेंद्र मिश्रा जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म के शीर्षक '695' में ही इसका पूरा सार समाया हुआ है। 6 दिसंबर 1992 ढांचा विध्वंस, 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम का कोर्ट फैसला और वर्षों के इंतजार के बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के भूमि पूजन की कहानी फिल्म में बताई गई है।     

कहानी
कहानी की शुरुआत सन 1528 में होती है, जब अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राचीन मंदिर को ध्वस्त करके उसी जगह बाबरी मस्जिद को बनाया जाता है। इसके बाद 1943 का घटनाक्रम दिखाया जाता है, जहां गुरु राघवदास अपने शिष्यजनों के साथ पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग उनकी पूजा का विरोध करते हैं। इसके बाद गुरु राघवदास इस विषय पर अपने शिष्य रघुनंदन के साथ सोच विचार करते हैं और मुस्लिम समुदाय के साथ मिलकर इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास करते हैं लेकिन किसी तरह का कोई रास्ता नहीं निकलता है।

फिर आता है साल 1949 मस्जिद में स्वत: प्रभु  श्रीराम की मूर्ति प्रकट हो जाती है, इसके बाद उस स्थान को विवादित बताकर ताला लगा दिया जाता है। इसके बाद 1949 से लेकर 9 नवंबर 2019 तक राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक फिल्म में महत्वपूर्ण घटनाओं और उनसे जुड़े लोगों को दिखाया गया है।

 


 

एक्टिंग 
रामानंद सागर की रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल इस फिल्म में गुरु राघवदास की भूमिका में नजर आ रहे हैं। उनकी डायलॉग डिलीवरी से लेकर उनकी वेशभूषा तक हर चीज परिवेश के हिसाब से बेहतर है। शिष्य रघुनंदन दास के किरदार में अशोक समर्थ ने भी बढ़िया काम किया है। मुकेश तिवारी और शैलेन्द्र श्रीवास्तव का स्क्रीन स्पेस कम होने के बावजूद प्रभावकारी लगता है। लाल कृष्ण आडवाणी की भूमिका में के के रैना जबरदस्त लगते हैं। वहीं अन्य राजनैतिक हस्तियों जैसे लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, प्रमोद महाजन के किरदार को सही तरीके से नहीं निभाया गया है। 

 

डायरेक्शन
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे देश में रामधुन का माहौल बना हुआ है। ऐसे में फिल्म '695' का रिलीज होना, एक बड़ा मौका है। योगेश भारद्वाज और रजनीश बैरी ने फिल्म की कहानी पर काफी रिसर्च की है, जो साफतौर से झलकती है लेकिन उन्होंने इसकी सिनेमैटोग्राफी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया है। तकनीक और दृश्यों की शूटिंग पर फिल्म कमजोर पड़ती दिखाई देती है। 

Varsha Yadav

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