Movie Review : 'पठान' के बाद शाहरुख की 'जवान' ने मचाया धमाल, सीटियों से गूंजे थिएटर्स

Thursday, Sep 07, 2023 - 12:39 PM (IST)

फिल्म : जवान (Jawan)
कास्ट : शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ,नयनतारा (Nayanthara), दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone), विजय सेतुपति (Vijay Sethupathi), सान्या मल्होत्रा (Sanya Malhotra) 
निर्देशक : एटली (Atlee)
निर्माता : गौरी खान (Gauri Khan), गौरव शर्मा (Gaurav Sharma)
रेटिंग : 4

Jawan: 'पठान' की जबरदस्त सफलता के बाद शाहरुख खान एक बार फिर अपनी नई फिल्म 'जवान' के साथ सिनेप्रेमियों को अपना दीवाना बनाने जा रहे हैं। जब से दर्शकों ने इस फिल्म का ट्रेलर देखा है वे सिनेमाघरों में इसके लगने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आलम यह है एक सितंबर को फिल्म की एडवांस बुकिंग शुरू हुई इसी दिन फिल्म ने 7 लाख टिकटों की बिक्री का रिकॉर्ड कायम किया। एडवांस बुकिंग को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि फिल्म पहले ही दिन देश विदेश से 100 करोड़ का बिजनेस करने में सक्षम होगी। दक्षिण फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों से सजी यह फिल्म आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है।

कहानी
खराब सरकारी सिस्टम की वजह से कैसे एक जवान की जिंदगी खराब होती है और फिर वो कैसे सरकार का ही इस्तमाल करते हुए एक- एक करके सिस्टम को ठीक करता है, यही इस फिल्म की कहानी है। इसमें बड़े - बड़े सामाजिक मुद्दों को उजागर किया गया है। गरीबों का हक, किसानों की आत्महत्या, खराब हेल्थ सिस्टम, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, सही नेता को वोटिंग इन सब पर बात की गई है। 

दूसरी ओर काली (विजय सेतुपति) अपनी दहशत से शहर वालों को परेशान करता है। उसने मर्डर, फिरौती और डाका आदि से सभी की नाक में दम किया हुआ है। अब आजाद अलग-अलग भेष धारण करके काली के मंसूबों पर पानी फेरता रहता है और ऐसे में दोनों का टकराव होता है। इससे वह पुलिस की नजर में भी आ जाता है। लेकिन नयनतारा को पता नहीं होता कि आजाद ही वो शख्स है जिसकी पुलिस को तलाश है। लेकिन जिस दिन आजाद और नयनतारा की शादी होनी होती है उस दिन काली आजाद को किडनैप कर लेता है। अब सीनियर एसआरके यानी आर्मी के जवान एसआरके की एंट्री होती हैं और वो किस तरह अपने बेटे को काली के चंगुल से छुड़ाता और बदला लेता है इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

शाहरूख खान ने इस फिल्म में बाप और बेटे का किरदार निभाया है। फिल्म में क्राइम, एक्शन, थ्रिलर, कॉमेडी, रोमांस और इमोशन सब कुछ है। इसे एंटरटेनमेंट का फुल डोज कहना गलत नहीं होगा। 

एक्टिंग
शाहरुख खान ने अपनी पिछली फिल्म 'पठान' में यह साबित कर दिया था कि एक्टिंग की दुनिया में अभी भी वो किंग हैं। इस फिल्म में भी उन्होंने जबरदस्त एक्टिंग की है। डर और बाजीगर में शाहरूख खान ने इतना बढिय़ा विलेन का किरदार निभाया कि उन्होंने फिल्म में विलेन होते हुए भी फिल्म के नायक रूप मेंं स्वंय को स्थापित किया। इस फिल्म में भी उनके एक के बाद एक अलग रूप देखने को मिलेंगे।  दूसरी ओर फिल्म में दक्षिण के जाने माने दिग्गज कलाकारों ने एक्टिंग की है। देखकर लगता है कि शाहरुख को दक्षिण अभिनेताओं ने ख़ासतौर पर आकर्षित किया है इसलिए तो फिल्म में एक दो नहीं बल्कि चार-चार साउथ के दिग्गज कलाकार हैं। इन नामचीन एक्टर्स ने फिल्म में अपने कैमियो से जादू बिखेरा है जिनमें दीपिका पादुकोण और संजय दत्त, सान्या मल्होत्रा शामिल हैं। 'जवान' में नयनतारा के अलावा विजय सेतुपति, प्रियामणी, जोगी बाबू ने भी शानदार एक्टिंग का परिचय दिया है। कुल मिलाकर फिल्म के बारे में इतना जरूर कहेंगे कि फिल्म दर्शकों को अपनी सीट से उठने नहीं देगी।



निर्देशन
तमिल फिल्मों के जाने माने निर्देशक एटली तमिल में कई फिल्में बना चुके हैं जिनमें राजा रानी, थेरी, मार्शल के लिए उनको बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड मिल चुका है। 'जवान' का निर्देशन भी उन्होंने फिल्म के अनुरूप ही धमाकेदार किया है। वे अपने फील्ड के माहिर हैं और कलाकारों से काम लेने के अलावा अपना काम भी बखूबी जानते हैं। एंटरटेनमेंट को सामने रखते हुए उन्होंने फिल्म का निर्देशन किया है। 'जवान' में कई जगह दक्षिण भारतीय फिल्मों का टच भी साफ तौर पर देखा जा सकता है। फिल्म कहीं भी सुस्त नहीं पड़ी, दर्शक शुरू से लेकर आखिर तक अपनी सीट से चिपके रहने पर मजबूर रहेगा। फिल्म की राइटिंग जितनी शानदार है उतना ही इसका स्क्रीनप्ले। एडिटिंग इतने शानदार ढंग से की गई है कि कहीं भी फिल्म बेवजह खींची हुई नहीं लगती। डायलॉग एक से बढक़र एक हैं जो लोगों की जुबां पर छा जाएंगे। सभी कलाकारोंं ने अपने किरदारों के साथ न्याय किया है। फिल्म देखकर लगता है कि शाहरूख खान ने दर्शकों की नब्ज को अच्छी तरह पहचाना है और दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रति दर्शकों का क्रेज और इससे भी बढक़र दक्षिण भारतीय कलाकारों का पोटेंशियल वे बखूबी जानते हैं। अपने इस प्रयास में वे सौ फीसदी सफल रहे हैं।   

म्यूजिक
फिल्म का गीत संगीत भी काफी आकर्षक है, खास तौर से बैकग्राउंड म्यूजिक। फिल्म में कई हिंदी क्लासिक गाने नए फ्लेवर में प्रस्तुत किए गए हैं। इन गानोंं का परिस्थिति के हिसाब से अच्छा प्रयोग किया गया है। संगीत अनिरुद्ध रविचंदर का है और इसके गीत लिखे हैं इरशाद कामिल और कुमार ने। गाने अच्छे हैं और चार्टबस्टर पर धूम मचा रहे हैं।

Jyotsna Rawat

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