Scam 2003 Review: ट्रेन में खाने-पीने का सामान बेचने वाला कैसे बना करोड़ों के घोटाले का मास्टरमाइंड, तेलगी बन छाए गगन

Friday, Sep 01, 2023 - 09:54 AM (IST)

वेब सीरीज- स्कैम 2003: द तेलगी स्टोरी (Scam 2003 The Telgi Story)
निर्देशक- हंसल मेहता (Hansal Mehta) और तुषार हीरानंदानी (Tushar Hiranandani) 
स्टारकास्ट- गगन देव रियार (Gagan Dev Riar), मुकेश तिवारी (Mukesh Tiwari), सना अमीन शेख (Sana Amin Sheikh),भारत जाधव (Bharat Jadhav), शाद रंधावा (Shaad Randhawa)
OTT- Sony LIV
रेटिंग- 3.5*/5

Scam 2003 The Telgi Story: शेयर मार्केट के सबसे बड़े घोटाले के मुखिया हर्षद मेहता की कहानी 'स्कैम 1992' में दिखाई गई थी, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया। असलतौर पर देखें तो इस घटना ने देश को बुरी तरह झकझोर कर रख दिया था। ऐसे ही एक और घोटाले की स्टोरी आपको "स्कैम 2003: द तेलगी स्टोरी" में देखने को मिलेगी। यह सीरीज आज यानी 1 सितंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर स्ट्रीम हो गई, जिसे हंसल मेहता के साथ तुषार हीरानंदानी ने डायरेक्ट किया है। 'स्कैम 2003' पत्रकार संजय सिंह की किताब 'रिपोर्टर की डायरी' से इंस्पायर्ड है, जिसमें स्टांप पेपर घोटाले के मास्टमाइंड अब्दुल करीम तेलगी के रूप में गगन देव रियार नजर आ रहे हैं। इनके अलावा सीरीज में मुकेश तिवारी, सना अमीन शेख, भारत जाधव और शाद रंधावा भी मुख्य भूमिका में हैं। आइए जानते हैं सीरीज की कहानी...

कहानी
कुछ लोग मेहनत करके पैसे कमाने में विश्वास रखते हैं, तो किसी को खून पसीना बहाना बेकार लगता है। ये लोग पैसे कमाने का शॉर्ट कट रास्ता खोजते हैं और जब रास्ता मिल जाता है तो उसपर भविष्य की चिंता किए बगैर चल पड़ते हैं। "स्कैम 2003: द तेलगी स्टोरी" एक ऐसे ही व्यक्ति अब्दुल करीम तेलगी की कहानी है, जिसे रुपये कमाने का नहीं बल्कि रूपये बनाने का शौक होता है। स्वभाव से इतना तेज कि किसी को भी अपनी बातों के जाल में फंसा ले। बी कॉम की डिग्री होने के बावजूद वह ट्रेन में फल बेचा करता था। यहां उसकी मुलाकात एक गेस्ट हाउस के मालिक से होती है, जो उसे मुंबई में नौकरी देने के लिए कहते हैं।

बस यहीं से अब्दुल की जिंदगी एक नया रुख लेती है। गेस्ट हाउस की नौकरी से लेकर नकली दस्तावेज और पासपोर्ट का  यह खेल स्टांप और फिर स्टांप पेपर पर जाकर खत्म होता है। समय बीतने के साथ तेलगी इस पूरे बाजार का उस्ताद बन जाता है। रुपये बनाने के इस खेल में पुलिस से लेकर राजनीति के कई मोहरे उसके साथ शामिल हो जाते हैं लेकिन कहते हैं न कि चोर चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, उसकी चोरी एक दिन पकड़ी ही जाती है। साल 2003 में सामने आए 30 हजार करोड़ के घोटले का मास्टमाइंड अब्दुल करीम किस तरह पकड़ा जाता है? वह कैसे इस खेल का मास्टमाइंड बनता है? उसके साथ कौन-कौन शामिल होता है? ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए आपको सीरीज देखनी होगी। 

एक्टिंग
यह सीरीज मुख्यतौर पर अब्दुल करीम तेलगी के बारे में बताती है, जो पूरे घोटाले का मास्टमाइंड होता है। ऐसे में तेलगी के रूप में गगन देव रियार पूरी सीरीज की जान है। वहीं उनकी एक्टिंग की जितनी तारीफ की जाए, वह कम ही होगी। स्क्रीन पर उनके हावभाव से लेकर डायलॉग डिलीवरी जबरदस्त रही। वहीं मुकेश तिवारी भी स्क्रीन पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं। सना अमीन शेख का रोल बेशक छोटा रहा लेकिन उसमें भी वह दर्शकों को खूब पसंद आएंगी। भारत जाधव और शाद रंधावा ने भी अपने किरदार के हिसाब से शानदार काम किया है। 

निर्देशन
एक सफल निर्देशक के तौर पर हंसल मेहता ने अब तक कई फिल्में और वेब सीरीज को डायरेक्ट किया है। उनकी फिल्मों की खासियत होती है कि वे दर्शकों से बहुत जल्दी कनेक्ट होती है। इसी तरह "स्कैम 2003: द तेलगी स्टोरी" का निर्देशन भी उन्होंने बेहतरीन तरीके से किया है। इससे पहले 'स्कैम 1992' में उन्होंने जिस तरीके से हर्षद मेहता की कहानी को दिखाया, वह लाजवाब रहा। दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया लेकिन इस बार उनका साथ तुषार हीरानंदानी ने भी दिया है। स्टाम्प पेपर घोटाले के मास्टमाइंड अब्दुल करीम तेलगी की जिंदगी के हर पहलू को उन्होंने शानदार तरीके से पेश किया है। पहले एपिसोड से ही दर्शकों को कहानी और किरदार सब कुछ क्लियर हो जाते हैं और वो उनके साथ जुड़ जाते हैं। सीरीज का स्क्रीनप्ले भी जबरदस्त है। डायलॉग्स के साथ बैकग्राउंड म्यूजिक का तालमेल सीन  को और मजबूती से दिखाने का काम करता है। कुल मिलाकर कहें तो सीरीज देखने लायक है।

Varsha Yadav

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