Review: अनोखी प्रेम कहानी की पड़ताल करती है सफेद, अभय-मीरा ने किरदारों में फूंकी जान

Friday, Dec 29, 2023 - 02:44 PM (IST)

फिल्म- सफेद ( safed)
निर्माता- संदीप सिंह , विशाल गुरनानी , जूही पारेख मेहता और जफर मेहदी (sandip singh, vishal gurnani, juhi parekh mehta, zafar mehdi)
निर्देशक- संदीप सिंह (sandip singh)
स्टारकास्ट- मीरा चोपड़ा , अभय वर्मा , बरखा बिष्ट , छाया कदम और जमील खान ( meera chopra, abhay varma, barkha bhist, chhaya kadam, jamil khan)
OTT-जी5
रेटिंग- 2.5

सफेद- हमारा समाज आज कितना भी आगे बढ़ गया हो लेकिन समाज की सोच कई चीजों को लेकर कभी नहीं बदलती है। हमारे आस पास कई मुद्दें ऐसे भी हैं जिसके लिए लोगों की विचारधारा हमेशा गलत ही रहती है। ऐसे ही एक मार्मिक विषय को लेकर संदीप सिंह ने बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म 'सफेद' के माध्यम से समाज की उपेक्षित किन्नर समुदाय और विधवाओं को लेकर एक अतरंगी फिल्म बनाई है, जिसका नाम उन्होंने 'सफेद' दिया है। फिल्म में विधवाओं की बदतर स्थिति और किन्नर समाज पर किए जा रहें भेदभाव को उजाकर किया है। 

कहानी- फिल्म 'सफेद' दिखाया गया है कि तमाम विधवा औरतें एक ही साथ रहती हैं, जहां अचानक काली (मीरा चोपड़ा) जो की एक विधवा स्त्री है उन विधवा औरतों के पास रहने चली आती है। सफेद एक विधवा और एक 'किन्नर के बीच प्रेम कहानी है। काली अपने पति की मृत्यु के बाद उसके जीवन में सब कुछ खत्म हो चुका है और उसका जीवन अब व्यर्थ है यही सोचकर गंगा में डूबकर अपनी जीवन लीला समाप्त करना चाहती है, लेकिन चंडी ( अभय वर्मा) जो कि एक किन्नर है उसे बचा लेता है। काली किन्नर चंडी के वास्तविक जीवन से अनजान है। काली, चंडी के विचार और व्यवहार से उसकी तरफ आकर्षित होती हैं और मन ही मन उससे प्यार करने लगती है। चंडी के भी मन में काली के  लिए प्यार है, लेकिन वह अपने प्यार का इसलिए इजहार नहीं कर पाता क्योंकि वह किन्नर है। तो जब काली को चंडी के असलियत के बारे में पता में पता चलेगा तो काली के सामने क्या परिस्थितियां आएंगी, वह क्या फैसला लेगी इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।


एक्टिंग- फिल्म में अभिनय की बात करें तो फिल्म जिस हिसाब से एक सामाजिक मुद्दे पर बनी है तो सभी कलाकारों ने अपने रोल में पूरी तरह ढ़लने का प्रयास किया है। चंडी की भूमिका में अभय वर्मा ने काबिल-ए- तारीफ अभिनय किया है। वहीं काली के किरदार में मीरा चोपड़ा की मासूमियत देखने लायक है। अपने किरदार को जिस सादगी के साथ उन्होंने निभाया है वह कमाल है। किन्नरों के मुखिया की भूमिका में जमील खान का अभिनय खान ने भी काफी अच्छा काम किया है। बाकी कलाकारों का अभिनय सामान्य हैं। 

निर्देशन- यह देखते हुए कि 'सफेद' संदीप सिंह के निर्देशन में बनी पहली फिल्म है, ऐसे में फिल्म का निर्देशन अच्छा है। निर्देशक फिल्म के माध्यम से एक अलग कहानी, नई सोच को लेकर आए हैं। लेकिन फिल्म में काली की पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या है?  वह कहां से आई है, इसपर उन्होंने प्रकाश डालने की कोशिश नहीं की। फिल्म में कुछ सीन ऐसे भी हैं जिन्हें दर्शक कहानी से जोड़ नहीं पाएंगे। वहीं निर्देशक की पहली फिल्म में कहानी और पात्रों की पेचीदगियों पर मजबूत पकड़ नहीं नजर आई है।

Varsha Yadav

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