हमारे लिए हर दिन टास्क था और हर एक सीन में चुनौती - ऋषभ शेट्टी
punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 03:04 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। साउथ सिनेमा के सुपरस्टार और निर्देशक ऋषभ शेट्टी अपने दमदार अभिनय और अनोखी कहानियों के लिए जाने जाते हैं। उनकी पिछली फिल्म कांतारा ने न सिर्फ़ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया बल्कि दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। अब वह एक बार फिर अपनी आने वाली फिल्म कांतारा चैप्टर 1 को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म 2 अक्टूबर को सिनेमा घरों में रिलीज़ होने वाली है। कहा जा रहा है की ये फिल्म 2022 में आई फिल्म कांतारा : ए लेजेंड के बाद उसका प्रीक्वल है। फिल्म में उनके साथ रुक्मिणी वसंत और गुलशन देवयाह भी नज़र आने वाले हैं। इसी के चलते ऋषभ शेट्टी ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार के लिए संवाददाता संदेश औलख शर्मा से खास बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश...
सवाल - 'कांतारा चैप्टर 1' को लेकर दर्शकों में काफी उत्सुकता है तो कैसा रहा एक्सपीरियंस इसे बनाने का और कितना प्रेशर था एक नयी ब्लॉकबस्टर डिलीवर करने का ?
जवाब- मेरे लिए तो ये बिलकुल ही एक नया एक्सपीरियंस था , एक नया स्केल था स्क्रिप्ट और बजट दोनों को लेकर तो वो मेरे लिए बिलकुल नया था। हम एक दुनिया बना रहे थे चौथी -पांचवी सेंचुरी की लेकिन उसका हमको रेफेरेंस नहीं था तो हमने रिसर्च बहुत की। उन सब लोगों से बात की जिनको इनके बारे में जानकारी थी जैसे यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और गांवों के बुजुर्ग लोग और भी कई सारे लोग जिन्हे कुछ भी इसके बारे में पता था। तो हमने सारी जानकारी इकठी करने के बाद स्क्रिप्ट पर काम शुरू किया था और फिर ये आउटपुट निकल कर आई जो ट्रेलर में नज़र आ रहा है। हमारे लिए तो हर दिन ही नया था।
सवाल- आपका किरदार इस फिल्म में पिछली फिल्म से कैसे अलग है ?
जवाब- क्या कुछ नया उभर कर सामने आएगा ?ये बिलकुल ही अलग किरदार है कोई भी समानता नहीं है इस किरदार की पिछले से। क्यूंकि ये सीक्वेल नहीं बल्कि उसका प्रीक्वल है
सवाल- कांतारा : ए लेजेंड एक ब्लॉकबस्टर फिल्म थी तो क्या कांतारा चैप्टर 1 के रिलीज़ से पहले आपको कोई प्रैशर महसूस हो रहा है ?
जवाब- इसका ही नहीं बल्कि हर फिल्म मेकर को , पूरी टीम और प्रोडूसर को फिल्म के रिलीज़ से पहले प्रेशर होता ही है। क्यूंकि जो आउटपुट दर्शकों के सामने आने वाली है उसके पहले फाइनल चैक करना पड़ता है फिर जब एक फिल्म आ चुकी हो और दूसरी थोड़े टाइम बाद आई हो तो प्रेशर तो होता ही है।
सवाल- आप ही इस फिल्म में एक्ट कर रहे है , आपने ही ये कहानी लिखी है और आप ही इसे हैं तो इतनी सारी जिम्मेदारियां इंसान पर आती है तो कितना दबाव महसूस होता है ?
जवाब- इस फिल्म के लिए मैं वन मैन आर्मी नहीं हूँ। मेरे पीछे हज़ारों लोग है बहुत बड़ी टीम है मैं तो सिर्फ आपको दिखता हूँ। मुझे प्रोडूसर्स का भी बहुत सपोर्ट मिला था , रेगुलर प्रोडूसर्स ही तरह कुछ भी नहीं था। स्क्रिप्टिंग के समय से प्री प्रोडक्शन फिर वीएफएक्स कंपनी चुनना , फिर प्रोडक्शन में कॉस्ट्यूम सेलेक्ट करने तक हर टाइम वो हमारे साथ थे। पोस्ट प्रोडक्शन तक में भी हमारा बहुत साथ दिया। ये सब मेरी स्ट्रेंथ थे। एडिटर्स और म्यूजिक डायरेक्टर का इसमें बहुत बड़ा योगदान है। मैंने ये सब अपनी पूरी टीम के साथ मिलकर किया है
सवाल- इस फिल्म में एक गाना दिलजीत दोसांझ ने भी गाया है तो उनके साथ काम करने का कैसे एक्सपीरियंस रहा आपका ?
जवाब- बहुत शानदार था। वो बहुत अच्छे इंसान है। वो शिव भक्त भी हैं। उनका जो स्प्रिचुअल कनेक्शन बहुत अच्छा लगा। उन्होंने जो गाना गाय है उसने बहुत अच्छी एनर्जी दी है। मेरे तो एकदिन ऐसे ही दिमाग में ख्याल आया था कि अगर ये गाना हिंदी में दिलजीत दोसांझ गए तो बहुत अच्छा होगा ना। उनकी आवाज़ इसके लिए बिलकुल परफेक्ट थी क्यूंकि मुझे इसके लिए एक सॉलिड आवाज़ चाहिए थी। तो मैं बहुत खुश हूँ।
सवाल- शूटिंग के दौरान कुछ ऐसा है जिसे आप कभी भूल नहीं सकते ?
जवाब- पूरी फिल्म ही है इसका जवाब तो। किसी एक चीज़ को नहीं बोल सकता मैं क्यूंकि हमारे लिए हर दिन टास्क था और हर एक सीन में चुनौती। एक टास्क खत्म होता था तो अगली चुनौती आगे होती थी और इन्ही को पार कर कर हम आगे बढ़े थे। तो मुझे तो ये पूरी फिल्म ही साड़ी ज़िंदगी याद रहेगी।