Pulkit Samrat B'' Day SPL: कॉमेडी से फैंटेसी तक, बहुमुखी किरदारों से सजी एक सतत अभिनय यात्रा

punjabkesari.in Sunday, Dec 28, 2025 - 11:55 AM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। 29 दिसंबर को जब पुलकित सम्राट अपना जन्मदिन मनाते हैं, तो यह समय बतौर अभिनेता उनकी अभिनय यात्रा पर नज़र डालने का होता है, जिसकी पहचान उनकी सफलता के साथ-साथ उनके विकास और सोच-समझकर चुनी गई विविध भूमिकाओं से भी होती है। तो आइए उनके इस जन्मदिन पर उनकी किसी एक छवि को याद करने की बजाय, उनकी फिल्मोग्राफी में दर्ज उनकी फिल्मों के साथ उनके रेंज, उनके अलग-अलग किरदार और उनकी बहुमुखी प्रतिभा पर एक नज़र डाला जाए। गौरतलब है कि उनके जन्मदिन पर यह इसलिए भी ज़रूरी है कि बीते वर्षों में पुलकित ने आसान या सुरक्षित विकल्पों तक खुद को सीमित रखने की बजाय अलग-अलग जॉनर में सहजता से कदम रखा है। दर्शकों से जुड़ी उनकी पहचान वाली भूमिकाओं से लेकर आने वाले प्रोजेक्ट्स तक, उनका करियर एक ऐसे अभिनेता की कहानी कहता है, जो निरंतर आगे बढ़ता रहा है।

कॉमेडी: 'फुकरे' में अपनी अलग पहचान
हनी के रूप में पुलकित सम्राट की परफॉर्मेंस हाल के हिंदी सिनेमा के सबसे यादगार कॉमिक किरदारों में गिनी जाती है। उनकी कॉमेडी सिर्फ हास्य तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसमें किरदार की स्वैग, दोस्ती और भावनात्मक गहराई भी साफ झलकती थी। यह अभिनय निभाया हुआ नहीं, बल्कि जिया हुआ महसूस हुआ और यही वजह है कि फुकरे फ्रैंचाइज़ आज भी दर्शकों के बीच उतनी ही लोकप्रिय है।

रोमांस: 'सनम रे' में भावनात्मक संयम
'सनम रे' में पुलकित ने एक नरम, आत्ममंथन से भरे किरदार को अपनाया। आकाश के रूप में उन्होंने भावनाओं को संयमित ढंग से पेश किया, जहाँ प्रेम, तकरार और तड़प बिना किसी अतिशयोक्ति के उभरकर आई। उनकी इस भूमिका ने साबित किया कि वे बिना ज़रूरत से ज़्यादा नाटकीय हुए भी एक रोमांटिक कहानी को मजबूती से संभाल सकते हैं।

एक्शन और भावनात्मक जटिलता: 'तैश'
'तैश' पुलकित के करियर में एक अहम मोड़ साबित हुई। गुस्से, वफादारी और अधूरे दर्द से भरी इस दुनिया में उनका अभिनय आक्रामक होने की बजाय नियंत्रित रहा। उनके इस भावनात्मक किरदार ने दर्शाया कि पुलकित अब गहरे और नैतिक रूप से जटिल किरदारों में भी पूरी तरह सहज हैं।

फैंटेसी (आगामी): 'राहु केतु'
16 जनवरी को रिलीज़ होने वाली फिल्म 'राहु केतु' के साथ पुलकित फैंटेसी जॉनर में कदम रख रहे हैं। यहाँ उन्होंने अतिनाटकीयता के बजाय भावनात्मक सच्चाई पर भरोसा किया है, जिससे फिल्म की कल्पनात्मक दुनिया स्वाभाविक रूप से सामने आती है। यह फिल्म उनकी अनकन्वेंशनल कहानियों के प्रति खुली सोच और अनुकूलन क्षमता को दर्शाती है।\

यथार्थवाद (आगामी): ग्लोरी
अगले साल रिलीज़ होने वाली 'ग्लोरी' में पुलकित, एक यथार्थवादी माहौल में नज़र आएंगे, जहाँ संवाद से ज़्यादा खामोशी और संयम बोलता है। इस बात का पूरा यकीन है कि यह भूमिका न सिर्फ उनके अभिनय में आई परिपक्वता को दर्शाएगी, बल्कि चरित्र-प्रधान, सूक्ष्म कहानी कहने की ओर उनके बढ़ते झुकाव को भी और मजबूत करेगी।

चुनावों से परिभाषित एक अभिनेता
ऐसे में यह स्पष्ट हो जाता है कि 29 दिसंबर को अपना जन्मदिन मना रहे पुलकित सम्राट की यात्रा किसी एक छवि को तोड़ने की नहीं, बल्कि अपने दायरे को लगातार विस्तार देने की है। कॉमेडी, रोमांस, एक्शन, फैंटेसी और इंटेंस ड्रामा, जैसी हर जॉनर में उनका चुनाव एक साफ इरादे को दर्शाती है, और साथ ही बिना अपनी सच्चाई खोए आगे बढ़ते जा रहे हैं। और यह बतौर अभिनेता उनकी काबिलियत है कि वे पहचाने हुए रास्तों को दोहराने के बजाय, नए रास्ते तलाश रहे हैं और अपनी मल्टी-जॉनर यात्रा को दर्शकों के लिए और भी दिलचस्प बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Manisha

Related News