INTERVIEW: एक्टर की जॉब फिक्स नहीं होती, हमें ये भी मालूम नहीं होता कि अगला चेक कहां से आएगा

Thursday, Apr 20, 2023 - 06:23 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा अपनी खूबसूरती के साथ दमदार एक्टिंग के लिए भी जानी जाती हैं। एक्ट्रेस जल्द ही एक्शन पैक्ड स्पाई थ्रिलर हॉलीवुड वेब सीरीज 'सिटाडेल' में रिचर्ड मैडेन के साथ लीड रोल में नजर आएंगी। सीरीज में प्रियंका और रिचर्ड दोनों जासूस की भूमिका में दिखाई देंगे ,जो एक ग्‍लोबल स्‍पाई एजेंसी सिटाडेल के लिए काम करते हैं। रूसो ब्रदर्स द्वारा निर्देशित इस वेब सीरीज के एपिसोड्स 28 अप्रैल को स्ट्रीम किये जाएंगे, जिसे दर्शक अंग्रेजी भाषा के अलावा हिंदी, तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ में भी देख सकते हैं। 'सिटाडेल' के बारे में प्रियंका चोपड़ा ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स से बेहद खास बातचीत की-

 

सवाल- अभी भी आपको यहां भारत में अपने घर जैसा ही फील होता है या वहां पर आपको घर लगने लगा है ?जवाब- दोनों, अब वहां पर घर बसा लिया है। वहां पर मेरे डॉग्स हैं, मेरी फैमिली है, एक छोटा सा स्वर्ग हमने बना लिया है लेकिन घर तो हमेशा इंडिया ही रहेगा। मैंने vaha अपने घर को खुद सजाया है। जैसे हमारी शादी के गठबंधन को मैंने दीवार पर लगाया हुआ है, मेरे मंदिर में बड़ी सी शिवजी की मूर्ती है। निक की तरफ से उनके इंफ्लुएंसर भी हमने घर में रखे हैं। 

 

सवाल- 2002 से लेकर 2023 आपकी जर्नी कैसी रही ?
जवाब
- मेरी जर्नी बहुत लंबी रही है। utar chadav हर इंसान की जिंदगी में आते हैं और मेरी जिंदगी में भी आए हैं। एक्टर की जॉब कभी फिक्स नहीं होती। लोग कहते हैं कि इनके पास बहुत पैसा है, शोहरत है, गाड़ी है। सच बताऊं तो, हमें ये भी मालूम नहीं होता कि हमारा अगला चेक कहां से आएगा। इस बारे में तो कोई सोचता ही नहीं है। इस इंडस्ट्री में आपकी आगे की जर्नी, आपकी सक्सेस पर डिपेंड करती है। इसीलिए यह बहुत इनकंसिस्ट सी जॉब है। जैसे अगर आप 9 से 5 तक की जॉब करते हैं तो आपको पहले से मालूम होता है, कि इतना अमाउंट तो मुझे मिलेगा ही। हमें नहीं मालूम होता है , इसीलिए बहुत कम लोग इस काम को अच्छे से हैंडल कर सकते हैं लेकिन मेरे पैरेंट्स ने मुझे हमेशा से ही बहुत सपोर्ट किया है। मैंने हमेशा से ही नया सीखने की कोशिश की है। मैं काम करने के दौरान पूरा फोकस उसी पर रखती हूं। घर से होमवर्क जो करना होता है वो भी मैं पूरा करके आती हूं। सेट पर जाने से पहले मैं अपनी पूरी मेहनत करती हूं ताकि मैं फेल न हो सकूं क्योंकि मुझे यह सब बहुत आसानी से नहीं मिला। 

 

सवाल- 'सिटाडेल' में अपने किरदार के लिए आपने किस तरह की तैयारी की ?
जवाब-
प्रियंका कहती है कि यह शो फिजिकली और इमोशनली दोनों तरह से काफी डिमांडिंग रहा, क्योंकि इसे हमने कोविड के दौरान शूट किया था। उस समय किसी से मुलाकात नहीं हो पाती थी, कहीं से आप आते थे तो क्वारंटीन होना बहुत जरूरी था। इसीलिए यह फेज इमोशनली काफी मुश्किल था कि आप जिससे बेहद प्यार करते हैं उनसे दूर हैं। सेट पर आप सिर्फ दूसरे एक्टर्स और क्रू से ही बात कर सकते हैं और वो भी बहुत कम, क्योंकि अगर किसी को कोविड हो गया तो 14 से 20 दिनों के लिए शूट रुक जाता था। 'सिटाडेल' को बनने में करीब डेढ़ साल लगा। इस दौरान हमने 6 एपिसोड्स को शूट किया। ऐसे में आपको फिजिकली फिट रहना भी बहुत जरूरी था। हमें स्टंट ट्रेनिंग भी हर हफ्ते करनी होती थी क्योंकि सीक्वेंस इतने ज्यादा मुश्किल थे कि उन्हें बिना प्रैक्टिस करना बेहद मुश्किल था। 

 

सवाल- आपने हॉलीवुड और बॉलीवुड दोनों में काम किया है इस दौरान आपने क्या कुछ सीखा और एक्सपीरियंस कैसा रहा ?
जवाब-
लोग सालों मेहनत करते हैं लेकिन तब भी वो इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते हैं। यहां तक पहुंचने और कई तरह के बैरियर्स को तोड़ने में मुझे काफी समय लगा। मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं कि जो काम बहुत लोग नहीं कर पाए, वह मैंने किया। इस दौरान मैंने किसी भी रोल को मना नहीं किया। अब आज मैं उस इंडस्ट्री का हिस्सा हूं, जो शायद मेरे घर की इंडस्ट्री नहीं है।  

 

सवाल- आप बॉलीवुड में नंबर वन एक्ट्रेसेस में से एक रहीं है तो क्या इस चीज ने आपकी हॉलीवुड में हेल्प की ?जवाब- नहीं, आपके एक्सपीरिंयस को देखा जाएगा लेकिन वहां आपके स्टारडम को नहीं देखा जाएगा। आपको काम इसीलिए मिलेगा कि आप अपने काम को अच्छे से करते हैं,इस बात में वहां के लोग बहुत क्लियर होते हैं। आपको ऑडिशन देना होता है, तब सेलेक्शन होता है। मैंने भी बहुत ऑडीशन दिए हैं। मुझे पहले से मालूम था कि मुझे अच्छे रोल प्ले करने हैं, वो स्टीरियोटाइप इंडियन रोल होते हैं न अमेरिकन एक्टर्स के साथ होते हैं, वह मुझे नहीं करने थे। मैं एक ऐसी जगह जाना चाहती थी जहां मैं अपने बलबूते और अपने मुकाम पर एक शो की जिम्मेदारी ले सकूं। इन सभी के लिए मुझे वक्त लगा , लोगों को यह चीज समझाने में कि मैं अपना काम जानती हूं, मेरे अपोजिट आप किसी को भी डाल देंगे तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं हैं। मुझे इसमें कोई समस्या इसीलिए नहीं थी क्योंकि मैंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत दिग्गज लोगों के साथ काम किया है। मैंने बॉलीवुड में बेस्ट एक्टर्स, बेस्ट फिल्ममेकर्स के साथ काम किया है, तो मुझे अपने काम में बहुत कॉन्फिडेंस था। यहां मुझे यह सभी चीजें प्रूफ करना पड़ीं। एश्वर्या, दीपिका,इरफान खान बहुत कम एक्टर्स ऐसे हैं जो वहां जाकर झण्डे गाड़ पाए। ये लोग बहुत उलझन में रहे कि हमें क्या दिखाना है क्या करना है। इसमें भी काफी समय लगा। बहुत से ऐसे इंडियन एक्टर हैं जो हॉलीवुड में काम कर रहे हैं। ऐसे एक्टर्स को देख कर मैं उम्मीद कर रही हूं कि हॉलीवुड अपने दरवाजे इंडियन टेलेंट के लिए और ज्यादा खोलेगा। अमेजन प्राइम के साथ मेरा एक फर्स्ट लुक डील है इसमें मैं जो भी प्रोड्यूस करती हूं सबसे पहले उनके पास जाता है। मेरी नजर हमेशा इंडियन टैलेंट पर रही है, मैं आशा करती हूं कि जल्द ही ये दरवाजे टूटेंगे और हम बहुत जल्द ही बहुत सारे इंडियन टैलेंट को हॉलीवुड में देखेंगे।  

 

सवाल- आप अपनी प्रेरणा किसे मानते हो?
जवाब-
मेरी मां मुझे बहुत इंस्पायर करती हैं। वो भी एक वर्किंग वुमन हैं। हमारी जेनरेशन से पहले औरतों का काम करना इतना कॉमन नहीं था। जब वो यंग थीं, तो उनके भी अपने सपने थे, वो भी उड़ना चाहती थी, और उनके पैरेंट्स ने उन्हें वो मौका दिया। आजतक उन्होंने तीन बार अपनी स्पेशलिटी बदली है। वो यह नहीं सोचती कि अब मेरी उम्र नहीं रही, या अब मेरा वक्त नहीं रहा। मेरा मानना है कि किसी का वक्त खत्म नहीं होता है वो आप खुद डिसाइड करते हैं ,किसी और को डिसाइड न करने दें। 

 

सवाल- अभी भी आपको यहां भारत में अपने घर जैसा ही फील होता है या वहां पर आपके घर लगने लगा है ?जवाब- दोनों, अब वहां पह घर बसा लिया है। वहां पर मेरे डॉग्स हैं, मेरी फैमिली है, एक छोटी सा स्वर्ग हमने बना लिया है लेकिन घर तो हमेशा इंडिया ही रहेगा। मैंने अपने घर को खुद सजाया है। जैसे हम दोनों के गठबंधन को मैंने दीवार पर लगा कर रखा है, मेरे मंदिर में बड़ी सी शिवजी की मूर्ती है। निक की तरफ से उनके इंफ्लुएंसर भी हमने घर में रखे हैं। 

 

सवाल- 2002 से लेकर 2023 आपकी जर्नी कैसी रही ?
जवाब- मेरी जर्नी बहुत लंबी रही है। ऊंच, नीच हर इंसान की जिंदगी में आते हैं और मेरी जिंदगी में भी आए हैं। एक्टर की जॉब होती है कभी फिक्स नहीं होती। लोग कहते हैं कि इनके पास बहुत पैसा है, शोहरत है, गाड़ी है। सच बताएं तो हमें ये भी मालूम नहीं होता कि हमारा अगला चेक कहां से आएगा। इस बारे में तो कोई सोचता ही नहीं है। इस इंडस्ट्री में आपकी आगे की जर्नी, आपकी सक्सेस पर डिपेंड करती है। इसीलिए यह बहुत इनकंसिस्ट सा जॉब है। जैसे अगर आप 9 से 5 तक की जॉब देखते हैं तो आपको पहले से मालूम होता है न कि इतना अमाउंट तो मुझे मिलेगा ही। हमें नहीं मालूम होता है , इसीलिए बहुत कम लोग इस काम को अच्छे से हैंडल कर सकते हैं लेकिन मेरे पैरेंट्स ने मुझे हमेशा से ही बहुत सपोर्ट किया है। मैंने हमेशा से ही नया सीखने की कोशिश की है। मैं काम करने के दौरान पूरा फोकस उसी पर रखती हूं। घर से होमवर्क जो करना होता है वो भी मेरा पूरा करके आती हूं। सेट पर जाने से पहले मैं अपनी पूरी मेहनत करती हूं ताकि मैं फेल न हो सकूं क्योंकि मुझे यह सब बहुत आसानी से नहीं मिला। 

 

सवाल- 'सिटाडेल' में अपने किरदार के लिए आपने किस तरह की तैयारी की ?
जवाब- प्रियंका कहती है कि यह शो फिजिकली और इमोशनली दोनों तरह से काफी डिमांडिंग रहा, क्योंकि इसे हमने कोविड के दौरान शूट किया था। उस समय किसी से मुलाकात नहीं हो पाती थी, कहीं से आप आते थे तो क्वारंटीन होना बहुत जरूरी था। इसीलिए यह फेज इमोशनली काफी मुश्किल था कि आप जिससे बेहद प्यार करते हैं उनसे दूर हैं। सेट पर आप सिर्फ दूसरे एक्टर्स और क्रू से ही बात कर सकते हैं और वो भी बहुत कम, क्योंकि अगर किसी को कोविड हो गया तो 14 से 20 दिनों के लिए शूट रुक जाता था। सिटाडेल को बनने में करीब डेढ़ साल लगा। इस दौरान हमने 6 एपिसोड्स को शूट किया। इस दौरान फिजिकली काम करना बहुत जरूरी था, इस स्थिति में आपको फिट रहना भी बहुत जरूरी था। हमें स्टंट ट्रेनिंग भी हर हफ्ते करनी होती थी क्योंकि सीक्वेंस इतने ज्यादा मुश्किल थे कि उन्हें बिना प्रैक्टिस करना बेहद मुश्किल था। 

 

सवाल- आपने हॉलीवुड और बॉलीवुड दोनों में काम किया है इस दौरान आपने क्या कुछ सीखा और एक्सपीरियंस कैसा रहा ?
जवाब- लोग सालों मेहनत करते हैं लेकिन तब भी वो इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते हैं। यहां तक पहुंचने और कई तरह के बैरियर्स को तोड़ने में मुझे काफी समय लगा। मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं कि जो काम बहुत लोग नहीं कर पाए, वह मैंने किया। इस दौरान मैंने किसी भी रोल को न नहीं कहा। अब आज मैं उस इंडस्ट्री का हिस्सा हूं, जो शायद मेरे घर की इंडस्ट्री नहीं है।  

 

सवाल- आप बॉलीवुड में नंबर वन एक्ट्रेसेस में से एक रहीं है तो क्या इस चीज ने आपकी हॉलीवुड में हेल्प की ?
जवाब- नहीं, आपके एक्सपीरिंयस को देखा जाएगा लेकिन वहां आपके स्टारडम को नहीं देखा जाएगा। आपको काम इसीलिए मिलेगा कि आप अपने काम को अच्छे से करते हैं,इस बात में वहां के लोग बहुत क्लियर होते हैं। आपको ऑडिशन देना होता है, तब सेलेक्शन होता है। मैंने भी बहुत ऑडीशन दिए हैं। मुझे पहले से मालूम था कि मुझे अच्छे रोल प्ले करने हैं, वो स्टीरियोटाइप इंडियन रोल होते हैं अमेरिकन एक्टर्स के साथ होते हैं, वह मुझे नहीं करने थे। मैं एक ऐसी जगह जाना चाहती थी जहां मैं अपने बलबूते पर, अपने मुकाम पर, एक शो की जिम्मेदारी ले सकूं। इन सभी के लिए मुझे वक्त लगा , लोगों को यह चीज समझाने में कि मैं अपना काम जानती हूं, मेरे अपोजिट आप किसी को भी डाल देंगे तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं हैं। मुझे इसमें कोई समस्या इसीलिए नहीं थी क्योंकि मैंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत दिग्गज लोगों के साथ काम किया है। मैंने बॉलीवुड में बेस्ट एक्टर्स, बेस्ट फिल्ममेकर्स के साथ काम किया है, तो मुझे अपने काम में बहुत कॉन्फिडेंस था। यहां मुझे यह सभी चीजें प्रूफ करना पड़ीं। एश्वर्या, दीपिका,इरफान खान बहुत कम एक्टर्स ऐसे हैं जो वहां जाकर झण्डे गाड़ पाए। यह लोग बहुत उलझन में रहते हैं कि हमें क्या दिखाना है क्या करना है। इसमें भी काफी समय लगा। बहुत से ऐसे इंडियन एक्टर हैं जो हॉलीवुड में काम कर रहे हैं। ऐसे एक्टर्स को देख कर मैं उम्मीद कर रही हूं कि हॉलीवुड अपने दरवाजे इंडियन टेलेंट के लिए और ज्यादा खोलेगा। अमेजन प्राइम के साथ मेरा एक फर्स्ट लुक डील है इसमें मैं जो भी शो या फिल्में प्रोड्यूस करती हूं सबसे पहले उनके पास जाता है। मेरी नजर हमेशा इंडियन टैलेंट पर रही है, मैं आशा करती हूं कि जल्द ही ये दरवाजे टूटेंगे और हम बहुत जल्द ही बहुत सारे इंडियन टेलेंट को हॉलीवुड में देखेंगे।  

 

सवाल- आप अपनी प्रेरणा किसे मानते हो?
जवाब- मेरी मां मुझे बहुत इंस्पायर करती हैं। वो भी एक वर्किंग वुमन हैं। हमारी जेनरेशन से पहले औरतों का काम करना इतना कॉमन नहीं था। जब वो यंग थीं, तो उनके भी अपने सपने थे, वो भी उड़ना चाहती थी, और उनके पैरेंट्स ने उन्हें वो मौका दिया। आजतक उन्होंने तीन बार अपनी स्पेशलिटी बदली है। वो यह नहीं सोचती कि अब मेरी उम्र नहीं रही, या अब मेरा वक्त नहीं रहा। मेरा मानना है कि किसी का वक्त खत्म नहीं होता है वो आप खुद डिसाइड करते हैं ,किसी और को डिसाइड न करने दें।

Sonali Sinha

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