ड्रीम गर्ल के 6 साल: वे फ़िल्में, जो नुशरत भरुचा को साबित करती हैं मासी कॉमिक एंटरटेनर क्वीन
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 05:19 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। नुसरत भरुचा और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'ड्रीम गर्ल' को सिल्वर स्क्रीन पर आए छह साल हो चुके हैं, और इन छह सालों में बतौर नायिका नुशरत भरुचा ने खुद को बॉलीवुड की कॉमेडी क्वीन के रूप में स्थापित कर लिया है। मजेदार पंचलाइन से लेकर बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग तक, अपने हर अंदाज़ से उन्होंने यह साबित कर दिया है कि दर्शकों को हंसाने के साथ अपनी कॉमिक टाइमिंग को दुरुस्त करने के लिए किरदार में बारीकियाँ और आकर्षण तलाशने के साथ मास अपील भी बेहद जरूरी होता है। हालांकि अपने करियर की शुरुआत से ही नुसरत ने इस बात को बखूबी समझ लिया था। यकीन न हो तो उनकी पांच बेहद ज़बर्दस्त फिल्मों को ही देख लीजिए।
प्यार का पंचनामा
इस फिल्म में नुशरत ने एक आम लड़की यानी ‘गर्ल-नेक्स्ट-डोर’ का किरदार निभाया था। उनके किरदार में जहां चुलबुलापन था, वहीं एक भावनात्मक गहराई भी थी। यही वजह है कि युवाओं के बीच उनका नेहा का किरदार बेहद लोकप्रिय हुआ और उनकी एक्टिंग ने फिल्म में मनोरंजन का स्तर और बढ़ा दिया।
प्यार का पंचनामा 2
अपनी पिछली फिल्म 'प्यार का पंचनामा' के सीक्वल में नुशरत और भी दमदार अंदाज़ में लौटी थीं। इसमें उन्होंने पूरी कास्ट के साथ अपनी कॉमिक समझ का जो तालमेल बिठाया था, उससे यह फिल्म युवाओं के बीच और भी ज्यादा हिट साबित हुई थी।
सोनू के टीटू की स्वीटी
इस फिल्म ने नुशरत को मास कॉमेडी में फ्लेयर के साथ साबित किया। विशेष रूप से स्वीटी का उनका किरदार शरारती और आकर्षक होने के साथ उनसे काफी मिलता-जुलता था, जिसने दर्शकों को हंसाने के साथ कहानी से जोड़े रखा। यही वजह है कि हर फ्रेम में उनकी उपस्थिति और कार्तिक आर्यन के साथ उनका रोमांस यादगार बन गया। इस फिल्म में उन्होंने हास्य और ड्रामा का बेहतरीन संतुलन पेश किया था।
ड्रीम गर्ल
'ड्रीम गर्ल' में नुशरत ने कॉमिक स्टारडम को एक नई ऊँचाई पर पहुंचाया। माही के रूप में उन्होंने बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग के साथ बेहतरीन एक्सप्रेशन दिया था, जो फिल्म की आत्मा है। यही वजह है कि आयुष्मान खुराना के साथ उनकी केमिस्ट्री ने 'ड्रीम गर्ल' को साल की सबसे पसंदीदा एंटरटेनमेंट फिल्मों में शामिल कर दिया था।
उफ्फ ये सियापा
हाल ही में रिलीज हुई अपनी इस फिल्म में भी उन्होंने अपने दर्शकों को फिर से अपनी कॉमेडी का दीवाना बना दिया है। हालांकि यह एक साइलेंट कॉमेडी फिल्म थी, जिसमें केवल हाव-भाव और शारीरिक अभिव्यक्ति से हास्य पैदा करना था। ऐसे में बिना संवाद के उनकी एक्टिंग एक विजुअल कॉमेडी की मास्टरक्लास साबित हुई और उनकी अभिनय प्रतिभा को आलोचकों ने भी काफी सराहा।