‘कर्मा कॉलिंग’ के नम्रता-वरुण बोले, रवीना बिल्कुल भी सैल्फिश एक्ट्रैस नहीं

Saturday, Jan 20, 2024 - 11:49 AM (IST)

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। "जब आपका सबकुछ जलकर राख हो चुका हो, तब एक ही रास्ता बचता है, बदला..."। यह डायलॉग है अपकमिंग वैब सीरीज 'कर्मा कॉलिंग' का, जिसमें रवीना टंडन, इंद्रानी कोठारी बनकर ओ.टी.टी. की दुनिया में अपनी धाक बनाने के लिए तैयार हैं। इस सीरीज में एक्ट्रैस के साथ नम्रता सेठ और वरुण सूद प्रमुख भूमिकाओं में हैं, जो पहली बार एक्टिंग में हाथ आजमा रहे हैं। ग्लैमर, चमक, छलावा, धोखा और बदले से भरी यह सीरीज 26 जनवरी को ओ.टी.टी. प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम होने जा रही है। सीरीज के बारे में नम्रता और वरुण ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/ हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश:

Namrata Sheth

Q.  रवीना टंडन के साथ काम करना कितना एक्साइटेड था?
-उनके साथ काम करना काफी एक्साइटिंग था। पहली मुलाकात से लेकर जब हम सैट पर मिले तो हम काफी कंफर्टेबल थे। मैम असल में इंद्रानी कोठारी की तरह नहीं हैं बिल्कुल भी, उन्होंने काफी कंफर्टेबल फील करवाया। वो बिल्कुल अलग और पाॅजिटिव हैं। 

Q.  आपने एक्टिंग में आने का कैसे सोचा? 
- मैं जब 16 साल की थी तब से ही मॉडलिंग कर रही थी। मॉडलिंग के साथ-साथ पढ़ाई भी कर रही थी। उस बीच मुझे ऑडिशन के लिए काफी फोन आते थे, लेकिन जैसा कि हम जानते हैं कि ऑडिशन में रिजैक्शन भी होते हैं।
मुझे अच्छे से पता नहीं था कि ऑडिशन में क्या करना होता है तो मैंने 10 दिन तक एक वर्कशॉप लगाई, तो मुझे समझ आया कि क्या करना चाहिए। लेकिन पेरैंट्स का कहना था कि पहले डिग्री पूरी करनी है। इसके बाद पहले मैंने मास कॉम कम्पलीट किया, उसके बाद अपनी एक्टिंग पर ध्यान दिया तो कर्मा से कॉल आया।

Q. आपकी वरुण सूद से पहली बार कब मुलाकात हुई? 
- हम दोनों की मुलाकात 'कर्मा कॉलिंग' के ऑडिशन पर हुई, लेकिन तब ज्यादा बातचीत नहीं हो पाई थी। बाद में हम ढंग से सैट पर मिले और बातचीत हुई। हम दोनों के कैरेक्टर के लिए जरूरी था कि हम एक-दूसरे को जाने।

 

VARUN SOOD

Q. आपको रवीना टंडन से क्या सीखने को मिला? 
- रवीना मैम बिल्कुल भी सेल्फिश एक्ट्रैस नहीं हैं। वो सबके बारे में सोचती हैं और सबको एक साथ लेकर चलती हैं। वो अपने काम को लेकर काफी पैशेनेट हैं। उनका एक ही मकसद होता है कि शो चलना चाहिए। अगर किसी सीन में उन्नीस-बीस का अंतर होता है तो वो इसको उसको समझाती हैं और बताता हैं कि किसी सीन को कैसे बेहतर बना सकते हैं। बेहद वो सिक्योर एक्ट्रेस हैं। 

Q. आपके मन में कब आया कि मुझे एक्टर बनना है? 
- मुझे लगा मुझे और सीखना है तो मैने लॉकडाउन में ये फैसला लिया कि अब मुझे रिएलिटी शो नहीं करना और मैं चाहता था कि लोग मुझे इस शब्द से भूल जाएं। इसलिए मैंने 2 साल का ब्रेक लिया और कुछ नहीं किया। सिर्फ एक्टिंग वर्कशॉप अटैंड की और एक्टिंग सीखी। इस दौरान कई लोगों से जाकर बातचीत की और उनसे मिला। पता लगा कि ऑडिशन कहां होता है और कैसे होता है। मैंने अपने आप को तैयार किया, ताकि जब मेरा ऑडिशन हो तो कहीं कोई कमी ना रहे। अच्छे लोगों से मिला, अच्छे सर्कल से फर्क पड़ता है। इसके बाद मुझे 'कर्मा कॉलिंग' मिली।

Q. आपके मन में कब आया कि मुझे एक्टर बनना है? आप अपनी रियल लाईफ में कितने रिवैंजफुल है? 
- नहीं, मैं रिवैंज में नहीं मानाता हूं, क्योंकि जब मैं स्कूल में था तब मेरी लड़ाई हुई थी। जिस वजह से मेरी मॉम को स्कूल बुलाया गया था। तब मुझे फील हुआ कि काश मैंने लड़ाई नहीं की होती तो मेरी मॉम को नहीं बुलाया गया होता। इसलिए अपने हाथ गंदे करने में मुझे बिल्कुल यकीन नहीं है। सीधी बात है कि जो जैसा करेगा वो वैसा भरेगा।

Jyotsna Rawat

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