'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' Review: रानी ने संभाली पूरी फिल्म, हिला कर रख देगी कहानी

Tuesday, Mar 14, 2023 - 01:25 PM (IST)

फिल्म- मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे 
निर्देशक- अशिमा छिब्बर 
स्टारकास्ट- रानी मुखर्जी , अनिर्बान भट्टाचार्य , जिम सरभ , बालाजी गौरी और नीना गुप्ता

रेटिंग: 3/5

 

Movie Review: एक मां अपने बच्चों के लिए पूरी दुनिया से लड़ सकती है लेकिन क्या हो जब उस मां को घोषित कर दिया जाए कि वह अपने बच्चों की ही दुश्मन है....रानी मुखर्जी एक बार फिर बड़े पर्दे पर धमाल मचाने के लिए तैयार हैं। इस बार वह एक सच्ची घटना को सिल्वर स्क्रीन लेकर आईं है, जो बेहद चैलेंजिंग नजर आ रहा है। फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' 17 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है। फिल्म को अशिमा धिब्बर ने डायरेक्ट किया है। फिल्म की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें नॉर्वे में रह रहे एक दंपती के केस ने ग्लोबल लेवल पर हड़कंप मचा दिया था। तो आइए देखते हैं कि फिल्म क्रिटिक्स को यह कहानी कितनी पसंद आई....

 

 

कहानी
कहानी की शुरुआत होती है नार्वे में रह रहे एक बंगाली परिवार की, जो अपने पिछले 4 साल नार्वे में जिंदगी गुजार रहे होते हैं। जहां पति संग रह रही सागरिका चैटर्जी (रानी मुखर्जी)  का पूरा समय अपने दो छोटे-छोटे बच्चों की देखभाल में ही गुजरा। लेकिन एक दिन उनकी जिंदगी में भूचाल आता है, जिसके बारे में उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा। 

 

 

एक दिन अचानक उनके बच्चों को चाइल्ट वेलफेयर वाले उठाकर ले जाते हैं और आरोप लगता है कि कपल बच्चों की परवरिश ठीक से नहीं कर रहा। अब ऐसे में एक मां अपने बच्चों को वापस लाने के लिए किस हद तक जाती है, ये सब कुछ आपको फिल्म में देखने को मिलेगा।

 

एक्टिंग 
पूरी फिल्म रानी के कंधों पर टिकी है या फिर यूं कहे कि रानी मुखर्जी इस फिल्म की USP है। अपने अभिनय के दम पर रानी ने पूरी फिल्म को संभाला था। उनके हर सीन को देखकर मुंह से यही निकलाता है कि क्या कमाल की एक्ट्रेस है...  बच्चों के प्रति एक मां की क्या फिलिंक्स क्या होती है, ये रानी को बखूबी पता है। तभी फिल्म में उन्होंने एक मां का किरदार को जिया है। रानी के पति के रोल प्ले कर रहे अनिर्बान भट्टाचार्य ने अच्छा काम किया है। जिम सरभ की भी एक्टिंग अच्छी है।  नीना गुप्ता का कैमियो भी दमदार है। 

 

 

डायरेक्शन 
फिल्म को अशिमा छिब्बर ने डायरेक्ट किया है। फिल्म के जरिए अशिमा छिब्बर ने काफी सेंसिटिव मुद्दे पर पर्दे पर दर्शाया है, जो दर्शक के दिलों को छूती है। एक मां के इनमोशन्स को डायरेक्टर साहिबा ने अच्छे से स्क्रिन पर उतारा है, लेकिन स्क्रिनप्ले में थोड़ी कमी लगी। फिल्म देखकर ऐसा लगता है जैसे  किरदारों पर कुछ खास रिसर्च नहीं किया गया है। हालांकि, फिल्म की कहानी में दम है लेकिन इसे सही तरीके से एग्जीक्यूट नहीं किया गया है। 

Sonali Sinha

Advertising