LSD2 Review: सोशल मीडिया पर मशहूर होने की भूख है ‘लव सेक्स और धोखा 2’

Friday, Apr 19, 2024 - 10:13 AM (IST)

फिल्म- लव सेक्स और धोखा 2 (Love Sex Aur Dhokha 2)
निर्माता : शोभा कपूर (shobha kapoor), एकता कपूर (Ektaa R Kapoor) 
निर्देशक : दिबाकर बनर्जी (Dibakar Banerjee) 
स्टारकास्ट : मौनी रॉय (Mouni Roy) , तुषार कपूर (Tusshar Kapoor) , स्वस्तिका मुख़र्जी (swastika Mukherjee) और उर्फी जावेद (Urfi Javed)
रेटिंग : 3.5

 

Love Sex Aur Dhokha 2: अंजाम की परवाह किये बगैर और सभी हदें तोड़कर सोशल मीडिया पर मशहूर होने की भूख व्यक्ति को क्या बना देती है, यह दिबाकर बनर्जी की मूवी 'लव सेक्स और धोखा 2'  (एलएसडी  2 ) में देखा जा सकता है, जो 19 अप्रैल 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म का सब्जेक्ट सोशल मीडिया की प्रसिद्ध टैगलाइन -लाइक करें, डाउनलोड करें और शेयर करें पर आधारित है,  जिसके लिए लोग सभी सीमाएं लांघ जाते हैं। इनमें गेमर्स, सिंगिंग शो, रियल्टी टीवी शो और सोशल इन्फ्लुएंसर्स शामिल हैं। दिबाकर बनर्जी स्टोरीटेलिंग के अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं ।  वर्ष 2010  में उन्होंने 'लव सेक्स धोखा' बनाई थी जो उस समय में अपने बोल्ड विषय के लिए काफी चर्चित फिल्म रही।

कहानी
'एलएसडी  2' फिल्म आजकल के युवाओं  की सोशल मीडिया की लत को उजागर करती हो जो ड्रग्स जितनी ही खतरनाक है। परिणामों की परवाह किये बगैर कैसे इस मकड़जाल में फंस जाते हैं, उन्हें भी पता नहीं चलता।  इसके अलावा फिल्म में ट्रांसजेंडर के प्रति समाज का रवैया भी दिखाया गया है और फिल्म में मर्डर मिस्ट्री भी दिखाई गयी है। कुल मिलाकर फिल्म में तीन अलग-अलग रोचक कहानियां हैं, जो आपको फिल्म देखने पर ही पता चलेंगी।

एक्टिंग
फिल्म के मुख्य कलाकार-मौनी रॉय , तुषार कपूर और स्वस्तिका मुख़र्जी हैं ।  मौनी रॉय फिल्म में काफी आकर्षक लगी हैं, उन्होंने एक्टिंग भी शानदार की है। तुषार कपूर ने भी शानदार एक्टिंग की है और स्वस्तिका मुख़र्जी ने भी अच्छी एक्टिंग की है। कुल मिलकर सभी ने अपने अपने किरदार बखूबी निभाएं हैं। फिल्म में सोशल सेंसेशन उर्फी जावेद ने भी एक्टिंग की है।

डायरेक्शन
दिबाकर बनर्जी, शुभम और प्रतीक वत्स द्वारा लिखी गयी इस फिल्म का निर्देशन दिबाकर बनर्जी ने किया है। दिबाकर बनर्जी अपने फील्ड में मंझे हुए निर्देशक हैं और स्टोरी को स्क्रीन पर हु -ब- हु पेश करने के लिए मशहूर हैं। फिल्म में तीन कहानियां हैं और तीनों को ही दिबाकर बनर्जी ने शानदार ढंग से परदे पर पेश किया है। एडिटिंग भी शानदार है। डायलॉग छोटे लेकिन प्रभावी हैं। फिल्म एक डार्क थ्रिलर है , जो दर्शकों को सीट से बांधे रखने पर मजबूर कर देगी।

Jyotsna Rawat

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