Movie Review: 1971 में पाकिस्तान के नाम में दम करने वाले टैंक की कहानी है Pippa, ईशान खट्टर और मृणाल ठाकुर ने की दमदार एक्टिंग

Friday, Nov 10, 2023 - 12:15 PM (IST)

फिल्म- पिप्पा (Pippa)
निर्देशक- राजा कृष्ण मेनन (Raja Krishna Menon)
स्टारकास्ट- ईशान खट्टर (Ishaan Khattar),मृणाल ठाकुर (Mrunal Thakur), प्रियांशु पेनयुली (Priyanshu Painyuli), सोनी राजदान (Soni Razdan)
OTT- Prime Video
रेटिंग- 4

Pippa: दिवाली की धूमधाम और रौनक के बीच ईशान खट्टर की 'पिप्पा' आज यानी 10 नवंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गई है। इस फिल्म में ईशान के अलावा मृणाल ठाकुर, प्रियांशु पेनयुली और सोनी राजदान मुख्य भूमिकाओं में नजर आ रहे हैं। 'पिप्पा' मूल रूप से ब्रिगेडियर बलराम सिंह मेहता की किताब 'द बर्निंग चाफीज' पर आधारित है। देशप्रेम, बलिदान, जज्बा और हिम्मत से लबरेज यह फिल्म आपको साल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के ऐतिहासिक और रोमांचक सफर पर ले जाएगी। आइए जानते हैं कि फिल्म की कहानी...

कहानी
फिल्म की कहानी पिप्पा नाम के एक टैंक की है। भारत का ऐसा पहला टैंक, जो पानी में भी गति के साथ चल सकता था। इस टैंक की खासियत ही यह थी कि यह अकेले ही दुश्मन की हवा खराब कर सकता है। बलराम मेहता के पिता सेना के लिए शहीद हो चुके हैं। घर में उनकी एक बहन, भाई और मां है। 26 साल के ब्रिगेडियर बलराम मेहता को जब रेजिमेंट में पिप्पा नाम का टैंक टेस्ट करने के लिए कहा जाता है, तो वह अपने सीनियर के ऑर्डर की अनदेखी करके टैंक को पानी के ज्यादा अंदर ले जाते हैं। टैंक को सेना में इस्तेमाल करने की जगह ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। वहीं बलराम मेहता को घर भेज दिया जाता है। यहां तीनों भाई-बहन के बीच के रिश्ते खराब होने लगते हैं।

बलराम का भाई राम जंग में शामिल होने के लिए निकल जाता है। मृणाल को कोडिंग आती है ऐसे में वह भी सेना के मिशन में शामिल हो जाती है। इसके बाद बलराम को भी लगता है कि उसे भी कुछ करना चाहिए। वह पिप्पा को युद्ध पर जाने के लिए तैयार करता है। टैंक में जहां तीन लोग बैठ सकते थे, वहां वह बलराम चार लोगों को बैठा देता है। बलराम की हिम्मत और जज्बा को देखकर सैम मानेकशॉ उसे युद्ध में भेज देते हैं। 1971 युद्ध में 'पिप्पा' किस तरह अपना योगदान देता है? और बलराम कैसे पाकिस्तानी सेना पर भारी पड़ते हैं ? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।


एक्टिंग
पूरी फिल्म की जिम्मेदारी ईशान खट्टर के कंधों पर टिकी हुई है। ऐसे में अपनी अहमियत और भूमिका को समझते हुए उन्होंने इस फिल्म में शानदार एक्टिंग का परिचय दिया है। घर पर बेटे और रेजिमेंट में बिग्रेडियर के रूप में वह लाजवाब लगते हैं। हर सीन में ईशान के चेहरे पर एक्सप्रेशन और डायलॉग डिलीवरी बेहद आकर्षक लगती है। वहीं मृणाल ठाकुर भी अपने किरदार में काफी जंचती हैं। उनकी सादगीभरा अंदाज आपको काफी पसंद आएगा। सोनी राजदान मां के रूप में आपका दिल जीत लेंगी। वहीं प्रियांशु पेनयुली ने भी अपने किरदार के हिसाब से बढ़िया काम किया है। 

निर्देशन
'पिप्पा' का निर्देशन राजा कृष्ण मेनन ने किया है। घर हो या युद्ध क्षेत्र उन्होंने हर सीन को परफेक्ट बनाने पर पूरी मेहनत की है, जो फिल्म में साफतौर पर झलकती है। स्क्रीनप्ले से लेकर फिल्म के डायलॉग्स भी जबरदस्त हैं, जो आपमें देशभक्ति की अलख जगा देते हैं। वहीं बैकग्राउंड म्यूजिक हर सीन के लिए सोने पर सुहागा का काम करते हैं। कुल मिलाकर कहें तो 'पिप्पा' आपको पूरी तरह से बांधे रखती हैं। 

Varsha Yadav

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