Exclusive Interview: सच्चाई के बहुत करीब है ''उरी''-द सर्जिकल स्ट्राइक

punjabkesari.in Thursday, Jan 10, 2019 - 12:14 PM (IST)

टीम डिजिटल। बॉलीवुड में नए कलाकारों में सबसे टैलेंटेड कहे जाने वाले ऐक्टर विक्की कौशल अपनी अगली फिल्म ‘उरी- द सर्जिकल स्ट्राइक’ के साथ एक बार फिर दर्शकों को रोमांचित करने को तैयार हैं। यह फिल्म भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक की दास्तां व खूबसूरती के साथ भारतीय सेना की शौर्य गाथा बयां करती है।

18 सितम्बर 2016 को उरी हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हुए थे जिसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। फिल्म उसी रात की कहानी को पर्दे पर दिखाती है। फिल्म में यामी गौतम, परेश रावल, कीर्ति कुल्हारी और मोहित रैना का भी अहम रोल है। फिल्म प्रमोशन के लिए दिल्ली पहुंचे विक्की और यामी ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स/ जगवाणी/ हिंद समाचार से खास बातचीत की। 

यह किरदार निभाना बड़ी बात: विक्की कौशल 
मैं पहली बार इंडियन आर्मी ऑफिसर का किरदार निभा रहा हूं, ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। मैं हर फिल्म में कुछ अलग करने की कोशिश करता हूं। जब कोई मिलिट्री बेस्ड फिल्म बनती है तो इसकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है।

उसके साथ बहुत सी भावनाएं जुड़ी होती हैं। इस फिल्म से पता चलेगा कि हमारी आर्मी अपने देश के लिए क्या-क्या बलिदान देती है और किसी को कुछ बताती तक नहीं है। 

स्क्रिप्ट पढने के बाद ही सब कुछ जाना
इस फिल्म में सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान हुई सभी घटनाओं को पूरी सच्चाई के साथ दिखाया गया है, सर्जिकल स्ट्राइक की घटना के दौरान जितने भी जवान थे उनके नाम बदल दिए गए हैं और उनकी पारिवारिक जिंदगी थोड़ी अलग दिखाई गई है।

सरकार और मिलिट्री से सबकुछ चेक कराया गया है कि हम फिल्म में क्या दिखाने वाले हैं। फिल्म करने से पहले मुझे सिर्फ ये पता था कि उरी पर हमला हुआ था और उसके बाद हमने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन इसके बीच क्या हुआ कैसे प्लानिंग हुई ये सब नहीं पता था। स्क्रिप्ट पढऩे के बाद ही सब कुछ जाना। 

हर रोल से डरे होते हैं अभिनेता
विक्की बताते हैं कि बतौर अभिनेता हर किरदार निभाने से पहले मैं डरा हुआ होता हूं और ये अच्छी बात भी है। एक एक्टर को बहुत अच्छा लगता है जब उसकी मेहनत रंग लाती है। 

PunjabKesariटैलेंट से मिलता है काम
मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक्टर बनूंगा। मैं हमेशा आज में जीता था। बचपन में मेरे तीन ही शौक थे फिल्म देखना, क्रिकेट खेलना और एग्जाम में अच्छे नंबर लाना।

मेरे पापा ने मुझे पहले ही समझाया था कि बेटा मैं पिता होने के नाते हमेशा साथ हूं, मेरी वजह से लोग तुम्हारे साथ चाय तो पी लेंगे लेकिन काम कोई नहीं देगा। मैं बताना चाहूंगा कि ये ही सच्चाई है, टैलेंट के दम पर ही काम मिलता है। 

देश में कम बनती हैं देशभक्ति फिल्में : यामी गौतम 
मैं बहुत खुश हूं कि मुझे इस तरह का किरदार मिला। हमारे देश में देशभक्ति फिल्में कम ही बनती हैं। मैं इसमें इंटेलिजेंस अफसर के रोल में हूं, जो पैरा मिलिट्री फोर्स से जुड़ा है।

मैं इस किरदार में ढलने के लिए अपने डायरेक्टर आदित्य धर से बहुत से सवाल पूछती थी कि मुझे और कौन सी फिल्में देखनी चाहिए, किनसे मिलना चाहिए या मैं इसकी तैयारी के लिए और क्या काम करूं। उन्होंने मुझे यही कहा कि कोई भी कैरेक्टर आप बाहर नहीं ढूंढ़ सकते। यह बाहरी नहीं। अंदरूनी होना चाहिए।

डायरेक्टर आदित्य धर पर भरोसा
मैं अपने इस किरदार के लिए किसी इंटेलिजेंस अफसर से नहीं मिली, क्योंकि सुरक्षा कारणों से उनसे मिलना आसान नहीं है। उन्हें अपनी पहचान छुपाकर रखनी पड़ती है।

इसलिए मैंने आदित्य धर से मिले इनपुट्स के आधार पर ही काम किया। आदित्य धर ने आर्मी और एनएसए के अफसरों से बातें करके काफी रिसर्च किया था। मेरे ख्याल से हर किसी को ये फिल्म देखनी चाहिए। तब उन्हें पता चलेगा कि रियलिटी क्या थी। 

उतार-चढ़ाव जिंदगी का हिस्सा 
मैंने हमेशा जो चाहा वो किया। मेरे हिसाब से आपको खुद पर भरोसा होना चाहिए और अपने आपको डिफाइन करना आना चाहिए। ये क्वालिटी आपमें होगी तो आपको आगे बढने से कोई रोक नहीं सकता। बाकि उतार-चढ़ाव तो जिंदगी का हिस्सा है। आप क्या सोचते हो और क्या करना चाहते हैं ये क्लियर होना चाहिए। 

बेहद फोकस्ड हैं विक्की 
यामी ने बताया कि जब ‘मसान’ की स्क्रीनिंग हुई थी तो विक्की ने मुझे भी बुलाया था, तब हम एक ही बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स में रहते थे और जिम के समय मिलते थे। मैंने जब ‘मसान’ देखी, तभी समझ गई थी कि वे बेहद फोकस्ड एक्टर हैं और तभी से मैं उनके साथ काम करना चाहती थी।


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Chandan

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