Review: पारिवारिक और राजनीतिक दुविधा में फंसीं रानी भारती, Maharani 3 में होगा हर बदले का हिसाब

Thursday, Mar 07, 2024 - 10:05 AM (IST)

वेब सीरीज- महारानी सीजन 3  (Maharani 3)
निर्देशक- सौरभ भावे (Saurabh Bhave)
स्टारकास्ट-  हुमा कुरैशी  (Huma Qureshi), अमित सियाल (Amit Sial), विनीत कुमार (Vineet Kumar), प्रमोद पाठक (Pramod Pathak), कानि कुश्रुति (Kani Kusruti),अनुजा साठे (Anuja Sathe)
OTT- Sony LIV
एपिसोड्स- 8 
रेटिंग- 3.5*/5

 

Maharani 3: 'बंदूक कमजोर लोग चलाते हैं, समझदार लोग दिमाग चलाते हैं...' महारानी 3 का यह डायलॉग पहले दो सीजन के बाद तीसरे सीजन के बारे में कई कथन कहता है। बिहार की राजनीति के मिजाज ने एक बार फिर करवट ले ली है। बदलते रिश्ते, सियासी गठजोड़, वोट और राजनीति के बीच महारानी का तीसरा सीजन आज यानी 07 मार्च से सोनी लिव पर स्ट्रीम हो गया है। आठ एपिसोड के इस सीजन का निर्देशन सौरभ भावे ने किया है। जिसमें हुमा कुरैशी, अमित सियाल, विनीत कुमार, प्रमोद पाठक, कानि कुश्रित, अनुजा साठे जैसे एक्टर्स अहम भूमिका में हैं।  

 

कहानी
दुलारी यादव की रहस्मय मृत्यु और रानी भारती (हुमा कुरैशी)  के बच्चों पर चली गोली की वजह से नवीन कुमार  (अमित सियाल) की सरकार दबाव में चल रही है। उधर रानी भारती को जेल से बेल मिल गई है। अपने बच्चों पर हुए हमले की वजह से उसके मन में एक अजीब सी बेचैनी है। इधर सरगुनिया उपचुनाव में एक बार फिर सत्ता की लड़ाई आमने-सामने की हो गई है। मुख्यमंत्री नवीन सभी समीकरणों को खंडित करते हुए भीमा भारती की करीबी कीर्ती सिंह को चुनावी मैदान में उतारता है। इसके उलट दांव चलते हुए रानी भारती दुलारी यादव की पत्नी सरोज को सरगुनिया सीट से खड़ा कर देती हैं। ऐसे में एक बार बिहार की राजनीति में गर्मागर्मी का माहौल बन गया है। क्या रानी भारती सत्ता में वापसी कर पाएंगी? क्या बिहार के राजनीतिक समीकरण एक बार फिर बदलेंगे? ऐसे कई सवालों के जवाब जानने के लिए आपको यह सीरीज देखनी होगी। 

एक्टिंग
पहले और दूसरे सीजन में अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली हुमा कुरैशी तीसरे सीजन में भी कमाल लग रही हैं। इस सीजन में उनके चेहरे से अनुभव की राजनीति झलकती है। उनकी डायलॉग डिलीवरी हर एंगल से जबरदस्त लगती है। नवीन कुमार बने अमित सियाल भी खूब जंचे हैं। सीएम के रूप में उनके दांव पेच आपको असल राजनीति से जरूर रूबरू कराएगा। कानी कुश्रुति ने भी बेहतरीन काम किया है। विनीत कुमार, अनुजा साठे और प्रमोद पाठक ने भी अपने किरदार बेहतरीन ढंग से निभाए हैं। 

डायरेक्शन  
इस सीजन का निर्देशन सौरभ भावे ने किया है। पहले सीजन के बाद जो गलती दूसरे सीजन में की गई थी वो इस सीजन में भी है। दर्शकों को याद दिलाए बिना की पिछले दो सीजन में सत्ता के रिश्ते कितने बदले तीसरे सीजन की कहानी शुरु हो जाती है। हालांकि सीरीज के मूल स्वरूप से किसी तरह की छेड़खानी नहीं की गई है। रानी भारती को इस बार सत्ता के साथ एक मां के रूप में भी कुछ चुनौतियां झेलते दिखाया गया है। स्क्रीन प्ले से लेकर हर किरदार की डायलॉग्स दमदार हैं। हालांकि पहले और दूसरे सीजन के मुकाबले यह सीजन आपको थोड़ा निराश करेगा। लेकिन फिर भी यह सीजन आपको जरूर देखना चाहिए। 

Varsha Yadav

Advertising