प्रभास स्टारर फिल्म बाहुबली के शानदार 8 साल: जानिए कैसे फिल्म ने तोड़े सारे रिकॉर्ड्स और रचा इतिहास!
punjabkesari.in Monday, Apr 28, 2025 - 03:24 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। आठ साल पहले भारतीय सिनेमा ने एक ऐसी घटना को जन्म लेते देखा था, जिसका नाम था 'बाहुबली 2: द कन्क्लूजन' (2017)। ये फिल्म सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ सफलता का प्रतीक नहीं बनी, बल्कि उस शख्स को एक चमकदार सलाम भी थी, जिसने इसकी आत्मा को जिया — हमारे पैन-इंडिया सुपरस्टार प्रभास। 'बाहुबली 2' अपने आप में एक कल्चरल माइलस्टोन बन गया, लेकिन इसकी असली जान प्रभास की जबरदस्त मेहनत, दमदार स्क्रीन प्रेजेंस और दिल जीत लेने वाले परफॉर्मेंस में छिपी थी। आज जब फिल्म अपनी सातवीं सालगिरह मना रही है, तो आइए उन खास पलों को फिर से याद करें, जिन्होंने इसे एक ऐसा सिनेमा अनुभव बना दिया जिसे शायद दोहराया नहीं जा सकता।
ऐतिहासिक प्री-रिलीज़ रिकॉर्ड
'बाहुबली 2' तो थिएटर्स में रिलीज़ होने से पहले ही इतिहास रच चुका था। फिल्म ने सैटेलाइट और थिएट्रिकल राइट्स के ज़रिए करीब 500 करोड़ रुपये की रिकॉर्डतोड़ कमाई कर ली थी। ये कारनामा मुमकिन हुआ था प्रभास के लिए लोगों के जबरदस्त इंतज़ार और उनके बाहुबली वाले शानदार अंदाज़ की वजह से, जिसने पहले से ही फैंस के बीच जबरदस्त क्रेज़ बना दिया था।
प्रभास का डबल रोल
अमरेंद्र बाहुबली और महेंद्र बाहुबली, दो-दो किरदारों को निभाते हुए प्रभास ने परदे पर जो गहराई, करिश्मा और भावनाएं उतारीं, वो वाकई कमाल की थीं।
उनकी परफॉर्मेंस सिर्फ एंटरटेन ही नहीं करती थी, बल्कि दिलों में एक अलग ही जगह बना लेती थी। यही वजह है कि दोनों किरदार आज भी हर जनरेशन के लिए आइकॉनिक बन गए हैं।
पांच साल की कमिटमेंट
बहुत कम एक्टर्स होते हैं जो वो कमिटमेंट दिखाते हैं जो प्रभास ने दिखाया। पूरा पांच साल तक उन्होंने खुद को सिर्फ बाहुबली फ्रेंचाइज़ी के लिए समर्पित कर दिया था।
हर दूसरी ऑपर्च्युनिटी छोड़कर, उन्होंने बस एक ही मकसद रखा और वह था हर लेवल पर परफेक्शन लाना।
फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन
सिर्फ दमदार एक्टिंग ही नहीं, प्रभास ने बाहुबली की ताकत और शान को जीने के लिए जबरदस्त फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन भी किया था। उनकी मेहनत, डिसिप्लिन और परदे के पीछे की उनकी सादगी ने दुनियाभर के फैंस का दिल जीत लिया।
डायलॉग्स
प्रभास की दमदार डायलॉग डिलीवरी ने हर एक संवाद को सिनेमा के इतिहास का यादगार लम्हा बना दिया।
चाहे जंग के मैदान में गरजती बातें हों या राजदरबार में दी गई जोशीली घोषणाएं और उनके बोले हर शब्द आज भी पॉप कल्चर में गूंजते हैं।
कभी न भूलने वाली केमिस्ट्री और कैमरेडरी
प्रभास और अनुष्का शेट्टी की खूबसूरत केमिस्ट्री ने इस पूरी कहानी में जान डाल दी, वहीं राणा दग्गुबाती के साथ उनके ऑनस्क्रीन टकराव ने फिल्म में एक जबरदस्त इंटेंसिटी और इमोशनल गहराई ले आई, जिसने पूरी कहानी को और भी मजबूत बना दिया।
पहले सच्चे पैन-इंडियन सुपरस्टार
बाहुबली ने सिर्फ इतिहास नहीं रचा, बल्कि प्रभास को भारत और उससे बाहर एक घरेलू नाम बना दिया। भाषाई और क्षेत्रीय सीमाओं को तोड़ते हुए, वह पहले सच्चे पैन-इंडियन सुपरस्टार बने, जिन्होंने भारतीय सिनेमा के नियमों को हमेशा के लिए बदल दिया।
बाहुबली 2 आज सिनेमा की एक बड़ी मिसाल बन गई है और इसके बीच में सबसे खास है प्रभास की वो धरोहर, जिसने खुद को एक ज़बरदस्त आइकन बना दिया।