फिल्ममेकर एटली ने लाफ्टर शो में एक सशक्त और मर्मस्पर्शी कहानी साझा की!
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2024 - 12:53 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। इंडस्ट्री में जहां मनोरंजन को अक्सर प्राथमिकता दी जाती है, फिल्ममेकर एटली ने हाई-ऑक्टेन ड्रामा और मास एंटरटेनमेंट को विचारशील सामाजिक संदेशों के साथ जोड़कर प्रस्तुत करने के लिए अपनी एक अनूठी जगह बनाई है, जिसने हमेशा समाज पर एक बड़ा प्रभाव छोड़ा है। कमर्शियल जॉनर और सशक्त संदेश के बीच सही संतुलन बनाने वाली अपनी फिल्मों के लिए प्रसिद्ध एटली ने लगातार साबित किया है कि सिनेमा एंटरटेनिंग और शिक्षा प्रदान करने वाला दोनों हो सकता है।
इसका एक हालिया उदाहरण तब देखने को मिला जब एटली कपिल शर्मा के लाफ्टर शो में गए। शो में फिल्ममेकर ने एक बहुत ही मर्मस्पर्शी कहानी साझा की और कहा, "एक अमीर आदमी है, जो अपने एस्टेट में अपनी कार चला रहा है और जब वह अपने एस्टेट में प्रवेश करने वाला होता है, तो वह एक भिखारी को देखता है, जो पतले कपड़े पहने हुए है। वहां बर्फबारी हो रही है और हवा चल रही है। इसलिए वह गाड़ी से नीचे उतरता है और कहता है, "तुम एक पतले कपड़े में क्यों हो?", "क्या तुम्हारे पास कम्बल नहीं है?"
फिल्ममेकर ने आगे कहा, "भिखारी ने नहीं में उत्तर दिया", फिर अमीर आदमी ने कहा, "ठीक है, यहाँ रुको, मैं अंदर जाकर तुम्हारे लिए एक कम्बल लाता हूँ। अमीर आदमी अपने घर में जाता है और अपने बच्चे, पालतू जानवर, घर के तनाव, परिवार के तनाव, बातचीत और रात के खाने को देखता है। रात में, वह सो गया। परन्तु, सुबह उसे एहसास हुआ कि कल रात उसने उस भिखारी से जो वादा किया था, वह अधूरा रह गया। फिर वह एक कम्बल लेकर बाहर भागा, और देखा की भिखारी मर चुका है।"
एटली ने कहानी के संदेश को उजागर करते हुए कहा, "यदि आप कुछ नहीं कर सकते हैं, तो किसी से वादा न करें और साथ ही वह व्यक्ति अपनी आशा और विश्वास के साथ जीवित रहता। जब उसने किसी पर भरोसा किया, जब वह किसी पर निर्भर हुआ, तो उसने खुद को खो दिया। इसलिए कभी भी किसी को अपने जीवन में आने की अनुमति न दें और उन पर निर्भर न हों। आप अपनी पत्नी, माँ और बच्चे पर निर्भर हैं, वे आपके लिए अपनी जान दे देंगे लेकिन झूठे वादों पर निर्भर न रहें।"
सिनेमा में एटली की यात्रा दर्शकों की नब्ज को साफ रूप से समझने से जानी जाती है। उनके निर्देशन की पहली फिल्म राजा रानी से लेकर उनकी ब्लॉकबस्टर हिट थेरी, मर्सल, बिगिल और जवान तक, उनकी फिल्में अपनी भव्यता और भावनात्मक प्रभाव के लिए जानी जाती हैं। मगर, जो चीज वास्तव में उनके काम को अलग बनाती है, वह है अंतर्निहित संदेश, जो दर्शकों के जहन में लंबे समय तक रहता है।