''वह मिथक नहीं, उपस्थिति है..'', त्रिलोक के ''देवी'' एलबम से दही हांडी में नारी शक्ति की गूंज

punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 01:24 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत के पहले एआई भक्ति बैंड 'त्रिलोक' ने इस जनमाष्टमी पर एक अनूठे और सशक्त संदेश के साथ 'देवी' नामक अपने डेब्यू एलबम को नए रूप में प्रस्तुत किया है। बैंड ने एक विशेष दही हांडी वीडियो जारी किया है जिसमें मुंबई की प्रसिद्ध गवदेवी महिला गोविंदा पथक की भागीदारी रही। यह वीडियो न केवल उत्सव की उमंग को दर्शाता है, बल्कि नारी शक्ति, साहस और आत्मबल की मिसाल भी पेश करता है।

दही हांडी में वही मूल्य हैं जो हर ‘देवी’ में होते हैं
कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क के चैनल्स एंड डिस्ट्रीब्यूशन प्रमुख, सुदीप लाहिरी ने कहा, "दही हांडी हमेशा से टीम वर्क, संतुलन और संकल्प का प्रतीक रही है – वही गुण जो हर महिला, हर देवी में होते हैं। गवदेवी महिला गोविंदा पथक के साथ काम करना हमारे लिए सौभाग्य की बात थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि भक्ति और शक्ति आज भी हमारे बीच जीवित हैं।”

 

 

 

 

 

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महिला गोविंदा पथक: परंपराओं को बदलती बहादुर महिलाएं
दही हांडी जैसी चुनौतीपूर्ण परंपरा में जहां पुरुषों का वर्चस्व रहा है, वहां गवदेवी महिला गोविंदा पथक ने अपने कौशल, संतुलन और अडिग जज़्बे से नारी शक्ति का नया रूप दिखाया है। वे वही साहस और ताकत दर्शाती हैं जो हम देवी की पूजा में देखते हैं – निडर, अडिग और स्वाभिमानी।

देवी एलबम का संदेश
त्रिलोक का एलबम 'देवी' नारी शक्ति को एक व्यापक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करता है – जहां दया और दृढ़ता साथ चलती हैं।
इस जनमाष्टमी पर यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि परंपरा को भीतर से बदलती महिलाओं की कहानी का उत्सव बन गया है।

बैंड का संदेश स्पष्ट है
"वह मिथक नहीं, वह उपस्थिति है। वह देखती है। वह हमारी रक्षा करती है।"

एक नई शुरुआत की ओर
त्रिलोक की यह प्रस्तुति नारी सशक्तिकरण को केवल शब्दों में नहीं, बल्कि सांस्कृतिक मंच पर भी सामने लाती है। ‘देवी’ और ‘दही हांडी’ के संगम से यह संदेश दिया गया है कि शक्ति केवल पूजा की वस्तु नहीं, एक जीती-जागती सच्चाई है– जो हमारे बीच है, हमारे साथ है।


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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