Interview: सेट पर जाने से पहले दिमाग का इस्तेमाल करता हूं, पहुंचने के बाद दिल की सुनता हूं: शाहिद कपूर
punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 02:31 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर अपनी फिल्म 'देवा' से बड़े पर्दे पर धमाल मचा रहे हैं। इस एक्शन थ्रिलर फिल्म में शाहिद कपूर और पूजा हेगड़े की जोड़ी छाई हुई है। फिल्म में शाहिद के दमदार लुक को देखकर फैंस को कबीर सिंह की याद आ गई। फिल्म 31 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। देवा में शाहिद एंग्री यंग कॉप के किरदार में नजर आए। फिल्म में शाहिद और पूजा के अलावा कुबरा सेत और पावेल गुलाटी भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। देवा पॉपुलर मलयालम फिल्म निर्माता रोशन एंड्रयूज द्वारा निर्देशित और जी स्टूडियोज और रॉय कपूर फिल्म्स द्वारा निर्मित है। शाहिद कपूर और पूजा हेगड़े ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/ हिंद समाचार की ज्योत्सना रावत से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...
शाहिद कपूर
सवाल- ट्रेलर देखकर कबीर सिंह की याद आ रही है क्या दोनों किरदारों में कोई समानता है?
जवाब- नहीं, कबीर सिंह व देवा दोनों बिल्कुल अलग किरदार हैं। जब आप फिल्म देखेंगे, इसका जवाब आपको खुद ही मिल जाएगा। फिल्म में मैं एक पुलिस अफसर के रोल में हूं, जो माफिया का सफाया करना चाहता है।
सवाल- आपकी फिल्में काफी अलग होती हैं। किसी भी प्रोजेक्ट को चुनने का प्रोसेस क्या होता है?
जवाब- मुझे लगता है जब मैं कोई फिल्म चूज करता हूं तो मेरे अंदर एक अलग तरह की एक्साइटमेंट होती है। जिस स्क्रिप्ट को पढ़कर मेरे अंदर बच्चों जैसी एक्साइटमेंट आ जाए कि वॉऊ इसमें तो मैं ये भी कर सकता हूं या इस फिल्म में तो ये करने में मजा आएगा। बस मैं वो फिल्म कर लेता हूं।
सवाल- आपने इंडस्ट्री को इतनी अच्छी फिल्में दी। ऐसा कुछ जो लगता हो कि ये करने को मिल जाए?
जवाब- हां, मैं बायोपिक में काम करना चाहता हूं। उसमें एक चैलेंज होता है आपके मन में जो आ रहा है, वो आप नहीं कर सकते आपको वहीं करना है जिसका किरदार आप जी रहे हो। वैसे मैं आर्मी अफसर, जवान, एयरफोर्स ऐसे बहुत से किरदार बता सकता हूं, जो मैं करना चाहता हूं।
सवाल- किसी किरदार को निभाने में कितना प्रेशर रहता है?
जवाब- मुझे लगता है आप किसी किरदार को जितनी गहराई से समझते हो उतना ही अच्छा उसे निभा पाते हो। जब आप कोई किरदार निभा रहे होते हो तो अंदर से आवाज आती है कि मैं ऐसा करूंगा को ऑडियंस को पसंद आएगा। जो भी किरदार मैं निभाता हूं कोशिश करता हूं कि उसमें मेरा बॉडी लैंग्वेज भी अलग हो। मेरा बोलने का तरीका, चलने का तरीका, मेरा हेयर स्टाइल सब चीजों पर मैं वर्क करता हूं। सैट पर पहुंचने से पहले मैं दिमाग का इस्तेमाल करता हूं और पहुंचने के बाद मैं दिल जो कहता है, वो करता हूं जिससे किरदार की दुनिया में पूरी तरह उतर सकूं। मैं सोचने से ज्यादा महसूस करने में विश्वास रखता हूं।
सवाल- फिल्म को लेकर कितने एक्साइटेड, कितने नर्वस हैं?
जवाब- शायद मैं अभी बहुत नर्वस हूं। 2 दिन में फिल्म रिलीज होने वाली है हालांकि मुझे देखकर लगता नहीं होगा। वैसे फिल्म को लेकर मैं बहुत एक्साइटेड हूं ये ऑडियंस को जरूर पसंद आएगी। मेरा किरदार एकदम रॉ एंड रियल है।
पूजा हेगड़े
सवाल- आप पत्रकार के किरदार में हैं, आप इतने पत्रकारों से मिलती रहती हैं, फिर तो ये आपके लिए काफी आसान रहा होगा?
जवाब- हां, लेकिन ये किरदार थोड़ा अलग है और जो आसान लगता है, वही सबसे मुश्किल होता है। इसमें मेरा काफी चुलबुला और मुंहफट वाला किरदार है। मैं चाहती हूं कि अलग-अलग किरदार करने को मिले। मेरी अगली फिल्म रैट्रो है वो इससे बिल्कुल अलग होगी। मुझे ऐसा लगता है, आपकी लर्निंग कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। आपको हमेशा ही कुछ न कुछ हर जगह से सीखना चाहिए।
सवाल- आपने जब डेब्यू किया था और अब जब इंडस्ट्री में इतना काम कर चुकी हैं, इस बीच आप में क्या बदलाव आए हैं?
जवाब- मेरे सोचने का तरीका बदला है। काफी कुछ सीखने को मिला है। अब चीजें थोड़ा आसान लगती हैं लेकिन आज भी फिल्म जब साइन करती हूं तो नर्वसनेस उतना ही रहता है, जितना पहले रहता था।
सवाल- जब भी कोई फिल्म रिलीज होने वाली होती है तो क्या डर लगता है?
जवाब- बहुत ज्यादा। मैं तो ओवरथिंकिंग क्लब की प्रेजिडेंट हूं। बहुत सोचती हूं, कुछ न कुछ दिमाग में चलता ही रहता है। जब मेरा शॉट होता है तो मैं बहुत सोचती हूं। उसके बाद जब खुद की परफॉर्मेंस देखती हूं तब मुझे लगता है कि चलो डायरेक्टर को भी पसंद आया। उसके बाद दिमाग शांत होता है।