औरों में कहां दम था : 2 महीने से ज्यादा तक ऑडिशन किए फिर फिल्म के लिए 2 टैलेंट मिले

punjabkesari.in Tuesday, Jul 02, 2024 - 06:31 PM (IST)

अजय देवगन और तब्बू बॉलीवुड की फेवरेट जोड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं। दोनों जब भी पर्दे पर साथ आते हैं कुछ न कुछ कमाल करते हैं। दोनों की जोड़ी एक बार फिर फिल्म औरों में कहां दम था में रोमांस करती नजर आने वाली है। फिल्म का ट्रेलर रोमांस के साथ-साथ सस्पैंस से भी भरा हुआ है। फिल्म में अजय देवगन और तब्बू के यंग वर्जन में शांतनु माहेश्वरी और सई मांजरेकर नजर आने वाले हैं। फिल्म के बारे में निर्देशक नीरज पांडे, शांतनु माहेश्वरी और सई मांजरेकर ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/ हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...

 

नीरज पांडे

Q. फिल्म का नाम थोड़ा हटकर है 'औरों में कहां दम था' इसकी कोई खास वजह? 
-फिल्म का नाम कहानी के हिसाब से है और हमने ऐसा कुछ नहीं सोचा था कि कुछ हटकर नाम रखना है। कहानी की डिमांड था ये नाम। जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको ये टाइटल समझ आएगा। 
जब फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी जा रही होती है तभी टाइटल सोच लिया जाता है।

Q. फिल्म में अधूरे प्यार की कहानी है जिसमें एक लंबा टाइम डिफरैंस है तो ऐसे में यंग वर्जन दिखाने का आइडिया कैसे आया? 
-दोनों वर्जन के बीच में पूरे 23 साल का गैप है। हमने कभी ये नहीं सोचा था कि हम वीएफएक्स वगैरह का प्रयोग करेंगे। हमने इसके लिए अलग से कास्ट करने का ही सोचा था। जिसके बाद 2 महीने से ज्यादा तक हमने इसके लिए ऑडिशन किए। फिर ये दो टैलेंट हमें मिले। हमें जो 3,4 लास्ट कैंडिडेट मिले तो उनमें से 2 को चुनना काफी मुश्किल था क्योंकि सभी काफी अच्छे थे। तो जिस तरह के किरदार हमें चाहिए थे, सई व शांतनु दोनों ने वैसा ही निभाया है।

यह फिल्म मेरे लिए बहुत बड़ा अवसर है: शांतनु  माहेश्वरी 

Q. फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' में आपको दर्शकों का खूब प्यार मिला तो इस फिल्म के लिए आप कितने उत्साहित और कितनी उम्मीदें हैं?
-अभी तक तो मुझे इस फिल्म के लिए अच्छे रिएक्शन मिल रहे हैं। मैं इसके लिए बहुत उत्साहित भी हूं क्योंकि इस फिल्म के जरिए मुझे कुछ अलग करने का मौका भी मिला है।
यह सिर्फ एक लवर बॉय का किरदार नहीं है, उससे काफी अलग है। इस किरदार में बहुत गहराई है। यह फिल्म मेरे लिए बहुत बड़ा अवसर है। मैं बहुत खुश हूं कि यह फिल्म मुझे मिली है। नीरज सर के साथ काम करने का मौका मिला।

Q. आपको पहले भी एक लवर के रोल में देखा है, अब एक बार फिर देखेंगे लेकिन आप स्क्रीन पर किस तरह का रोल करना चाहते हैं? 
-अभी ये मेरी दूसरी फिल्म है, मुझे अभी काफी कुछ करना है आगे मैं तो स्क्रीन पर सब कुछ करना चाहता हूं यानी हर जोनर को देखना चाहता हूं। मेरी हमेशा यही कोशिश रहेगी कि हर फिल्म में कुछ न कुछ अलग करूं। 
हर किरदार में चैलेंज देखूं मैं क्या कर सकता हूं क्या करना मुश्किल है। इन सब पर अब मैं काम करना चाहता हूं। अपने काम को नई-नई चीजों के साथ परफैक्ट बनाना चाहता हूं।

Q. फिल्म की शूटिंग के दौरान कौन-सा सीन करने में आपको सबसे ज्यादा मजा आया? 
-जो भी फिल्म में चॉल के सीन है। उनमें और इसके अलावा जो गाना 'तू' आया है, वो करने में बहुत मजा आया। क्योंकि​ वह लाइफ मैंने कभी अनुभव नहीं की, सिर्फ कहानियों में सुनी है उसे मुझे जीने का मौका मिला तो इन सब को करने में मुझे बहुत अच्छा लगा।

मैंने भगवान से प्रार्थना की थी, मुझे यह फिल्म मिल जाए : सई मांजरेकर

Q.  किसी भी फिल्म का चयन करते हुए आपका क्या माइंडसैट रहता है?
-मुझे लगता है कि कई बार फिल्म मेरा चयन करती हैं। मेजर के समय भी ऐसा ही था और मुझे लगा कि मुझे करना चाहिए, क्योंकि हो सकता है यही मेरी किस्मत में हो। जब औरों में कहां दम था कि स्क्रिप्ट सुनी तो लगा कि ये मुझे करना है और इसके लिए मैं अपना सौ प्रतिशत दूंगी। मैंने भगवान से भी प्रार्थना की थी कि यह मुझे मिल जाए। यह बहुत ही खास फिल्म है।
Q.  आपने बॉलीवुड और साऊथ की फिल्मों में काम किया। दोनों इंडस्ट्रीज के एक्टर्स में कितना फर्क है?
-दोनों ही इंडस्ट्री में सभी अपने काम के लिए मेहनती हैं, सब पूरी लगन से अपना काम करते हैं। मैंने साऊथ में जिन लोगों के साथ काम किया है वो मुझसे बड़े थे लेकिन बॉलीवुड में ज्यदातर हम उम्र लोगों के साथ काम किया। तो बस थोड़ा वाइब में फर्क है वहां बड़े लोगों को इज्जत देनी होती है और यहां शांतनु के साथ हंसी मजाक में काम हो जाता है। 
इसके अलावा मैं चीजों को काफी जल्दी एडॉप्ट कर लेती हूं। मेरा एडेप्टिव नेचर फिल्मों में काफी काम आता है। मैं आसानी से किरदार कैप्चर कर लेती हूं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Jyotsna Rawat

Related News