Baaghi 4 Review: दमदार एक्शन और धमाकेदार डायलॉग्स से सजी है बागी 4, टाइगर श्रॉफ ने काटा गर्दा

punjabkesari.in Friday, Sep 05, 2025 - 02:26 PM (IST)

फिल्म- बागी 4 (Baaghi 4)
स्टारकास्ट- टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff), संजय दत्त (Sanjay Dutt), हरनाज संधू (Harnaaz Sandhu),सोनम बाजवा (Sonam Bajwa), श्रेयस तलपड़े (Shreyas Talpade), उपेंद्र लिमये (Upendra Limaye), सौरभ सचदेवा (Saurabh Sachdeva), शीबा आकाशदीप साबिर (Sheeba Akashdeep Sabir) और महेश ठाकुर (Mahesh Thakur)
डायरेक्टर-  ए हर्षा (A Harsha)
रेटिंग- 3.5*

बागी 4: 'बागी 4' एक बार फिर दर्शकों को रॉनी की खतरनाक और इमोशनल दुनिया में ले जाती है जहां एक्शन के साथ-साथ दर्द, गिल्ट और प्यार का गहरा एहसास देखने को मिलता है। टाइगर श्रॉफ इस बार सिर्फ लड़ते नहीं हैं, बल्कि एक टूटे हुए इंसान के तौर पर भावनात्मक लड़ाई भी लड़ते हैं। ए हर्षा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में जबरदस्त एक्शन के साथ मनोवैज्ञानिक थ्रिल और दिल को छू लेने वाली कहानी का अनोखा मेल देखने को मिलता है। दमदार परफॉर्मेंस, शानदार एक्शन और रॉनी की जज़्बातों से भरी जर्नी के साथ 'बागी 4' एक नया एक्सपीरियंस देती है।

कहानी
'बागी 4' की कहानी रॉनी (टाइगर श्रॉफ) के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक खौफनाक ट्रेन हादसे में चमत्कारिक रूप से बच जाता है। लेकिन इस हादसे के बाद वह खुद को भाग्यशाली महसूस करने के बजाय गिल्ट और गहरे दर्द में डूब जाता है। एक बड़ी त्रासदी और अपने प्यार को खोने का दुख उसे अंदर से तोड़ देता है और वह धीरे-धीरे खुद को बर्बादी की ओर ले जाने लगता है। रॉनी की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगती है और उसे यह समझ नहीं आता कि वह जिन चीजों को देख और महसूस कर रहा है वे सच हैं या सिर्फ उसकी कल्पनाएं। उसकी टूटी हुई दुनिया में बार-बार उस महिला की यादें लौटती हैं जिससे वह बेइंतहा प्यार करता था। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है रॉनी की जंग सिर्फ बाहरी दुश्मनों से नहीं बल्कि अपने भीतर के अंधेरे, डर और दर्द से भी होती है। फिल्म एक्शन, इमोशन और मनोवैज्ञानिक तनाव से भरपूर एक रोमांचक यात्रा बन जाती है।

एक्टिंग
'बागी 4' में टाइगर श्रॉफ ने एक बार फिर जबरदस्त एक्शन और स्टाइलिश अंदाज़ में दर्शकों का दिल जीता है। उनके एक्शन सीक्वेंस और फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन काबिल-ए-तारीफ हैं। संजय दत्त ने अपने मजबूत स्क्रीन प्रेजेंस और गंभीर अंदाज़ से कहानी में गहराई लाई है। उनकी डायलॉग डिलीवरी हमेशा की तरह दमदार रही। हरनाज संधू ने इस फिल्म से एक्टिंग डेब्यू किया है और उन्होंने अपनी सादगी और स्क्रीन प्रेजेंस से अच्छी छाप छोड़ी है। सोनम बाजवा भी अपने ग्लैमरस लुक और ठोस परफॉर्मेंस के साथ प्रभावित करती हैं। श्रेयस तलपड़े ने अपनी नेचुरल एक्टिंग से कहानी में हल्का-फुल्का अंदाज जोड़ा है जबकि उपेंद्र लिमये ने अपने गंभीर और प्रभावशाली अभिनय से फिल्म में मजबूती दी है। सौरभ सचदेवा अपने खलनायक वाले किरदार में सधे हुए नजर आए, वहीं शीबा, आकाशदीप साबिर, और महेश ठाकुर ने अपने-अपने सहायक किरदारों को ईमानदारी से निभाया और फिल्म की कहानी को संतुलन दिया।

डायरेक्शन
फिल्म 'बागी 4' का निर्देशन ए हर्षा ने किया है और उन्होंने इसे बड़े ही सधे हुए और प्रभावशाली अंदाज़ में पेश किया है। बतौर निर्देशक हर्षा ने एक्शन, इमोशन और थ्रिल के संतुलन को बखूबी बनाए रखा है। यह फिल्म बागी फ्रेंचाइज़ी की चौथी किस्त है और उन्होंने इसे पहले से ज्यादा गहराई और गंभीरता के साथ दिखाया है। खासकर रॉनी के मानसिक संघर्ष और इमोशनल ट्रैक को जिस तरह से उन्होंने हैंडल किया है वह डायरेक्शन की परिपक्वता को दर्शाता है। एक्शन सीन्स भले ही दमदार हैं, लेकिन फिल्म की भावनात्मक परतों को भी निर्देशक ने बखूबी उभारा है। कुल मिलाकर ए हर्षा का डायरेक्शन फिल्म को एक अलग ही लेवल पर ले जाता है।

 


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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