शिप ऑफ थीसियस से फैमिली मैन तक, 5 इंडियन वन शॉट जो दिखाते हैं शानदार फिल्ममेकिंग

punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 05:38 PM (IST)

नई दिल्ली। वन शॉट में जो जादू होता है, वो कुछ अलग ही होता है, कोई कट नहीं, कोई ब्रेक नहीं, बस लगातार कहानी चलती जाती है। भारतीय सिनेमा ने ऐसे कुछ शानदार वन शॉट सीन दिए हैं, जहां डायरेक्शन, एक्टिंग और कोऑर्डिनेशन बिना किसी रुकावट के एक साथ बखूबी काम करते हैं। हाल ही में वेब सीरीज़ एडोलसेंस ने अपने वन शॉट वाले एपिसोड से सभी को हैरान कर दिया, जिसमें परफॉर्मेंस और सटीकता का बेहतरीन मेल है।

पिछले कुछ सालों में हमने भारतीय फिल्मों और वेब सीरीज में भी ये वन शॉट की कमाल देखी है। ये लगातार शॉट्स भारतीय फिल्मकारों की उस महारत को दिखाते हैं, जिनके लिए जटिल और बिना कट वाले शॉट्स को आसान बना देना कोई मुश्किल नहीं। सोहम शाह की शिप ऑफ थिसस से लेकर रणवीर सिंह की दिल धड़कने दो तक, यहां हैं पांच ऐसे भारतीय वन शॉट सीन, जिन्होंने दर्शकों को सचमुच हैरान कर दिया।

शिप ऑफ थिसस: मां के एडमिट होने का सीन
सोहम शाह की शिप ऑफ थिसस में तकनीकी शानदारता का बेहतरीन मेल है, खासकर एक 7 मिनट के वन शॉट सीन में। जब उनका किरदार, नवीन, अपनी मां को अस्पताल लेकर जाता है, तो बिना किसी कट के यह शॉट असल समय में घबराहट, अपराधबोध और नैतिक उलझन को दिखाता है। ये एक बेहद असरदार पल है, जो शाह की बेहतरीन एक्टिंग और फिल्म की शानदार सिनेमाटोग्राफी को जाहिर करता है।

विदुतलाई: 8 मिनट का ट्रेन सीन
वेट्री मारन की विदुतलाई में एक दमदार 8 मिनट का ट्रेन सीन है, जिसे बिना कट के एक ही टेक में शूट किया गया है। ये जबरदस्त वन-शॉट सीन धीरे-धीरे बढ़ते टेंशन और इमोशनल हलचल को बखूबी दिखाता है। कैमरे की स्मूद मूवमेंट और एक्टर्स की ज़बरदस्त परफॉर्मेंस इसे हाल की इंडियन फिल्मों के सबसे यादगार सीन में से एक बना देती है।

द फैमिली मैन: 13 मिनट का जबरदस्त हॉस्पिटल अटैक सीन
द फैमिली मैन में 13 मिनट का जबरदस्त हॉस्पिटल अटैक सीन है, जो एक ही टेक में बिना किसी कट के शूट किया गया था। खास बात ये थी कि ये सीन असली हॉस्पिटल में शूट हुआ था, जहां आस-पास दिल के मरीज़ भी थे। ये पूरा सीन विलेन के पर्सपेक्टिव से दिखाया गया है, जिससे डर और रियलिज़्म दोनों महसूस होते हैं। सिर्फ एक रात में इसे शूट करना था, लेकिन टीम ने इतनी परफेक्टली इसे अंजाम दिया कि ये सीन थ्रिल और टेंशन का एक शानदार सिनेमैटिक मास्टरपीस बन गया।

गैंग्स ऑफ वासेपुर: 7 मिनट का शूटआउट सीन
अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर में एक 7 मिनट का जबरदस्त वन-शॉट शूटआउट सीन है, जो फिल्म की ग्रिट और इंटेंसिटी को एक नए लेवल पर ले जाता है। कैमरा बिना रुके फैज़ल खान (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) के पीछे-पीछे गलियों से होकर दौड़ता है, जहां वो गोलियों से बचते-बचाते अपना गुस्सा निकालता है। ये सीन हड़कंप, टेंशन और डार्क ह्यूमर से भरा हुआ है, जो फिल्म खत्म होने के बाद भी दर्शकों के ज़हन में बना रहता है।

दिल धड़कने दो: गल्लां गूड़ियां सॉन्ग (4 मिनट)
हर वन-शॉट सीन सिर्फ टेंशन और थ्रिल ही नहीं दिखाते, कुछ सीन बस खुशियों से भरे होते हैं। दिल धड़कने दो का गाना “गल्लां गूड़ियां” इसका परफेक्ट एग्जांपल है। ये 4 मिनट का एकदम स्मूद सिंगल-शॉट सीन एक क्रूज़ डिनर पार्टी के दौरान शूट हुआ था। मस्ती से भरी कोरियोग्राफी, जानदार परफॉर्मेंस और कैमरे की फ्लूइड मूवमेंट इसे एक ऐसा एनर्जेटिक और दिल खुश कर देने वाला सीन बनाती है, जिसे देखकर मुस्कान रुकती नहीं। ये बताता है कि म्यूज़िकल वन-शॉट सीन भी कितने कमाल के हो सकते हैं।


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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