इस चाय से आप भी कमा सकते है लाखों, बस करना होगा ये काम

Wednesday, Jan 10, 2018 - 02:47 PM (IST)

नई दिल्ली : तुलसी के कई फायदें हैं। घर में देवी समझी जाती है तो आयुर्वेद में इसे कई रोगों के निदान के लिए एक औषधि बताया गया है। इसके इसी गुणों के कारण अब तुलसी लोगों को तरह तरह से लाभ पहुंचा रही है। दवा कंपनियां इससे कई तरह की दवा बना रहें हैं और किसानों से खरीद रहे हैं। लेकिन, उत्तराखंड के लोगों ने जो तुलसी से कर दिखाया वह वाकई एक मिशाल है। उत्तराखंड के चमोली जिले के किसान तुलसी की चाय बना रहे हैं जिसकी विदेशों मे खासी डिमांड है और करोड़ों में कमाई कर रहे हैं। चमोली के इन किसानों की तरह आप भी तुलसी से कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा जमीन की भी जरूरत नहीं है। आज हम  आपको बता रहे हैं तुलसी की चाय की  और इससे होने वाली कमाई के बारे में 

क्यों पड़ी तुलसी चाय की जरुरत
चमोली जिले में छोटी खेती वाले किसान हैं, जिनके पास बमुश्किल 1 से 2 बीघा खेत होते हैं। कुछ सालों में इनके खेतों में खड़ी फसल को बंदर आदि जंगली जानवर खराब करने लगे थे।इससे परेशान किसानों को हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर हार्क ने कुछ हटकर खेती करने की सलाह दी।हार्क ने इन किसानों को तुलसी उगाकर उसकी चाय बनाने की सलाह दी और मार्केट भी खुद बताया।

कैसे बनती है तुलसी की चाय
तुलसी को घरों में भी सामान्य चाय के साथ मिलाकर पिया जाता है इसके भी कई लाभ होते हैं, लेकिन, यह फलेवर मात्र नहीं बल्कि जैसे सामान्य चाय को बनाया जाता है उसी तरह इसे भी बनाया जाता है।पहले खेतों से इसकी पत्तियां भी इसी प्रकार चुनी जाती हैं जैसे आसाम आदि जगहों पर।इसके बाद टी मेकिंग प्लांट में इसकी पत्तियों का चूर्ण और कुछ अन्य इन्ग्रिडिएंट मिलाए जाते हैं।हार्क की मदद से इन दिनों तुलसी की बुरादे वाली चाय के साथ साथ टी-बैग वाली चाय भी बिक रही है

सिंगापुर हुआ तुलसी चाय का मुरीद
इन किसानों का यह प्रोजेक्ट बहुत पुराना नहीं बल्कि 2 साल पहले ही शुरु हुआ था। इन दो सालों में ही हार्क की मदद से यह बुलंदियों पर पहुंचने को तैयार हो गया है।हार्क ने पहले चाय की कुछ मात्रा सिंगापुर में संभावित खरीददारों को भेजी थी।इसके बाद जब उन्हें चाय की डिमांड मिली तो उन्होंने भी चमोली के किसानों से संपर्क साधना शुरु कर दिया।

आप भी कर सकते है लाखों की कमाई 
चाय वाली तुलसी अलग किस्म की तुलसी होती है, इसे सिर्फ पहाड़ों पर ही नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी उगााया जा सकता है।देहरादून स्थित हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर हार्क आपको इसके बारे में सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराएगां। अगर आप इसमें दिलचस्पी रखते हैं तो थोड़़े से खर्च में ही आप टी इंटरप्योनाॅर बन सकते हैं। इसके लिए आपको तुलसी की खेती करनी होगी और एक्सपर्ट से सलाह के बाद आप छोटा प्लांट भी लगा सकते हैं।

देश में भी है बड़ा बाजार
मौजूदा समय में देश में ही बहुत से लोग हेल्थ कांशियस हैं, तुलसी चाय भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है।दिल्ली, मुंबई और बड़े बड़े शहर हैं जहां इस चाय की अच्छी खासी खपत होती है।देहरादून पहले से ही अपनी चाय के लिए प्रसिद्ध है, यहां बहुत से व्यापारी हैं जो चाय एक्सपोर्ट भी करते हैं।ये व्यापारी भी आपकी मदद कर सकते हैं चाय को एक्सपोर्ट करने में। इसके बाद आपकी लगातार कमाई शुरु हो जाएगी।
 

Advertising